बूंदी जिले के हिंडोली क्षेत्र के मांगली गांव के गुड़ की मिठास व महक देश में ही नहीं बल्कि विदेश तक फैली हुई है। हिंडोली क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गन्ने की खेती की जाती है। सर्दी आते ही खेतों से गुड़ की महक उठे लग जाती है। क्षेत्र में इन दिनों किसानों ने गुड़ बनाने का कार्य शुरू कर दिया है, जिससे खेतों में गुड़ की महक उठने लगी है। यहां पर तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर गन्ने की चरखिया संचालित हो रही हैं। जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में इन दिनों सर्दी में मांगली कला, बड़ोदिया, अलोद, सथूर और चेंता चतरगंज सहित आसपास के कई गांव में गुड़ की चरखिया संचालित कर दी गई हैं। किसान परिवार सुबह-सुबह खेतों में पहुंच जाते हैं, जहां पर गन्ने को काटकर गट्ठर बनाकर चरखियों पर लाते हैं। जहां पर गन्ने का रस निकालकर कढ़ाई में उबालकर गुड़ बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
क्षेत्रीय किसान देवी लाल सैनी ने बताया कि मांगली कला तथा आसपास के गांव में पहले की अपेक्षा गुड़ का उत्पादन अधिक होने लगा है। उन्होंने बताया कि उनके दादा परदादा पीढ़ियों से गुड बनाते आ रहे हैं। यहां देशी तरीके से बिल्कुल शुद्ध अच्छा दानेदार गुड़ तैयार किया जाता है जो देश-विदेश में भेजा जाता है। यहां हरे गन्ने का उत्पादन होता है जो पूरे देश में प्रसिद्ध है। सबसे बड़ी बात यह है कि तैयार किया गुड़ हाथों-हाथ चरखी से ही बिक जाता है, जिसके लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती।
मांग के मुताबिक बनाई जा रहीं भेलियां
गुड़ बनाने वाले किसानों का कहना है कि पहले 5 किलो की गुड़ की भेलियां तैयार की जाती थी, लेकिन अब समय के साथ-साथ लोग भी 5 किलो की भेली नहीं लेकर ढाई से 3 किलो की भेली बनवाना पसंद कर रहे हैं, इन भेलियों की बिक्री अच्छी हो जाती है। उन्होंने बताया कि लोगों की डिमांड के अनुसार ही भेलियां बनाई जाती हैं।
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80 रुपये किलो तक बिक रहा गुड़
गांव में गुड़ बनाने वाले किसान देवीलाल, छीतर लाल, सोजीलाल, रामनारायण सैनी और गणेश लाल का कहना है कि किसान ताजा व अच्छा गुड़ बना रहे हैं। बिना मिलावट का अच्छा गुड़ 80 रुपये किलो के दाम में बिक रहा है। हालांकि यह दाम बहुत कम है, इससे उन्हें परता नहीं खा रहा है। पूरे वर्ष केवल एक फसल ली जाती है। वहीं, अगर सब्जी की बात करें तो 1 साल में तीन सब्जी की फसल ली जाती है। ऐसे में गन्ने से गुड़ बनाने का कार्य काफी महंगा पड़ता है, लेकिन पुरखों से चली आ रही परंपरा को जीवित रखे हुए हैं। हालांकि कई किसानों ने अब गुड़ बनाने का काम बंद कर दिया है।
देश के अन्य प्रदेशों सहित विदेश में बिक रहा गुड़
गुड़ बनाने वाले किसानों की मानें तो यहां तैयार किया अच्छा गुड़ हरियाणा, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सभी जिलों सहित पूरे भारत में बिक रहा है। यही नहीं, यहां का गुड़ कनाडा, अमेरिका और दुबई सहित अन्य देशों में भी बिक रहा है।