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Patna Book Fair 2025: दुनिया का सबसे महंगा ग्रंथ ‘मैं’ बनेगा आकर्षण, 300 से ज्यादा होंगे कार्यक्रमों
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Wed, 03 Dec 2025 04:08 PM IST
सार
पटना का 41वां सीआरडी पटना पुस्तक मेला 5 से 16 दिसंबर तक गांधी मैदान में आयोजित होगा, जिसका उद्घाटन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी करेंगे।
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पटना पुस्तक मेला
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बिहार का लोक उत्सव सीआरडी पटना पुस्तक मेला, जो पिछले 41 वर्षों से लगातार आयोजित होता आ रहा है, इस बार 5 दिसंबर को अपराह्न 1 बजे बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के शुभ कर-कमलों से उद्घाटित होगा। पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान इस महोत्सव के लिए पूरी तरह सजा-धजा तैयार है। कलकत्ता से आए सौ से अधिक कलाकारों की ठक-ठक के साथ अंतिम तैयारियाँ जारी हैं। 5 से 16 दिसंबर 2025 तक चलने वाले इस मेले का परिसर पीली रोशनी से जगमगा रहा है।
इस बार सीआरडी पटना पुस्तक मेला एक वैश्विक आकर्षण का साक्षी बनने जा रहा है। चर्चित साहित्यकार रत्नेश्वर द्वारा रचित दुनिया का सबसे महंगा ग्रंथ 'मैं' यहां प्रदर्शित होगा, जिसकी कीमत 15 करोड़ रुपये है। यह ग्रंथ हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में उपलब्ध रहेगा। पुस्तक प्रेमियों को इस अनोखे ग्रंथ के साथ सेल्फी लेने का अवसर भी मिलेगा। अनुमान है कि लगभग 6 लाख दर्शक इसे देखने पहुंचेंगे।
मेले में प्रवेश रामगुलाम चौक स्थित गेट नंबर 10 सहित तीन मुख्य द्वारों से होगा। सभी द्वारों पर टिकट काउंटर की सुविधा रहेगी। ड्रेस में आए स्कूली बच्चों को निशुल्क प्रवेश मिलेगा, जबकि सोमवार से शुक्रवार तक कॉलेज छात्रों के लिए मुफ्त टिकट की व्यवस्था रहेगी। यह जानकारी संयोजक अमित झा ने दी।
इस बार का मेला चर्चित कथाकार अवधेश प्रीत को समर्पित है। एक्टिविटी जोन को प्रसिद्ध शायर कासिम खुर्शीद के नाम पर रखा गया है। तीन मुख्य द्वारों के नाम हैं, अगस्त्य मुख्य द्वार, विश्वामित्र मुख्य द्वार और चरक मुख्य द्वार। अन्य स्थलों को भी आचार्यों के नाम दिए गए हैं, धन्वंतरि प्रशासनिक भवन, व्यास मंच, कश्यप मंच, माधव कला दीर्घा, सिनेमा उनेमा का भृगु हॉल, तथा नुक्कड़ नाटक स्थल का नाम आचार्य सुश्रुत रखा गया है। यह जानकारी मेले के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने साझा की।
इस बार मेले में पिछले वर्ष से अधिक करीब 300 नए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें तेरी मेरी प्रेम कहानी, मुशायरा, कवि सम्मेलन, ज्ञान और गुरुकुल, संपादक से संवाद, किताब के शब्द उच्चरित हुए, युवा स्वर, स्वास्थ्य-संवाद, सिनेमा-उनेमा, कला दीर्घा, जनसंवाद, आओ आओ नाटक देखो, कैंपस, स्कूल उत्सव, और हमारे हीरो जैसे प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं।
