मालाणी अंचल की आस्था के केंद्र श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में इस बार का राणीसा भटियाणीसा जन्मोत्सव महोत्सव अद्वितीय भव्यता और अलौकिक आभा के बीच सम्पन्न हुआ। पूरे जसोलधाम का वातावरण भक्ति और उत्साह से सराबोर रहा, जहां हजारों श्रद्धालु मां जसोल के चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद प्राप्त करते नजर आए।
मंगला आरती और छप्पन भोग से आरंभ हुआ उत्सव
जानकारी के मुताबिक, सुबह की पहली किरण के साथ ही मंदिर प्रांगण में मंगला आरती का आयोजन हुआ। इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरे परिसर में भक्ति की लहर दौड़ गई। मंदिर संस्थान की ओर से विशेष महाप्रसादी और छप्पन भोग का अर्पण किया गया। इस अवसर पर केवल राणीसा भटियाणीसा मंदिर ही नहीं, बल्कि श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना सा, श्री खेतलाजी और श्री काला-गौरा भैरुजी के मंदिरों में भी विशेष पूजा-अर्चना और प्रसाद वितरण हुआ।
कन्या पूजन बना आकर्षण का केंद्र
इस बार जन्मोत्सव पर कन्या पूजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। जसोल नगर पालिका क्षेत्र की विभिन्न जातियों और समाजों से आई बालिकाओं का लाभार्थी परिवारों द्वारा पूजन कर आशीर्वाद लिया गया। पूजन उपरांत बालिकाओं को फल, अन्नपूर्णा प्रसाद और दक्षिणा वितरित की गई, जिससे पूरे वातावरण में पवित्रता और भक्तिमय आभा और बढ़ गई।
पुष्पों और रोशनी से सजा जसोलधाम
पूरे मंदिर परिसर को फूलों और झिलमिल रोशनियों से इस तरह सजाया गया मानो धरा पर स्वर्ग उतर आया हो। हर कोने से आती सुगंध और गूंजते जयकारों ने माहौल को आध्यात्मिक रंगों से भर दिया। इस दिव्य सजावट और फल प्रसाद वितरण का लाभ मुंबई निवासी अहान नायर, सुपुत्र ममता छंगाणी और आनंद नायर (हाल दुबई) द्वारा लिया गया।
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सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
जन्मोत्सव पर आयोजित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। पुष्कर से आए नगारची दल, बाड़मेर के हड़वा गांव से पहुंचे मांगणियार कलाकार, जसोल के मालाणी सांस्कृतिक कला केंद्र के गैर नृत्य कलाकार और स्थानीय दमामी कलाकारों की प्रस्तुतियों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। नाद, ताल और लोक रागों का यह संगम देर रात तक जसोलधाम को भक्ति रस में डुबोता रहा।
रात्रि जागरण और भजनों की मधुर गूंज
महोत्सव की पूर्व संध्या पर रात्रि जागरण का आयोजन हुआ। जसोल के भजनियों और दामामणियों ने मां जसोल की महिमा का गुणगान करते हुए श्रद्धालुओं को रातभर भक्ति में डुबोए रखा। ‘राति जोगा’ कार्यक्रम के दौरान हर कोई मां के भजनों में लीन होकर आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो उठा।
ध्वजारोहण और वैदिक हवन से हुआ शुभारंभ
अभिजीत मुहूर्त के शुभ अवसर पर मंदिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने ध्वजारोहण कर जन्मोत्सव का शुभारंभ किया। इससे पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण और विशेष हवन-पूजन सम्पन्न हुआ। रावल किशन सिंह जसोल ने मां जसोल से भक्तों की मनोकामनाओं की पूर्ति का संकल्प लेते हुए हवन में आहुतियां अर्पित कीं।
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इस अवसर पर राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री कृष्ण कुमार विश्नोई, संस्थान सचिव गजेन्द्र सिंह जसोल, समिति सदस्य कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल, मांगूसिंह जागसा, लालसिंह असाड़ा, सूरजभान सिंह दाखा सहित मालाणी क्षेत्र के अनेक प्रबुद्धजन और हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।