PM Modi: भूटान नरेश ने दिल्ली विस्फोट पीड़ितों के लिए की प्रार्थना, दोनों देशों के संबंधों को सराहा
प्रधानमंत्री ने कहा, 'सदियों से भारत और भूटान का संबंध बहुत ही गहन, आत्मीय और सांस्कृतिक रहा है। इसलिए, इस महत्वपूर्ण अवसर में शामिल होने का, भारत का और मेरा वादा था।'
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भूटान में दिल्ली धमाके पर बोले पीएम मोदी#WATCH थिम्पू: भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी का अपने देश की राजकीय यात्रा पर स्वागत किया। pic.twitter.com/GxOQXvF8y5
विज्ञापन— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2025विज्ञापन
भूटान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली धमाके की घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 'आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। दिल्ली ब्लास्ट ने सभी को व्यथित किया। पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और जो भी इस धमाके के पीछे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मैं कल रातभर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ, सभी महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क में था। विचार-विमर्श चल रहा था, जानकारियों के तार जोड़े जा रहे थे। हमारी एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जाएंगी। इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।'
पिपरहवा अवेषों के दर्शनों पर कही ये बात
प्रधानमंत्री मोदी ने थिम्फू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 'आज का दिन भूटान के लिए, भूटान के राज परिवार के लिए और विश्व शांति में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए बहुत अहम है। सदियों से भारत और भूटान का संबंध बहुत ही गहन, आत्मीय और सांस्कृतिक रहा है। इसलिए, इस महत्वपूर्ण अवसर में शामिल होने का, भारत का और मेरा वादा था।'
भारत-भूटान संबंधों पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 'आज यहां एक तरफ वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव का आयोजन हो रहा है और दूसरी ओर भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेषों के दर्शन हो रहे हैं। इन सबके साथ हम सब भूटान के चौथे राजा के 70वें जन्मदिन समारोह के साक्षी बन रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा जन्म वडनगर में हुआ और यह बौद्ध परंपरा से जुड़ा है। मेरी कर्मभूमि वाराणसी है और वह भी बौद्ध परंपरा से जुड़ी है। यही वजह है कि इस उत्सव में शामिल होना मेरे लिए खास है।'
पीएम मोदी ने कहा कि '2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुझे अपनी पहली विदेश यात्रा में भूटान आने का अवसर मिला था। मैं आज भी उस यात्रा को याद करता हूं, तो मन भावनाओं से भर जाता है। भारत और भूटान के संबंध इतने मजबूत और समृद्ध हैं कि हम मुश्किलों में भी साथ थे, हमने चुनौतियों का सामना भी मिलकर किया।'
पर्यावरण के मामले में भूटान की उपलब्धियों को पीएम मोदी ने सराहा
पीएम मोदी ने कहा कि 'भूटान के पूर्व और मौजूदा राजाओं ने सतत विकास और पर्यावरण पहले का विजन आगे बढ़ाया है। इसी विजन की नींव पर आज भूटान विश्व का पहला कार्बन निगेटिव देश बना है। ये एक असाधारण उपलब्धि है। आज जब हम दोनों देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तो इस विकास को हमारी ऊर्जा साझेदारी और गति दे रही है। भारत-भूटान हाइड्रो पावर साझेदारी की नींव भी भूटान के राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुकके नेतृत्व में रखी गई थी। आज जब हम विकास और समृद्धि की तरफ चल पड़े हैं, तब भी हमारा साथ और मजबूत हो रहा है।'
इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री तोबगे के साथ बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के राजा वांगचुक मिलकर भारत और भूटान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित 1020 मेगावाट के पुनात्सांगछू-II हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने शनिवार को कहा कि इस दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग के खास रिश्तों को मजबूत करना है।
'यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों में नई जान डालेगा'
इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने थिम्फू के पारो एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। तोबगे ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मैं अपने बड़े भाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान में स्वागत करने में पूरे देश के साथ शामिल हूं।' दौरे पर निकलने से पहले एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि मेरा यह दौरा हमारी दोस्ती के बंधन को और गहरा करेगा और साझा प्रगति और समृद्धि की दिशा में हमारे प्रयासों को मजबूत करेगा।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारी साझेदारी हमारी 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' (पड़ोसी पहले नीति) का एक मुख्य स्तंभ है और पड़ोसी देशों के बीच बेहतरीन दोस्ताना संबंधों का एक मॉडल है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दौरा हमारे द्विपक्षीय संबंधों में नई जान डालेगा।
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भूटान के राजा ने दिल्ली विस्फोट के पीड़ितों के लिए की प्रार्थना
#WATCH | His Majesty the King of Bhutan led a prayer, with thousands of Bhutanese, for the victims of the Delhi blast, at the Changlimithang Stadium in Thimphu
— ANI (@ANI) November 11, 2025
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/b2cgOOuof5