सिरोही के श्री पावापुरी तीर्थ जीव मैत्री धाम ट्रस्ट की 24वीं वार्षिक बैठक श्रेष्ठिवर्य अमिशभाई विनोदभाई शाह के मुख्य आतिथ्य और ट्रस्ट चेयरमैन किशोरभाई संघवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में बीते 25 वर्षों की प्रगति की समीक्षा की गई तथा वर्ष 2026 में मनाए जाने वाले रजत जयंती महोत्सव की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए।
प्रगति की समीक्षा
बैठक में ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन ने वर्ष 2024 की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल थे:
- 25 वर्षों में तीर्थ में कुल 86,47,586 श्रद्धालुओं का आगमन हुआ।
- प्रतिदिन औसतन 1,000 यात्रियों का आगमन दर्ज किया गया।
- 26,61,030 यात्रियों ने रात्रि विश्राम किया और 1,64,10,073 श्रद्धालुओं ने भोजनशाला में भोजन ग्रहण किया।
- गोशाला में प्रतिदिन औसतन 5,719 गोवंश का लालन-पालन किया गया।
- वर्ष 2024 में तीर्थ में 3,15,446 यात्रियों का आगमन हुआ, जिनमें से 73,191 यात्रियों ने रात्रि विश्राम किया।
- इस वर्ष 671 साधु-साध्वी, 43 संघ, 6 बड़े पूजन और 4 वाचना शिविर संपन्न हुए।
- समर्पित स्टाफ के प्रति कृतज्ञता स्वरूप प्रत्येक कर्मचारी को यात्रियों द्वारा कुल 2,908 रुपये नकद और 1 किट उपहारस्वरूप प्रदान की गई।
रजत जयंती महोत्सव की रूपरेखा
मुख्य अतिथि अमिशभाई शाह ने अपने संबोधन में कहा कि पावापुरी तीर्थ ने जैन धर्म में प्रबंधन के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। तीर्थ का स्वच्छ वातावरण, देवदर्शन, गोसेवा और अनुशासित व्यवस्थाएँ आगंतुकों को आध्यात्मिक शांति और नई ऊर्जा प्रदान करती हैं। ट्रस्ट चेयरमैन किशोरभाई संघवी ने रजत जयंती महोत्सव को भव्य एवं यादगार बनाने के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के अंतर्गत सामाजिक सरोकार के रूप में मालगांव में हायर सेकेंडरी स्कूल के नए भवन का निर्माण कार्य 14 अप्रैल 2025 को शिलान्यास के साथ प्रारंभ किया जाएगा। इसके अलावा, आचार्य उदयवलभसूरी की निश्रा में भव्य उपधान, पोशदशमी मेला और आचार्य भगवंत मेघवल्लभसूरी का समाधि मंदिर निर्माण भी प्रस्तावित है।
ट्रस्ट की विशेषता
यह देश का पहला ट्रस्ट है, जिसके निर्माता परिवार के 13 सदस्यों को वर्ष में 6 बार तीर्थ यात्रा अनिवार्य है। अनुपस्थिति की स्थिति में प्रत्येक विजिट के बदले 5 लाख रुपये जीवदया कोष में जमा करने का नियम है। पिछले 25 वर्षों में किसी भी सदस्य ने अनुपस्थिति दर्ज नहीं कराई। बैठक में ट्रस्टी नवलमल तातेड़ परिवार मारोल की ओर से पैदल संघ निकालने पर संघवी की पदवी मिलने पर किशोरभाई संघवी का स्वागत किया गया।
पावापुरी तीर्थ: जीवदया और सेवा का प्रतीक
बैठक से पूर्व ट्रस्ट मंडल और केपी संघवी परिवार को हित-शिक्षा प्रदान करते हुए आचार्य उदयवलभसूरी ने कहा कि पावापुरी तीर्थ और गोशाला वास्तव में जैन समाज के लिए एक लैंडमार्क है। यहाँ की प्रबंधन शैली, सेवा भाव और सकारात्मक दृष्टिकोण अनुकरणीय हैं। उन्होंने कहा कि यह तीर्थ जैन धर्म की अमूल्य धरोहर है और इसे सुरक्षित रखना नई पीढ़ी की जिम्मेदारी है। बैठक के प्रारंभ में मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर भगवान शंखेश्वर पार्श्वनाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। ट्रस्ट की ओर से मुख्य अतिथि का किशोरभाई और कीर्तिभाई ने साफा पहनाकर अभिनंदन किया।