मेले की थीम 'वेलनेस-अ वे ऑफ लाइफ' पर केंद्रित राष्ट्रीय स्वास्थ्य-संवाद होगा। डॉक्टर विकास शंकर के संयोजन में देश के प्रमुख विशेषज्ञ डॉक्टर हृदय, मस्तिष्क, त्वचा, हड्डी, पोषण, फिजियोथेरेपी, शिशु रोग, स्त्रीरोग, नेत्र, ईएनटी, दंत, मधुमेह, गुर्दा, पाचन तंत्र, जेरियाट्रिक और मानसिक स्वास्थ्य के विषयों पर श्रोताओं से सीधे संवाद करेंगे।
चर्चित लेखक-संपादक प्रभात रंजन के संयोजन में 'शशिभूषण द्विवेदी सम्मान' प्रदान किया जाएगा, जिसकी राशि 51 हजार रुपये है। इसमें प्रसिद्ध उपन्यासकार प्रत्यक्षा, गिरिराज किराडू सहित अनेक साहित्यकार शामिल होंगे। पटना लिटरेरी फेस्टिवल और पुस्तक मेला मिलकर राष्ट्रीय मुशायरा आयोजित करेंगे जिसमें सज्जाद झंझट, प्रेरणा प्रताप, सलमान सईद, रमेश विश्वहर, बालमोहन पांडेय और संस्कृति भाग लेंगे। वहीं भव्य कवि सम्मेलन में नीलोत्पल मृणाल, चंदन द्विवेदी, रजत, रजनी सिंह अवनी और कुमार अनमोल मंच संभालेंगे।
सिनेमा-उनेमा फिल्म फेस्टिवल के लिए एक विशेष सिनेमा हॉल बनाया जाएगा। कुमार रविकांत के संयोजन में प्रतिदिन फीचर फिल्म, शॉर्ट फिल्म और डॉक्युमेंट्री प्रदर्शित होंगी। पंकज त्रिपाठी अभिनीत 'लाली', अखिलेन्द्र मिश्रा अभिनीत 'बारात' जैसी फिल्में भी दिखाई जाएंगी। प्रत्येक दिन फिल्म विषयों पर विशेषज्ञोंत्रिपुरारी शरण, अनंत विजय, एन.एन. पांडेय, विनोद अनुपमके साथ खुला संवाद होगा। उल्लेखनीय योगदान हेतु सिने कलाकार कुणाल सिंह, प्रेमलता मिश्रा, जयमंगल देव, सुमन कुमार सिन्हा को सम्मानित किया जाएगा।
कला प्रेमियों के लिए भव्य कला दीर्घा तैयार की गई है। मनीष कुमार के संयोजन में 'बिहार की पहचान' थीम पर युवा, वरिष्ठ, लोक तथा पद्म सम्मान प्राप्त कलाकारों की प्रदर्शनी लगेगी। प्रतिदिन कला चर्चाएँ और विशिष्ट कलाकारों को सम्मान भी होगा। नुक्कड़ नाटक 'आओ आओ नाटक देखो' में पटना विमेंस कॉलेज, अरविंद महिला कॉलेज, सिमेज कॉलेज के विद्यार्थी और प्रेरणा, क्रियेशन जैसी संस्थाओं के कलाकार शामिल होंगे। वरिष्ठ रंगकर्मियोंरवि मिश्रा, सुरेश कुमार हज्जू, पुंज प्रकाश, मनीष महिवाल, मंजरी मणि त्रिपाठीका सम्मान किया जाएगा।
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'ज्ञान और गुरुकुल' में केसी सिन्हा, अबूबकर रिजवी, जयप्रकाश पांडेय, सुधांशु कुमार, गुरु प्रकाश पासवान, रेखा रानी, वीणा अमृत, मंगला रानी, संजय पासवान, डीसी राय जैसे विद्वान शामिल होंगे।
'संपादक से संवाद' में गिरिधर झा, अश्विनी कुमार, विनोद बंधू, सविता परीक, अजय कुमार जैसे वरिष्ठ पत्रकारों से सीधा संवाद होगा।
'जनसंवाद' कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एवं युवा भाग लेंगे। 'टैलेंट की उड़ान', 'जानो जंक्शन' और कैंपस गतिविधियों के अंतर्गत प्रतिदिन क्विज, डिबेट, स्टोरी राइटिंग, पेंटिंग, फेस्टिवल ऑफ बैंड्स, बिजचैप्स, एपिक रील चैलेंज में लगभग चार हजार छात्र हिस्सा लेंगे। बच्चों के लिए शेमरोक किड्स द्वारा विशेष किड्स ज़ोन तैयार किया जा रहा है, जहाँ कई प्रकार के खेल आयोजित होंगे।
मेले में इस बार 200 स्टॉल लगाए जा रहे हैं। प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, ज्ञानपीठ, उपकार प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, दिनकर पुस्तकालय, सेतु प्रकाशन, सम्यक प्रकाशन, ओसवाल बुक्स एंड लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, खन्ना पब्लिशर्स, मंजुल प्रकाशन, एनसीपीयूएल सहित कई बड़े प्रकाशक शामिल होंगे।
