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Bihar: मारा, घसीटा...शमशान तक ले जाकर जिंदा जलाने की तैयारी, नवादा में बुजुर्ग दंपति से हैवानियत; पति की मौत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नवादा
Published by: शबाहत हुसैन
Updated Wed, 27 Aug 2025 02:31 PM IST
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सार
Bihar: हद तो तब हो गई जब भीड़ उन्हें पास के श्मशान घाट तक खींच ले गई, जहां उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। महिला किसी तरह वहां से भाग निकली और जान बचाई। पढ़ें पूरा मामला

पीड़ित महिला
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बिहार के नवादा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां अंधविश्वास और कुरीति की भेंट चढ़े एक बुजुर्ग दंपति के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं। यह घटना हिसुआ थाना क्षेत्र के पांचू गढ़ मुसहरी की है, जहां ग्रामीणों ने 70 वर्षीय गया मांझी की पत्नी पर डायन-ओझा होने का आरोप लगाते हुए उन्हें बेरहमी से पीटा, अपमानित किया और हत्या का प्रयास किया। इस घटना में गया मांझी की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
मंगलवार रात को गांव में गया मांझी की पत्नी के डायन के अंधविश्वास की अफवाह में बेकाबू हुई भीड़ ने उनके घर पर धावा बोल दिया। दंपति को जबरन घर से बाहर खींचकर पहले जमकर पीटा गया। इसके बाद भीड़ ने महिला का सिर मुंडवा दिए और शरीर पर चूना पोत दिया। उन्हें जूते-चप्पलों की माला पहनाकर पूरे मोहल्ले में घुमाया गया।
श्मशान घाट तक खींच ले गई भीड़
हद तो तब हो गई जब भीड़ उन्हें पास के श्मशान घाट तक खींच ले गई, जहां उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। महिला किसी तरह वहां से भाग निकली और जान बचाई। हालांकि गया मांझी इतनी बुरी तरह जख्मी हो चुके थे कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
पढ़ें: 21 सूत्री मांगों को लेकर बिहार गृह रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ का धरना, सरकार को दी इस बात की चेतावनी
पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
घटना की सूचना पर देर रात 112 नंबर की पुलिस टीम को भेजा गया, लेकिन भीड़ के उग्र रूप को देखते हुए तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। बुधवार सुबह हिसुआ थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नवादा भेजा गया है। घायल महिला का इलाज हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन और समाज पर सवाल
इस भयावह घटना ने पुलिस और प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर पहुंचती, तो गया मांझी की जान बचाई जा सकती थी। साथ ही, यह मामला समाज में फैले अंधविश्वास और अशिक्षा की भी पोल खोलता है, जहां 21वीं सदी में भी "डायन" जैसे आरोप लगाकर लोगों की जान ली जा रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
हिसुआ थाना की एसआई रूपा कुमारी ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। भीड़ में शामिल लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय बयान और अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।पुलिस कई लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है।

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कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
मंगलवार रात को गांव में गया मांझी की पत्नी के डायन के अंधविश्वास की अफवाह में बेकाबू हुई भीड़ ने उनके घर पर धावा बोल दिया। दंपति को जबरन घर से बाहर खींचकर पहले जमकर पीटा गया। इसके बाद भीड़ ने महिला का सिर मुंडवा दिए और शरीर पर चूना पोत दिया। उन्हें जूते-चप्पलों की माला पहनाकर पूरे मोहल्ले में घुमाया गया।
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श्मशान घाट तक खींच ले गई भीड़
हद तो तब हो गई जब भीड़ उन्हें पास के श्मशान घाट तक खींच ले गई, जहां उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। महिला किसी तरह वहां से भाग निकली और जान बचाई। हालांकि गया मांझी इतनी बुरी तरह जख्मी हो चुके थे कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
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पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
घटना की सूचना पर देर रात 112 नंबर की पुलिस टीम को भेजा गया, लेकिन भीड़ के उग्र रूप को देखते हुए तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। बुधवार सुबह हिसुआ थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नवादा भेजा गया है। घायल महिला का इलाज हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन और समाज पर सवाल
इस भयावह घटना ने पुलिस और प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर पहुंचती, तो गया मांझी की जान बचाई जा सकती थी। साथ ही, यह मामला समाज में फैले अंधविश्वास और अशिक्षा की भी पोल खोलता है, जहां 21वीं सदी में भी "डायन" जैसे आरोप लगाकर लोगों की जान ली जा रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
हिसुआ थाना की एसआई रूपा कुमारी ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। भीड़ में शामिल लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय बयान और अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।पुलिस कई लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है।