हरियाली अमावस्या के बाद आरंभ हुए श्रावण मास के पहले सोमवार को वागड़ अंचल के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिरों में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। इसी के साथ सोमवार से मंशा चौथ व्रत का संकल्प भी लिया गया, जो आगामी चार माह तक चलेगा।
श्रावण मास के पहले सोमवार को बांसवाड़ा और डूंगरपुर सहित पूरे वागड़ अंचल में शिवभक्तों ने मंशा चौथ व्रत का संकल्प लिया। यह व्रत चार माह तक प्रत्येक सोमवार को किया जाता है और कार्तिक अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को इसका उद्यापन किया जाता है।
सोमवार सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचने लगे। विशेष रूप से वनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में भक्तों ने अपने आराध्य के दर्शन कर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की। इसके अलावा त्र्यंबकेश्वर, सिद्धनाथ महादेव, रामेश्वर, भगोरेश्वर, नीलकंठ महादेव सहित अन्य शिव मंदिरों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। श्रावण मास को लेकर मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया।
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श्री वनेश्वर महादेव सेवा मंडल के सचिव शांतिलाल भावसार ने बताया कि मंशा चौथ व्रत की परंपरा वागड़ अंचल में सदियों से चली आ रही है। यह व्रत श्रावण शुक्ल चतुर्थी से प्रारंभ होकर चार माह तक चलता है। प्रत्येक सोमवार को व्रती शिव पूजा और मंशा चौथ कथा का श्रवण करते हैं। व्रती शिवालय पहुंचकर कच्चे सूत की पांच वेत की डोरी लेकर चार आवृत्तियों के साथ उसमें चार गांठें लगाते हैं। साथ में एक सुपारी, एक रुपया या भगवान शिव का चित्र लिया जाता है। इन सभी पर चंदन, इत्र, अबीर, गुलाल, अक्षत, बिल्व पत्र और फूल हार चढ़ाकर एक डिब्बी में रखकर मंशा चौथ व्रत कथा का श्रवण किया जाता है।
चार माह तक व्रती पूर्ण संयम, सादगी और पवित्रता के साथ शिव भक्ति करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के पालन से भक्तों को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव उनकी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। यही कारण है कि आज भी वागड़ क्षेत्र में हजारों श्रद्धालु इस व्रत का श्रद्धापूर्वक पालन करते हैं।
श्रावण के पहले सोमवार को बांसवाड़ा शहर के मंदारेश्वर शिवालय में विशेष भस्म आरती का आयोजन किया गया। ढोल-नगाड़ों और अन्य वाद्य यंत्रों की गूंज के बीच हर हर महादेव के जयकारों के साथ भगवान शिव की भस्म आरती की गई। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था, जिससे दृश्य अत्यंत रमणीय हो गया। श्रद्धालु भक्ति में भावविभोर होकर शिव आराधना में लीन दिखे।
वनेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु। - फोटो : credit