Russia Ukraine War: यूक्रेन युद्ध पर शांति की उम्मीद, यूएस के प्रस्ताव पर रूस बोला- बातचीत सकारात्मक दिशा में
Russia Stand on US Peace Plan: यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका की ओर से पेश शांति योजना पर रूस और अमेरिका के बीच बातचीत जारी है। रूस ने इसे रचनात्मक बताया है। हालांकि यूक्रेन और रूस की मांगों में बड़ा अंतर बना हुआ है। इसी बीच यूरोपीय संघ ने यूक्रेन को अगले दो साल में 90 अरब यूरो की मदद देने का फैसला किया है।
विस्तार
करीब चार साल से जारी यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिशों के बीच अमेरिका के शांति प्रस्ताव पर रूस और अमेरिका के बीच बातचीत आगे बढ़ती दिख रही है। रूस ने कहा है कि यूक्रेन को लेकर अमेरिका की ओर से रखी गई शांति योजना पर चर्चा रचनात्मक तरीके से चल रही है। यह बयान ऐसे समय आया है, जब युद्ध के कारण यूरोप और दुनिया भर में राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक विशेष दूत ने बताया कि अमेरिका के प्रस्तावित शांति प्लान पर बातचीत फ्लोरिडा में जारी है और यह प्रक्रिया आगे भी चलेगी। यह बातचीत ट्रंप प्रशासन की उस कूटनीतिक पहल का हिस्सा है, जिसके जरिए यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले इसी हफ्ते बर्लिन में यूक्रेन और यूरोपीय अधिकारियों के साथ भी बैठकें हुई थीं।
फ्लोरिडा में अमेरिका-रूस की अहम बैठक
रूसी दूत किरिल ने कहा कि शांति वार्ता पहले शुरू हुई थी और शनिवार को भी जारी रही। उन्होंने बताया कि यह बातचीत रविवार को भी आगे बढ़ेगी। किरिल ने अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर से मुलाकात की। रूस का कहना है कि मौजूदा दौर की चर्चा गंभीर है और इसमें समाधान निकालने की कोशिश हो रही है।
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यूक्रेन की चिंता और अमेरिका की भूमिका
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि आगे बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि रूस के साथ बातचीत के बाद अमेरिका का रुख क्या रहता है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय दिया, जब यूक्रेन के मुख्य वार्ताकार ने अमेरिका में अमेरिकी और यूरोपीय साझेदारों के साथ अलग-अलग बैठकों को पूरा करने की जानकारी दी। यूक्रेन चाहता है कि किसी भी शांति समझौते में उसकी सुरक्षा और संप्रभुता से समझौता न हो।
रूस के सख्त रुख से मुश्किलें
हालांकि शांति प्रयासों के बावजूद बातचीत आसान नहीं है। ट्रंप प्रशासन की पहल को मॉस्को और कीव की एक-दूसरे से टकराती मांगों का सामना करना पड़ रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल के दिनों में संकेत दिए हैं कि वह यूक्रेन पर अपनी अधिकतम शर्तों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पुतिन ने साफ कहा है कि यदि यूक्रेन रूस की शर्तों को नहीं मानता, तो रूस अपने सैन्य लक्ष्य हासिल करने में जुटा रहेगा। इस बीच युद्ध के मैदान में भारी नुकसान के बावजूद रूसी सेना धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।
यूरोप की तैयारी और आर्थिक मदद
युद्ध के बीच यूरोपीय संघ ने भी बड़ा फैसला लिया है। यूरोपीय संघ के नेताओं ने यूक्रेन की सैन्य और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए अगले दो वर्षों में 90 अरब यूरो की मदद पर सहमति जताई है। हालांकि बेल्जियम के साथ मतभेदों के कारण जमे हुए रूसी संपत्तियों का इस्तेमाल कर धन जुटाने पर सहमति नहीं बन पाई। इसके चलते यह राशि पूंजी बाजार से उधार लेकर जुटाई जाएगी। यह कदम दिखाता है कि यूक्रेन युद्ध का असर सिर्फ युद्ध क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर रहा है।
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