लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मानसून ने उज्जैन में दस्तक दी, जिससे शहरवासियों को राहत तो मिली, लेकिन साथ ही भारी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। शुक्रवार रात से शुरू हुई तेज बारिश शनिवार सुबह तक जारी रही, जिसके चलते शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया। एटलस चौराहा, तोपखाना, केडी गेट, नीलगंगा क्षेत्र, गरीब नवाज कॉलोनी और इंदौरगेट चौराहे समेत कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी रही।
महाकाल लोक में बही नाले की गंदगी, श्रद्धालु हुए परेशान
महाकाल लोक के त्रिवेणी संग्रहालय के पास नंदी द्वार के सामने नाले का गंदा पानी भर गया। श्रद्धालुओं को इसी गंदे पानी से होकर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए गुजरना पड़ा। दो घंटे की बारिश ने महाकाल लोक की व्यवस्था की पोल खोल दी। सावन सोमवार और नागपंचमी जैसे बड़े पर्वों में यदि ऐसी स्थिति बनती, तो हालात बेकाबू हो सकते थे।
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नगर निगम और स्मार्ट सिटी की लापरवाही उजागर
महाकाल लोक में जलभराव का प्रमुख कारण इसके नीचे से गुजरने वाले नाले की समय पर सफाई न होना बताया गया। मानसून से पहले नाले की सफाई होनी चाहिए थी, लेकिन नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। रखरखाव की जिम्मेदारी होने के बावजूद दोनों विभाग लापरवाह साबित हुए, जिसका खामियाजा श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ा।
बारिश से तापमान में गिरावट, तीन इंच से अधिक वर्षा दर्ज
बारिश के चलते मौसम में ठंडक घुल गई। शनिवार को अधिकतम तापमान साढ़े छह डिग्री गिरकर 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रविवार को न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री रहा। इस दौरान करीब 77.4 मिमी (करीब 3 इंच) वर्षा दर्ज की गई। अब तक कुल वर्षा 355 मिमी (14.5 इंच) हो चुकी है, जबकि औसत वर्षा का आंकड़ा 36 इंच है।
गरीब नवाज कॉलोनी और एटलस चौराहा जलमग्न
गरीब नवाज कॉलोनी में बारिश का पानी घरों में घुस गया, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एटलस चौराहे पर भी डेढ़ फीट तक पानी भर गया। कई वाहन पानी में बंद हो गए जिन्हें लोगों ने धक्का देकर बाहर निकाला।