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इस बार सीआरडी पटना पुस्तक मेला एक वैश्विक आकर्षण का साक्षी बनने जा रहा है। चर्चित साहित्यकार रत्नेश्वर द्वारा रचित दुनिया का सबसे महंगा ग्रंथ 'मैं' यहां प्रदर्शित होगा, जिसकी कीमत 15 करोड़ रुपये है। यह ग्रंथ हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में उपलब्ध रहेगा। पुस्तक प्रेमियों को इस अनोखे ग्रंथ के साथ सेल्फी लेने का अवसर भी मिलेगा। अनुमान है कि लगभग 6 लाख दर्शक इसे देखने पहुंचेंगे।
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मेले में प्रवेश रामगुलाम चौक स्थित गेट नंबर 10 सहित तीन मुख्य द्वारों से होगा। सभी द्वारों पर टिकट काउंटर की सुविधा रहेगी। ड्रेस में आए स्कूली बच्चों को निशुल्क प्रवेश मिलेगा, जबकि सोमवार से शुक्रवार तक कॉलेज छात्रों के लिए मुफ्त टिकट की व्यवस्था रहेगी। यह जानकारी संयोजक अमित झा ने दी।
इस बार का मेला चर्चित कथाकार अवधेश प्रीत को समर्पित है। एक्टिविटी जोन को प्रसिद्ध शायर कासिम खुर्शीद के नाम पर रखा गया है। तीन मुख्य द्वारों के नाम हैं, अगस्त्य मुख्य द्वार, विश्वामित्र मुख्य द्वार और चरक मुख्य द्वार। अन्य स्थलों को भी आचार्यों के नाम दिए गए हैं, धन्वंतरि प्रशासनिक भवन, व्यास मंच, कश्यप मंच, माधव कला दीर्घा, सिनेमा उनेमा का भृगु हॉल, तथा नुक्कड़ नाटक स्थल का नाम आचार्य सुश्रुत रखा गया है। यह जानकारी मेले के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने साझा की।
इस बार मेले में पिछले वर्ष से अधिक करीब 300 नए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें तेरी मेरी प्रेम कहानी, मुशायरा, कवि सम्मेलन, ज्ञान और गुरुकुल, संपादक से संवाद, किताब के शब्द उच्चरित हुए, युवा स्वर, स्वास्थ्य-संवाद, सिनेमा-उनेमा, कला दीर्घा, जनसंवाद, आओ आओ नाटक देखो, कैंपस, स्कूल उत्सव, और हमारे हीरो जैसे प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं।
मेले की थीम 'वेलनेस-अ वे ऑफ लाइफ' पर केंद्रित राष्ट्रीय स्वास्थ्य-संवाद होगा। डॉक्टर विकास शंकर के संयोजन में देश के प्रमुख विशेषज्ञ डॉक्टर हृदय, मस्तिष्क, त्वचा, हड्डी, पोषण, फिजियोथेरेपी, शिशु रोग, स्त्रीरोग, नेत्र, ईएनटी, दंत, मधुमेह, गुर्दा, पाचन तंत्र, जेरियाट्रिक और मानसिक स्वास्थ्य के विषयों पर श्रोताओं से सीधे संवाद करेंगे।
चर्चित लेखक-संपादक प्रभात रंजन के संयोजन में 'शशिभूषण द्विवेदी सम्मान' प्रदान किया जाएगा, जिसकी राशि 51 हजार रुपये है। इसमें प्रसिद्ध उपन्यासकार प्रत्यक्षा, गिरिराज किराडू सहित अनेक साहित्यकार शामिल होंगे। पटना लिटरेरी फेस्टिवल और पुस्तक मेला मिलकर राष्ट्रीय मुशायरा आयोजित करेंगे जिसमें सज्जाद झंझट, प्रेरणा प्रताप, सलमान सईद, रमेश विश्वहर, बालमोहन पांडेय और संस्कृति भाग लेंगे। वहीं भव्य कवि सम्मेलन में नीलोत्पल मृणाल, चंदन द्विवेदी, रजत, रजनी सिंह अवनी और कुमार अनमोल मंच संभालेंगे।
