रतलाम जिले की पिपलोदा, सैलाना, रतलाम, जावरा व आलोट तहसील के कई गांवों में किसानों के खेतों में सोयाबीन की फसल खराब हो गई है। बड़ी संख्या में किसान सोमवार दोपहर भारतीय किसान संघ के बैनर तले हाथों में खराब फसल लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन देकर मुआवजा व बीमा के लिए फसलों का सर्वे कराने की मांग की।
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किसानों का आरोप है कि कई खेतो में नकली बीज व कीटनाशक से फसलों को नुकसान पहुंचा है तो कई स्थानों पर बोवनी के समय अतिवृष्टि होने तो बाद में कहीं कम बारिश के कारण फसलें खराब हुई है। वहीं फसलों में येलो मोजीक वायरस लगने के कारण भी फसलो में भारी नुकसान हुआ है। ज्ञापन में मांग की गई है कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त सभी तहसीलों में शीघ्र सर्वे करवा कर किसानों को मुआवजा एवं बीमा प्राप्त हो उसके लिए कार्रवाई की जाए। साथ ही फुल मण्डी को प्रायवेट मण्डी से हटाकर पावर हाउस रोड मण्डी में शिफ्ट किया जाए। ग्राम धनेसरा, पंचेवा, हतनारा, बोदिना, नांदलेटा व अन्य कई गांवो में सोयाबीन की फसल खराब खरपतवार नाशक के कारण नष्ट हुई है। इसकी पूर्ण जांच करवा कर दुकानदारों पर कार्रवाई की जाए। इस दौरान किसान कलेक्टर कार्यालय के समक्ष हाथों में फसल लेकर धरने पर बैठे रहे। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष ललित पालीवाल, सैलाना तहसील शाखा के अध्यक्ष पीरचंद पाटीदार आदि उपस्थित थे।
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जल्द सर्वे कराया जाए
भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष ललित पाटीदार ने बताया कि जिले के अनेक गांवों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। संघ की टोलियां पिछले 15 दिन से गांवन में भ्रमण कर जानकारी जुटा रही है। हजारों किसान प्रभावित हुए है। कहीं खराब कीटनाशक के कारण फसले खराब हुई है तो कहीं कम बारिश व यलो मोजेक के कारण। खराब कीटनाशक बेचने वाले दुकानदारों पर प्रकरण दर्ज किया जाए तथा जल्द सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिलाया जाए।