श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व शनिवार को बांधवगढ़ में आस्था और उल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। परंपरा के अनुसार लगने वाले मेले में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। सुबह 7:35 बजे से प्रवेश द्वार खुलते ही बड़ी संख्या में भक्त भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। दूर-दराज के गांवों से लोग पैदल, वाहनों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से यहां पहुंचे हैं, वे लगातार श्रद्धालु ने भजन-कीर्तन और जयकारे लगा रहे हैं, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय गया है।
प्रशासन रहा सतर्क, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। मानपुर एसडीएम टी.आर. नाग के नेतृत्व में राजस्व, पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने मेले की व्यवस्था संभाली। परिसर को सीसीटीवी कैमरों और पुलिस बल की निगरानी में रखा गया। भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की गई, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था है। वहीं, पार्किंग स्थलों को चिह्नित कर जाम की स्थिति से बचाव किया गया। प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया। मेले परिसर के पास अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाया गया और एंबुलेंस तैनात की गई, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
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व्यापारियों और स्थानीय लोगों में उत्साह
धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ मेले में ग्रामीण अंचल की झलक देखने को मिली। खिलौने, मिठाइयों और सजावटी सामान की दुकानों पर रौनक रही। स्थानीय व्यापारियों के लिए यह मेला आर्थिक दृष्टि से भी अहम साबित हुआ। श्रद्धालुओं ने बताया कि बांधवगढ़ का यह मेला न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सामाजिक मेलजोल और सांस्कृतिक परंपरा को भी मजबूत करता है।
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