मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में मवेशियों को खिलाने के लिए ले जाए जा रहे, चारे से भरी ट्राली में अचानक आग लग गई। और देखते ही देखते सारा चारा जलकर खाक हो गया। हालांकि इस दौरान गांव वालों ने कड़ी मशक्कत करके ट्रैक्टर और ट्राली को जलने से बचा लिया। चारा ले जाने के दौरान ग्राम पंचायत बड़गांव के गांव बंधान में, राह चलते ट्रैक्टर से अचानक धुंआ निकलते देख, राहगीरों ने ड्राइवर को सूचना दी, जिस पर ट्रैक्टर का चालक कुछ समझ पाता, तब तक काफी देर हो चुकी थी, और आग लगने से सारा चारा जलकर राख हो गया था। लेकिन इसमें चारा खरीद कर और मजदूरों से उसकी कटाई का रुपया देकर, ट्रेक्टर के जरिये ले जा रही, गरीब एवं विधवा ग्राम बंधान निवासी महिला गुलाब बाई का बड़ा नुकसान हो गया।
हालांकि ग्राम पंचायत बड़गांव के सरपंच ने गरीब महिला जोकि जंगल से चारा कटवा कर ट्रैक्टर ट्राली में भरवा कर ले जा रही थी, उसको हुए नुकसान के देखते हुए सहायता राशि के रूप में ग्राम पंचायत की ओर से उसे मदद देने का आश्वासन दिया है।
5 कोठी पानी से भी नहीं बुझी आग
इधर ग्राम पंचायत बड़गांव के सरपंच मालू सिंह ने बताया कि, गांव की गुलाब बाई के द्वारा ट्रैक्टर भरकर चार लाया जा रहा था। इसमें करीब 5 से 6 हजार रु का चारा भरा था, जोकि मजदूर लगाकर लाया गया था। इसके साथ ही 1500 रु का ट्रैक्टर का भाड़ा भी लगा था। लेकिन इसे लाते समय अचानक ट्रैक्टर में आग लग गई। इसके बाद बंधान गांव के कुछ लोगों ने मिलकर पांच से अधिक कोठियां भरकर पानी डाला, तब तक भी आग नहीं बुझी थी।
टायरों पर लगातार डाला पानी, तब बचे
वहीं सरपंच ने बताया कि इस जलते हुए ट्रैक्टर को गांव की पानी की बड़ी होद के पास ले जाया गया। जहां सभी ने मिलकर करीब 2 से 3 घंटे तक इस पर पानी डाला। तब जाकर ट्रैक्टर को और ट्राली के पहियों को जलने से बचाया जा सका। लेकिन इसमें ट्राली में रखा चारा तो पूरा जल गया। इस दौरान फायर गाड़ी को भी बुलाया गया था, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। हमारी कोशिश थी कि ट्रैक्टर और ट्राली के टायर को बचाया जाए, नहीं तो बड़ा नुकसान हो जाता। इसलिए हमने टायरों पर लगातार पानी डालकर उन्हें बचाया अन्यथा गुलाब बाई तो बहुत गरीब महिला है, वह बेचारी टायरों के पैसे कैसे चुका पाती।