जिले के शाहपुरा शहर में त्रिमूर्ति चौराहे पर हुई फायरिंग की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस प्रकरण में मास्टर माइंड सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है। तीन दिनों की गहन जांच और तकनीकी निगरानी के बाद पुलिस ने इस साजिश का पर्दाफाश किया।
बुधवार को शाहपुरा थाने में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एएसपी राजेश आर्य ने बताया कि यह पूरी वारदात आपसी रंजिश और पुराने विवाद का परिणाम थी। गिरफ्तार आरोपियों में शालीम खां उर्फ बिच्छू पुत्र मोहम्मद रफीक सैयद, मोहम्मद इस्माईल पुत्र मोहम्मद जमील मेवाती, फयाज पुत्र अजीज खान पठान (तीनों निवासी उदयपुर) और मोहब्बत खां पुत्र शोकत खां कायमखानी (निवासी शाहपुरा) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार वारदात की साजिश उदयपुर में रची गई थी और आरोपियों ने विशेष रूप से शाहपुरा आकर इस घटना को अंजाम दिया। वहीं मोइन नाम का एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
घटना 13 अक्टूबर की देर रात की है, जब शाहपुरा के व्यस्त त्रिमूर्ति चौराहे पर सलीम खां नामक युवक पर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। इस हमले में सलीम गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे प्राथमिक उपचार के बाद भीलवाड़ा रैफर किया गया। शहर के बीचोंबीच हुई इस वारदात से लोगों में दहशत फैल गई थी।
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फायरिंग के बाद पुलिस ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए शहरभर में लगे 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। साथ ही कॉल डिटेल रिकॉर्ड, तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस को अहम सुराग मिले। थानाधिकारी सुरेशचंद्र के नेतृत्व में गठित 10 सदस्यीय विशेष टीम ने लगातार तीन दिन तक मेहनत कर आरोपियों तक पहुंच बनाई और उन्हें गिरफ्तार किया।
पुलिस जांच में सामने आया कि फायरिंग की जड़ में एक पुराना झगड़ा और प्रेम प्रसंग से जुड़ा विवाद था। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि सलीम खां के बेटे समीर के एक प्रेम प्रसंग को लेकर मोहब्बत खां की उससे रंजिश थी। इसी विवाद के चलते मोहब्बत ने बदला लेने की ठानी और उदयपुर निवासी शालीम खां उर्फ बिच्छू से संपर्क किया। बिच्छू ने अपने साथियों मोहम्मद इस्माईल और फयाज के साथ मिलकर पूरी योजना तैयार की और शाहपुरा पहुंचकर सलीम पर फायरिंग कर दी।
पुलिस अब आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस वारदात में और कोई व्यक्ति शामिल था या नहीं। साथ ही फरार आरोपी मोइन की तलाश में दबिश दी जा रही है।
एएसपी राजेश आर्य ने बताया कि शाहपुरा पुलिस की तत्परता और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर यह खुलासा संभव हो पाया। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों की सराहना की और कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस खुलासे के बाद शहरवासियों को राहत मिली है।