Bihar: 15 साल से दबंगों द्वारा कब्जाई गई जमीन को राजस्व पदाधिकारी ने कराया मुक्त, पीड़ित रास्ते की कर रहे मांग
Bihar News: मंगलवार को डीसीएलआर के आदेश पर राजस्व पदाधिकारी प्रभात कुमार की मौजूदगी में कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराया गया। इस दौरान पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से ऐसबेस्टस और दीवार को तोड़वाया गया।

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मुंगेर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के दक्षिणी शास्त्रीनगर वार्ड संख्या-35 निवासी राकेश कुमार रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पिछले 15 वर्षों से पूरबसराय निवासी आशा देवी की चार कट्टा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था।

मंगलवार को डीसीएलआर के आदेश पर राजस्व पदाधिकारी प्रभात कुमार की मौजूदगी में कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराया गया। इस दौरान पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से ऐसबेस्टस और दीवार को तोड़वाया गया। कार्रवाई के समय कासिम बाजार, पूरबसराय, कोतवाली और वासुदेवपुर थाना के थानाध्यक्ष सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। जमीन खाली कराने के दौरान घर की महिलाओं ने पुलिस और अधिकारियों से नोकझोंक भी की। महिलाएं बार-बार पुलिस को घर से बाहर जाने की बात कह रही थीं।
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पीड़ित के पुत्र कुंदन कुमार ने बताया कि वर्ष 2011 में उनके पिता दिवंगत कमलकिशोर प्रसाद ने साकेत अरुण, शशि और संजीव से चार कट्टा जमीन खरीदी थी। इसमें तीन कट्टा पीटी स्टेट की जमीन थी और एक कट्टा रजिस्ट्री की। उन्होंने कहा कि जमीन खरीदने के बाद उस पर उनका आना-जाना था, लेकिन 2012 में जब उनके पिता ने घेराबंदी करानी चाही तो पप्पू यादव ने मारपीट की थी। इस मामले में कासिम बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी और पप्पू यादव की गिरफ्तारी भी हुई थी।
कुंदन ने बताया कि उनके पिता आर्मी के जवान थे। बावजूद इसके पप्पू यादव ने 15 साल से जमीन पर कब्जा कर रखा था। कई बार निवेदन करने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। अंततः तीन महीने पहले उन्होंने डीसीएलआर मुंगेर को आवेदन दिया, जिसके बाद जांच कर आदेश जारी किया गया। इसी के तहत मंगलवार को राजस्व विभाग और पुलिस बल ने कब्जा हटवाया। उन्होंने कहा कि जमीन तो मुक्त करा दी गई है, लेकिन रास्ते का विवाद अभी बाकी है। पप्पू यादव ने गेट लगाकर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे परेशानी बनी हुई है।