महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट (मनरेगा) से केंद्र सरकार कर छेड़छाड़ इसे ख़त्म करना चाहती है। यह आरोप शुक्रवार को देहाती कांग्रेस दफ्तर में कांग्रेसी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने लगाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा 2005 में कांग्रेस सरकारी की ओर से गरीब, दलितो, पिछड़े वर्ग के लिए शुरू की थी, लेकिन सरकार अब इसे बंद करके गरीबों का हक दबाने में लगी है।
खैहरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिना स्टेकहोल्डर और राज्य सरकार से सलाह मशवरा कर इस स्कीम का मूल किरदार बदल दिया। पहले 100% केंद्रीय फंड वाली स्कीम को अब 60. 40 के अनुपात में बांट दिया गया है, जो राज्यों के लिए असंभव है। उन्होंने कहा कि पंजाब जैसे कर्ज में डूबे राज्य 40 % भार नहीं झेल सकते, जिससे मनरेगा होली होली खत्म हो जाएगी।
सुखपाल खैहरा ने वीर बाल दिवस के नाम पर भी एतराज जताया। साहिबजादे कोई साधारण बाल नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय शहीद है, जिनकी शहादत मानवता अधिकारों और धर्म की रक्षा के लिए थी। इसलिए वीर बाल दिवस का नाम बदलकर साहिबजादों की शहादत दिवस किया जाना चाहिए। इस मौके पर देहाती जिला प्रधान सुखविंदर सिंह डैनी, जिला प्रधान शहरी सौरभ मदान, पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा, सुनील दत्ती, विकास सोनी आदि मौजूद थे।