सिनेमा-उनेमा फिल्म फेस्टिवल के लिए एक विशेष सिनेमा हॉल बनाया जाएगा। कुमार रविकांत के संयोजन में प्रतिदिन फीचर फिल्म, शॉर्ट फिल्म और डॉक्युमेंट्री प्रदर्शित होंगी। पंकज त्रिपाठी अभिनीत 'लाली', अखिलेन्द्र मिश्रा अभिनीत 'बारात' जैसी फिल्में भी दिखाई जाएंगी। प्रत्येक दिन फिल्म विषयों पर विशेषज्ञोंत्रिपुरारी शरण, अनंत विजय, एन.एन. पांडेय, विनोद अनुपमके साथ खुला संवाद होगा। उल्लेखनीय योगदान हेतु सिने कलाकार कुणाल सिंह, प्रेमलता मिश्रा, जयमंगल देव, सुमन कुमार सिन्हा को सम्मानित किया जाएगा।
कला प्रेमियों के लिए भव्य कला दीर्घा तैयार की गई है। मनीष कुमार के संयोजन में 'बिहार की पहचान' थीम पर युवा, वरिष्ठ, लोक तथा पद्म सम्मान प्राप्त कलाकारों की प्रदर्शनी लगेगी। प्रतिदिन कला चर्चाएँ और विशिष्ट कलाकारों को सम्मान भी होगा। नुक्कड़ नाटक 'आओ आओ नाटक देखो' में पटना विमेंस कॉलेज, अरविंद महिला कॉलेज, सिमेज कॉलेज के विद्यार्थी और प्रेरणा, क्रियेशन जैसी संस्थाओं के कलाकार शामिल होंगे। वरिष्ठ रंगकर्मियोंरवि मिश्रा, सुरेश कुमार हज्जू, पुंज प्रकाश, मनीष महिवाल, मंजरी मणि त्रिपाठीका सम्मान किया जाएगा।
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'किताब के शब्द उच्चरित हुए' कार्यक्रम में उत्कर्ष आनंद के संयोजन में प्रतिदिन देश के चर्चित कवि अपनी किताबों से पाठ करेंगे और कहानीकार कथा अंश पढ़ेंगे। युवाओं के लिए 'तेरी मेरी प्रेम कहानी' में किस्सागो डॉक्टर कुमार विमलेन्दु विश्व की प्रसिद्ध प्रेम कहानियाँ सुनाएंगे। स्कूल उत्सव के तहत बाल्डविन अकादमी, लीड्स एशियन स्कूल, डीवाई पाटिल, इंटरनेशनल स्कूल, नॉलेज ग्राम, पटना दूँ पब्लिक स्कूल, स्कॉलर्स अबोड, शेमरोक किड्स, न्यू एरा पब्लिक स्कूल आदि के छात्र सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देंगे। 'हमारे हीरो' में समाज के विशिष्ट व्यक्तियों से संवाद होगा।
'ज्ञान और गुरुकुल' में केसी सिन्हा, अबूबकर रिजवी, जयप्रकाश पांडेय, सुधांशु कुमार, गुरु प्रकाश पासवान, रेखा रानी, वीणा अमृत, मंगला रानी, संजय पासवान, डीसी राय जैसे विद्वान शामिल होंगे।
'संपादक से संवाद' में गिरिधर झा, अश्विनी कुमार, विनोद बंधू, सविता परीक, अजय कुमार जैसे वरिष्ठ पत्रकारों से सीधा संवाद होगा।
'जनसंवाद' कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एवं युवा भाग लेंगे। 'टैलेंट की उड़ान', 'जानो जंक्शन' और कैंपस गतिविधियों के अंतर्गत प्रतिदिन क्विज, डिबेट, स्टोरी राइटिंग, पेंटिंग, फेस्टिवल ऑफ बैंड्स, बिजचैप्स, एपिक रील चैलेंज में लगभग चार हजार छात्र हिस्सा लेंगे। बच्चों के लिए शेमरोक किड्स द्वारा विशेष किड्स ज़ोन तैयार किया जा रहा है, जहाँ कई प्रकार के खेल आयोजित होंगे।
मेले में इस बार 200 स्टॉल लगाए जा रहे हैं। प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, ज्ञानपीठ, उपकार प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, दिनकर पुस्तकालय, सेतु प्रकाशन, सम्यक प्रकाशन, ओसवाल बुक्स एंड लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, खन्ना पब्लिशर्स, मंजुल प्रकाशन, एनसीपीयूएल सहित कई बड़े प्रकाशक शामिल होंगे।