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Madagascar: मेडागास्कर में तख्तापलट के बाद सेना के कर्नल ने संभाला राष्ट्रपति पद, संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, एंटानानारिवो
Published by: पवन पांडेय
Updated Fri, 17 Oct 2025 03:46 PM IST
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सार
मेडागास्कर में तख्तापलट के बाद सेना के कर्नल ने राष्ट्रपति का पद संभाल लिया है। बता दें कि, द्विपीय देश में 1960 में आजादी के बाद से कई बार तख्तापलट हो चुका है। मौजूदा तख्तापलट भी इस राजनीतिक अस्थिरता की एक और कड़ी है। खुद पूर्व राष्ट्रपति राजोएलीना भी 2009 में सैन्य समर्थन से सत्ता में आए थे।

कर्नल माइकल रैंड्रियानिरीना बने मेडागास्कर के नए राष्ट्रपति
- फोटो : X @colonelMichaelR
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विस्तार
अफ्रीका के पूर्वी तट के पास बसे द्वीपीय देश मेडागास्कर में सैन्य तख्तापलट के बाद सेना के एक कर्नल ने सत्ता संभाल ली है। कर्नल माइकल रैंड्रियनिरीना ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। संयुक्त राष्ट्र ने इस सैन्य कब्जे की कड़ी निंदा की है। कर्नल रैंड्रियनिरीना ने सिर्फ तीन दिन पहले घोषणा की थी कि सेना देश की बागडोर संभालेगी। गुरुवार को उन्हें औपचारिक रूप से संवैधानिक न्यायालय में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर सैन्य अधिकारियों, सरकारी प्रतिनिधियों और विदेशी राजनयिकों ने भाग लिया।
यह भी पढ़ें - Mongolia: सत्ता संघर्ष में मंगोलिया के पीएम को गंवानी पड़ी कुर्सी, सिर्फ 4 महीने सरकार में रहे गोम्बोजाव
कैसे हुआ सत्ता परिवर्तन?
पिछले तीन हफ्तों से युवाओं के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे थे। प्रदर्शनकारियों की मुख्य शिकायतें थीं, पानी और बिजली की कमी, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार। इसी माहौल में कर्नल रैंड्रियनिरीना ने राष्ट्रपति एंड्री राजोएलीना के खिलाफ बगावत कर दी और उनके समर्थक सैनिकों को पीछे धकेलते हुए सत्ता पर कब्जा कर लिया।
देश छोड़कर राष्ट्रपति भागे, संसद ने हटाया
इस दौरान राष्ट्रपति राजोएलीना देश छोड़कर भाग गए। रिपोर्टों के अनुसार, वे एक फ्रांसीसी सैन्य विमान से निकले। संसद ने उनके खिलाफ महाभियोग चलाकर पद से हटा दिया। इसके बाद संवैधानिक न्यायालय ने सेना के कर्नल को राष्ट्रपति बनने का न्योता दिया।
नई व्यवस्था- दो साल तक सेना की हुकूमत
कर्नल रैंड्रियनिरीना ने कहा है कि देश को अब एक सैन्य परिषद चलाएगी और 18 महीने से दो साल बाद चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने दावा किया, 'अब हम देश को फिर से गौरव दिलाएंगे, असुरक्षा से लड़ेंगे और जनता की समस्याएं हल करेंगे।'
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तख्तापलट की यूएन ने की आलोचना
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यह सत्ता परिवर्तन असंवैधानिक है और 'संवैधानिक व्यवस्था बहाल की जानी चाहिए।' अफ्रीकी संघ ने भी इस कदम को पूरी तरह खारिज कर दिया है और मेडागास्कर की सदस्यता निलंबित कर दी है।

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कैसे हुआ सत्ता परिवर्तन?
पिछले तीन हफ्तों से युवाओं के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे थे। प्रदर्शनकारियों की मुख्य शिकायतें थीं, पानी और बिजली की कमी, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार। इसी माहौल में कर्नल रैंड्रियनिरीना ने राष्ट्रपति एंड्री राजोएलीना के खिलाफ बगावत कर दी और उनके समर्थक सैनिकों को पीछे धकेलते हुए सत्ता पर कब्जा कर लिया।
देश छोड़कर राष्ट्रपति भागे, संसद ने हटाया
इस दौरान राष्ट्रपति राजोएलीना देश छोड़कर भाग गए। रिपोर्टों के अनुसार, वे एक फ्रांसीसी सैन्य विमान से निकले। संसद ने उनके खिलाफ महाभियोग चलाकर पद से हटा दिया। इसके बाद संवैधानिक न्यायालय ने सेना के कर्नल को राष्ट्रपति बनने का न्योता दिया।
नई व्यवस्था- दो साल तक सेना की हुकूमत
कर्नल रैंड्रियनिरीना ने कहा है कि देश को अब एक सैन्य परिषद चलाएगी और 18 महीने से दो साल बाद चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने दावा किया, 'अब हम देश को फिर से गौरव दिलाएंगे, असुरक्षा से लड़ेंगे और जनता की समस्याएं हल करेंगे।'
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तख्तापलट की यूएन ने की आलोचना
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यह सत्ता परिवर्तन असंवैधानिक है और 'संवैधानिक व्यवस्था बहाल की जानी चाहिए।' अफ्रीकी संघ ने भी इस कदम को पूरी तरह खारिज कर दिया है और मेडागास्कर की सदस्यता निलंबित कर दी है।