Satta Ka Sangram Live: किशनगंज में युवाओं से चर्चा, रोजगार, भ्रष्टाचार, पलायन के मुद्दे पर हुई बात; क्या कहा?
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है। चुनाव नजदीक आते ही माहौल पूरी तरह चुनावी हो गया है। इसी के तहत, अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ किशनगंज पहुंचा।
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रमीज रजा ने कहा, “सीमांचल में सबसे बड़ी समस्या रोजगार की कमी और बेरोजगारी है। लोग यहां से पलायन रोकना चाहते हैं। तेजस्वी यादव भी इसी मुद्दे पर काम कर रहे हैं, इसलिए हम उनका समर्थन कर रहे हैं।”
मोहम्मद केसर आलम ने कहा, “सीमांचल, खासकर कोचाधामन में हम JDU के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद का समर्थन कर रहे हैं। इस बार वे राजद से चुनाव लड़ रहे हैं और निश्चित रूप से जीतेंगे। वक्फ बिल और NRC के मुद्दे की वजह से उन्होंने जदयू छोड़ दी थी।”
सरफराज अहमद ने कहा, “इस बार फिर से AIMIM को जीत मिलेगी। हम विकास के मुद्दे पर वोट देंगे और हमारी पार्टी भू-माफिया के खिलाफ लड़ रही है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी पार्टी महागठबंधन में शामिल होना चाहती थी, लेकिन हमें शामिल नहीं किया गया। ये लोग मुसलमानों का वोट तो चाहते हैं, लेकिन AIMIM को अपने साथ नहीं लेना चाहते।”
फिरदौस आलम ने कहा, “AIMIM किसकी सरकार बनाना चाहती है, ये सवाल उनसे ही पूछना चाहिए। इस बार RJD की सरकार बनेगी, क्योंकि वे असली मुद्दों पर बात करते हैं, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं करते।”
डॉ. आमिर मीनाज ने कहा, “पहले मैं जदयू में था, अब मैं RJD में हूं। आज देश में दो तरह की सोच चल रही है, एक तरफ सांप्रदायिक ताकतें हैं और दूसरी तरफ महागठबंधन है। बिहार के लोग महागठबंधन की सरकार बनाना चाहते हैं। हम बिहार को यूपी और असम जैसा नहीं बनने देंगे।” मोहम्मद आलम ने कहा, “यहां कहना मुश्किल है, लेकिन मुकाबला AIMIM और RJD के बीच है। यहां दो प्रतिशत वोटों का अंतर बड़ा असर डाल सकता है, जिसका नुकसान RJD को हो सकता है।”