रेगिस्तान की जीवनरेखा मानी जाने वाली खेजड़ी पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को लेकर बिश्नोई समाज अब खुलकर विरोध की राह पर उतर आया है। जोधपुर जिले के ओसियां क्षेत्र में सोलर प्लांट लगाने की आड़ में हो रही पेड़ों की कटाई के खिलाफ मंगलवार को बिश्नोई टाइगर फोर्स ने कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान समाज के लोगों ने जमकर विरोध जताते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
कंपनियों पर संरक्षण का आरोप
बिश्नोई टाइगर फोर्स पदाधिकारियों का कहना है कि सोलर कंपनियां स्थानीय नेताओं के संरक्षण में खेजड़ी पेड़ों का बड़े पैमाने पर विनाश कर रही हैं। ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया कि कंपनियां नियमों की अनदेखी कर रही हैं। नियमों में स्पष्ट प्रावधान है कि जितने पेड़ काटे जाएं, उतने ही नए पेड़ लगाने होंगे, मगर इसकी पालना बिल्कुल नहीं की जा रही है।
समाज की आस्था पर चोट
धरने में शामिल ग्रामीणों ने कहा कि खेजड़ी उनके जीवन और संस्कृति का अहम हिस्सा है। बिश्नोई समाज के लिए यह वृक्ष पूजनीय है। उनके पूर्वजों ने खेजड़ी की रक्षा के लिए बलिदान दिए हैं, लेकिन आज कंपनियां व्यावसायिक हितों के लिए इसका विनाश कर रही हैं। भवाद, विनायकपुर और खारी गांव के लोगों ने भी इस कटाई का विरोध करते हुए प्रशासन से तत्काल रोक लगाने की मांग की।
यह भी पढ़ें- Sikar News: परीक्षा देने गई छात्रा से हैवानियत, कॉलेज में मौजूद दो कर्मचारियों ने किया दुष्कर्म, मामला दर्ज
मुख्यमंत्री को सौंपा गया ज्ञापन
फोर्स पदाधिकारियों ने बताया कि कुछ समय पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की गई थी। मुख्यमंत्री ने तब भरोसा दिलाया था कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मंगलवार को दिए गए ज्ञापन में समाज ने फिर मांग उठाई है कि इस कटाई को तुरंत रोका जाए, अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
रेगिस्तान का कल्पवृक्ष है खेजड़ी
खेजड़ी को रेगिस्तान का कल्पवृक्ष कहा जाता है। यह पेड़ न सिर्फ मिट्टी की नमी बनाए रखता है, बल्कि मवेशियों के लिए चारा और सांगरी जैसे पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराता है। यही कारण है कि बिश्नोई समाज सदियों से इसके संरक्षण को जीवन का हिस्सा मानता आया है।
यह भी पढ़ें- Jodhpur News: भड़ला मारपीट मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई, पांच आरोपियों को हिरासत में लिया