Satta Ka Sangram: चाय पर चर्चा और युवाओं से बात के बाद अररिया में हुई राजनीतिक बहस, किसपर क्या लगे आरोप; जानें
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार में 6 और 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी माहौल गर्म है। इसी सिलसिले में अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ बुधवार को अररिया पहुंचा। सुबह और दोपहर आम जनता तथा युवाओं से चर्चा में उनके मुद्दे जाने गए। अब राजनेताओं से कई मुद्दों पर बात हुई।
विस्तार
बिहार में सियासी पारा हर दिन चढ़ता ही जा रहा है और इस बीच अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ अररिया की धरती पर पहुंच चुका है। आज 29 अक्तूबर की शाम को राजनेताओं से जनता के मुद्दे पर सवाल पूछे गए। इसके साथ ही उनके दावों-वादों को तोला गया कि किसके पक्ष में सियासी हवा बह रही है। जनता की उम्मीदें और सवाल क्या हैं? पहले जानते हैं चाय पर चर्चा और युवाओं से चर्चा के दौरान क्या बातें हुईं।
चाय पर चर्चा
चाय पर चर्चा के दौरान स्थानीय निवासी रंजन ने कहा कि अच्छे लोग चुनाव में जीत नहीं पाते। इसलिए वोटरों को ऐसे लोगों को चुनना चाहिए जिनसे आसानी से मिला जा सके और अपनी समस्याएं बताई जा सकें। उन्होंने आगे कहा कि यहां लोग नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी को देखकर वोट देते हैं। सरकार को अब रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं मिथुन ने कहा कि यहां भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा है, खासकर ब्लॉक कार्यालयों में घूसखोरी आम बात है। ऐसे में हमें ऐसे नेता को जीताना चाहिए जो इन समस्याओं को कम कर सके। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ विकास देखकर ही वोट देंगे।
जयप्रकाश ने कह कि एक बार फिर बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनती दिख रही है। पिछले 20 वर्षो में राज्य में काफी विकास हुआ है और हमें उम्मीद है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार और आगे बढ़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा उद्योग लगें ताकि लोग वापस अपने गांव आ सकें और रोजगार के मौके बढ़ें। इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी नीतीश कुमार ने अच्छा काम किया है। अब महिलाएं रात के 10 बजे के बाद भी बिना डर के सड़कों पर निकल सकती हैं।
राजेश कुमार ने कहा कि अररिया में भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा है। यहां तक कि पास के पूर्णिया विश्वविद्यालय में भी घूसखोरी और गड़बड़ी आम बात है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पर कोई बड़ा कदम नहीं उठा रहे हैं।
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आबिद हुसैन अंसारी ने कहा कि इस इलाके का पानी बहुत दूषित है और पीने लायक नहीं है। यहां शिक्षा की स्थिति भी काफी खराब है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता नहीं है। बाहर के राज्यों की तरह यहां शिक्षा व्यवस्था अच्छी नहीं दिखती। शिक्षक भी अक्सर क्लास के बजाय दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं।
युवाओं से चर्चा
स्थानीय निवासी अशरफ अंसारी ने कहा कि बिहार में रोजगार की बहुत कमी है। इस बार हम उसी उम्मीदवार को वोट देंगे जो रोजगार की समस्या दूर कर सके। तेजस्वी यादव रोजगार की बात कर रहे हैं, इसलिए हम उन्हें जिताना चाहते हैं।
रुखसार ने बताया कि हम लोगों को काम करने के लिए बिहार से बाहर जाना पड़ता है। वहां हमें दर-दर भटकना पड़ता है। इसलिए इस बार हम उसी पार्टी को वोट देंगे जो बिहार में रोजगार दे सके। हम चाहते हैं कि नई सरकार यहां फैक्ट्रियां लगवाए, ताकि हमें बाहर न जाना पड़े।
अशोक कुमार ने कहा कि बिहार में नौकरी बहुत कम है और जो नौकरियां हैं, उनमें वेतन बहुत कम मिलता है। इस वजह से लोग मजबूर होकर बाहर काम करने जाते हैं। इसके अलावा भ्रष्टाचार भी बहुत बढ़ गया है, बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता। सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।
बिहारी बाबू ने कह कि बिहार में इस बार सरकार बदलनी चाहिए। राज्य में विकास की जरूरत है। हम चाहते हैं कि हमारे यहां भी तरक्की हो और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलें। विकास यादव ने कहा कि एनडीए सरकार के दौरान काफी विकास हुआ है। लोगों ने बदलाव देखा है। सरकार नौकरी देने की कोशिश कर रही है, लेकिन कोई भी सरकार सबको नौकरी नहीं दे सकती।
श्याम दुबे राय ने कहा कि आज के युवाओं की सोच बदल गई है। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। किसानों को भी बहुत परेशानी हो रही है, उन्हें समय पर खाद तक नहीं मिल पा रही है। पवन कुमार यादव ने कहा कि इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी। इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है, इसलिए हम इस बार बदलाव करेंगे।
राजनीतिक चर्चा
कांग्रेस नेता शंकर प्रसाद शाह के साथ बातचीत की शुरुआत वादों को निभाने के सवाल से हुई। जवाब में उन्होंने कहा कि हम जिस जगह खड़े हैं, यानी फारबिसगंज में, यहां जो रोजगार की बात करेगा, पलायन रोकने की बात करेगा, देश में फिरकापरस्त ताकतों को रोकने की बात करेगा, नफरत छोड़ने और विकास की बात करेगा, जो गरीब-मजलूमों के बारे में सोचेगा वही जीतेगा। उन्होंने आगे कहा कि इन सभी बातों का एक ही जवाब है, यहां राहुल गांधी चलेगा। कुल मिलाकर इस बार बिहार में महागठबंधन चलेगा।
वहीं, भाजपा नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ही विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा दोनों साथ लड़ रही हैं। अब फैसला जनता के हाथ में है कि वह सुशासन के साथ जाना चाहती है या तुष्टिकरण के साथ, विकास के साथ या जातिवाद के साथ, राष्ट्रवाद के साथ या उन लोगों के साथ जो देश को तोड़ने की राजनीति कर रहे हैं। बिहार में हमारी गठबंधन सरकार है और आगे भी रहेगी। यह सिलसिला चलता रहेगा।
भाजपा नेता प्रसनजीत चौधरी ने कांग्रेस नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जिन मुद्दों की ये बात कर रहे हैं, वे अब इस प्रदेश में नहीं रहे। ये भी कभी सत्ता में थे, लेकिन जब काम नहीं किया तो जनता ने गद्दी से हटा दिया। अब हमारी एनडीए सरकार पिछले बीस वर्षों से जनता के भरोसे पर कायम है। इस बार जो नए मतदाता जुड़े हैं, वे भी हमें चुनकर दोबारा सत्ता संभालने का मौका देंगे।
इस दौरान कांग्रेस नेता करन कुमार पप्पू ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि यहां भाजपा के इतने प्रतिनिधि मौजूद हैं, कोई हिम्मत करके यह कह दे कि इस बार फिर नीतीश जी मुख्यमंत्री बनेंगे। महागठबंधन ने तो साफ कर दिया है कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे। ये लोग जंगलराज की बात करते हैं, लेकिन यहीं फारबिसगंज में कुछ दिन पहले डकैती हो गई। महिला सुरक्षा की बात करने वाले बताएं कि मुजफ्फरपुर में एक बेटी के साथ दुष्कर्म कैसे हो गया?