एयरफोर्स बेस स्टेशन होने के कारण ग्वालियर हमेशा से ही सामरिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने आज शहर के विभिन्न हिस्सों में मॉक ड्रिल कर अपनी तैयारियों को परखा।
सिरोल इलाके में एयर अटैक की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मॉक ड्रिल आयोजित की गई। परिकल्पित स्थिति के अनुसार, बहुमंजिला इमारत में फंसे नागरिकों को निकालने का अभ्यास किया गया। इस दौरान प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड, पूर्व सैनिक, स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक संगठनों, एनसीसी और स्काउट के वालंटियर्स ने सक्रिय भागीदारी की।
ग्वालियर में एयरफोर्स का बेस स्टेशन, सेना का कैंट एरिया, बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर, डीआरडीओ व डीआरडीई की लैब्स, सीआरपीएफ कैंप और एनसीसी हेडक्वार्टर जैसे अहम संस्थान मौजूद हैं। पिछली एयर स्ट्राइक में यहीं से मिराज और सुखोई विमानों ने उड़ान भरी थी, जिससे इसकी रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाती है।
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इसी कड़ी में सुबह बिरलानगर आरओबी के पास स्थित आईटीआई कॉलेज के बाहर एक और मॉक ड्रिल की गई। परिदृश्य के अनुसार, अमोनिया गैस से भरा एक टैंकर स्कूल बस से टकरा गया और गैस का रिसाव शुरू हो गया। सूचना मिलते ही सेना, बीएसएफ, पुलिस, होमगार्ड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। ग्रीन कॉरिडोर बनाकर तत्काल राहत कार्य शुरू किया गया।
लगभग 40 मिनट के इस ऑपरेशन में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग व अन्य एजेंसियों ने मिलकर घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज शुरू किया गया। यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार की गई थी, जिसका उद्देश्य रासायनिक आपदा और सिविल डिफेंस की तैयारियों को परखना था।
ग्वालियर हुआ ब्लैक ऑउट
शहर सहित जिले के सभी कस्बों व गाँवों में एक साथ घरों, प्रतिष्ठानों व वाहनों की बत्ती बुझाकर जिलेवासियों ने देश की एकता के उजाले का संदेश दिया।साथ ही यह भी जताया कि किसी भी आपात घड़ी में हम सब अपने देश की रक्षा के लिये सजग, सतर्क व एकजुट हैं। सिविल डिफेंस “ऑपरेशन अभ्यास” के तहत ग्वालियर नगर सहित सम्पूर्ण जिले में देर शाम ठीक 7.30 बजे सायरन बजते ही लोगों ने अपने घरों, दुकानों, दफ्तरों व वाहनों की बत्तियाँ बुझा दीं। यह बत्तियाँ पुन: तब रोशन करीं जब दूसरा सायरन लगभग 7.42 बजे बजा।
ग्वालियर के महाराज बाड़ा सहित अन्य बाजारों व कॉलोनियों में लोगों ने ब्लैक आउट समाप्त होने के बाद नागरिकों ने भारत माता एवं वंदे मातरम् के जयकारे लगाए।इससे पहले जब ब्लैक आउट का सायरन बजा तब सड़कों पर जा रहे लोगों ने अपने वाहन बंद कर सड़क किनारे खड़े कर दिए। इसी तरह सभी व्यवसाइयों व दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी दुकान की लाइटें बंद कर दीं।
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