Bihar Politics: रालोमो में सियासी भगदड़, कई पदाधिकारियों का इस्तीफा; इनके व्यवहार की क्यों हो रही निंदा?
राष्ट्रीय लोक मोर्चा में बड़े पैमाने पर भगदड़ मच गई है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल और प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार सहित दर्जनभर नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा की कार्यशैली से नाराज होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) में बुधवार को बड़े पैमाने पर इस्तीफों की बाढ़ आ गई। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल, प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार सहित एक दर्जन से अधिक पदाधिकारियों और प्रमुख सदस्यों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सभी ने अपने-अपने त्यागपत्रों में पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए कड़ी निंदा की है।
अब अगले निर्णय पर सबकी नजर
त्यागपत्र का कारण पूछे जाने पर जितेंद्र नाथ पटेल और राहुल कुमार ने कहा कि “कुशवाहा का क्रियाकलाप अब राजनीतिक पाचन शक्ति से परे हो गया है।” उन्होंने बताया कि अगला कदम साथियों से चर्चा के बाद तय किया जाएगा।
खुलकर विरोध किया था
जानकारी के अनुसार, एनडीए का हिस्सा रहते हुए भी रालोमो की जिला इकाई, विशेषकर जितेंद्र नाथ पटेल, ने विधानसभा चुनाव में शेखपुरा और बरबीघा सीट पर एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया था। बावजूद इसके दोनों सीटें जदयू ने ऐतिहासिक अंतर से जीती थीं।
ये नाम हैं शामिल
बुधवार को शेखपुरा में इस्तीफा देने वालों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल, प्रदेश प्रवक्ता व प्रदेश महासचिव राहुल कुमार, प्रमोद यादव, राजेश रंजन उर्फ गुरु जी, जिलाध्यक्ष पप्पू राज मंडल, प्रखंड अध्यक्ष गोरेलाल कुशवाहा, अमीर राज मंडल, विद्या सागर, प्रेम गुप्ता, सत्येंद्र सिंह समेत कई अन्य नेताओं के नाम शामिल हैं।
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यह बड़ा कारण बताया जा रहा है
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बिना चुनाव लड़े उपेंद्र कुशवाहा द्वारा अपने बेटे को मंत्री बनाए जाने को भी बड़े असंतोष का कारण माना जा रहा है। गौरतलब है कि जितेंद्र नाथ पटेल पिछले लगभग एक दशक से कुशवाहा के सबसे करीबी सहयोगियों में शामिल रहे हैं।