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Satta Ka Sangram: '14 नवंबर को हमारे हक में परिणाम होगा', राजद नेता बोले- एआईएमआईएम के नेता ने साधा निशाना

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, किशनगंज Published by: शबाहत हुसैन Updated Thu, 30 Oct 2025 06:11 PM IST
सार

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार में 6 और 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी माहौल गर्म है। इसी सिलसिले में अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ गुरुवार को किशनगंज पहुंचा। सुबह और दोपहर आम जनता तथा युवाओं से चर्चा में उनके मुद्दे जाने गए। अब राजनेताओं से कई मुद्दों पर बात हुई।

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Satta Ka Sangram: political debate took place in Kishanganj Leaders of the Mahagatbandhan and AIMIM clashed
सत्ता का संग्राम - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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बिहार में सियासी पारा हर दिन चढ़ता ही जा रहा है और इस बीच अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ किशनगंज की धरती पर पहुंच चुका है। आज 30 अक्तूबर की शाम को राजनेताओं से जनता के मुद्दे पर सवाल पूछे गए। इसके साथ ही उनके दावों-वादों को तोला गया कि किसके पक्ष में सियासी हवा बह रही है। जनता की उम्मीदें और सवाल क्या हैं? पहले जानते हैं चाय पर चर्चा और युवाओं से चर्चा के दौरान क्या बातें हुईं।

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चाय पर चर्चा
स्थानीय निवासी इमाम अली ने कहा कि कांग्रेस की असली लड़ाई बीजेपी से है। यहां के लोग कांग्रेस को बहुत प्यार करते हैं। हम लोग आरजेडी को भी समर्थन देंगे। बीजेपी से डटकर मुकाबला करने वाला अगर कोई है, तो वो सिर्फ राहुल गांधी हैं।
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ओवैसी को लेकर उन्होंने कहा कि उनका काम सिर्फ वोट काटना और लोगों को बांटना है। उनके आने से यहां कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। वहीं, उज्जवल पाल ने कहा कि इस बार यहां से बीजेपी ही जीतेगी। हम हमेशा से बीजेपी को वोट देते आए हैं और इस बार भी देंगे। इस बार का माहौल बिल्कुल अलग है। अंकित ने कहा कि इस बार यहां के युवा विकास को देखकर वोट देंगे। जो पार्टी युवाओं की बात करेगी, वोट उसी को मिलेगा। किशनगंज के मेन टाउन में आज तक सड़क नहीं बनी है, जिससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है।

निरंजन ने कहा कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार लौटेगी। शहरों और गांवों में अब बिजली और सड़कों की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। 15 साल पहले यहां ऐसी सुविधाएं नहीं थीं। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर धर्म के नाम पर राजनीति ज़्यादा होती है, इसलिए कांग्रेस की पकड़ मजबूत है। हालांकि बीजेपी में अंदरूनी मतभेद भी दिखाई दे रहे हैं। अरविंद गुप्ता ने कहा कि यहां अब बीजेपी के पक्ष में माहौल बन रहा है। इससे कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि कुछ लोग बीजेपी का नाम लेकर दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं।

युवाओं से चर्चा
रमीज रजा ने कहा कि सीमांचल में सबसे बड़ी समस्या रोजगार की कमी और बेरोजगारी है। लोग यहां से पलायन रोकना चाहते हैं। तेजस्वी यादव भी इसी मुद्दे पर काम कर रहे हैं, इसलिए हम उनका समर्थन कर रहे हैं। मोहम्मद केसर आलम ने कहा कि सीमांचल, खासकर कोचाधामन में हम JDU के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद का समर्थन कर रहे हैं। इस बार वे राजद से चुनाव लड़ रहे हैं और निश्चित रूप से जीतेंगे। वक्फ बिल और NRC के मुद्दे की वजह से उन्होंने जदयू छोड़ दी थी।

सरफराज अहमद ने कहा कि इस बार फिर से AIMIM को जीत मिलेगी। हम विकास के मुद्दे पर वोट देंगे और हमारी पार्टी भू-माफिया के खिलाफ लड़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी महागठबंधन में शामिल होना चाहती थी, लेकिन हमें शामिल नहीं किया गया। ये लोग मुसलमानों का वोट तो चाहते हैं, लेकिन AIMIM को अपने साथ नहीं लेना चाहते। फिरदौस आलम ने कहा कि AIMIM किसकी सरकार बनाना चाहती है, ये सवाल उनसे ही पूछना चाहिए। इस बार RJD की सरकार बनेगी, क्योंकि वे असली मुद्दों पर बात करते हैं, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं करते।

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डॉ. आमिर मीनाज ने कहा कि पहले मैं जदयू में था, अब मैं RJD में हूं। आज देश में दो तरह की सोच चल रही है, एक तरफ सांप्रदायिक ताकतें हैं और दूसरी तरफ महागठबंधन है। बिहार के लोग महागठबंधन की सरकार बनाना चाहते हैं। हम बिहार को यूपी और असम जैसा नहीं बनने देंगे।” मोहम्मद आलम ने कहा कि यहां कहना मुश्किल है, लेकिन मुकाबला AIMIM और RJD के बीच है। यहां दो प्रतिशत वोटों का अंतर बड़ा असर डाल सकता है, जिसका नुकसान RJD को हो सकता है।

राजनीतिक चर्चा
चर्चा की शुरुआत राजद नेता इफ्तेखार आलम से हुई। गले में हरा गमछा डाले जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि यही हरा गमछा 14 नवंबर को लहराने जा रहा है। इफ्तेखार आलम ने कहा कि इस बार महागठबंधन पूरे बिहार में जीतने जा रहा है।

AIMIM के नेता क्या बोले?
फिर माइक हैदराबाद के सांसद असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता तौसीफ आलम के पास गया। तौसीफ आलम से पूछा गया कि क्या आप राजद और कांग्रेस के बीच में फंस तो नहीं गए हैं? इस पर उन्होंने कहा कि बहादुरगंज के लोगों ने बता दिया है कि मजलिस के लिए हमारे दिल में कितनी मोहब्बत है।

उन्होंने कहा कि आप चाहे 2020 विधानसभा की बात कर लें या 2015 की, मजलिस का रिकॉर्ड हमेशा अच्छा रहा है। तौसीफ आलम ने कहा कि जो मोहब्बत कल थी, वही आज है और आने वाले 14 नवंबर को भी रहेगी। इस पर राजद नेता इफ्तेखार आलम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इस बार किशनगंज से एआईएमआईएम को उखाड़ फेंकना है। एआईएमआईएम के उन नेताओं पर सवाल किया गया जो अब राजद में शामिल हो गए हैं। इस पर तौसीफ आलम ने कहा कि वे गए तो थे टिकट मांगने, लेकिन सबने देखा कि लालू के लाल ने उनका क्या हाल किया।



वहीं, राजद नेता शोएब इशरत से सवाल किया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में महागठबंधन की लहर है। राजद के सभी प्रत्याशी रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीतने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार राजद का परचम लहराने वाला है।

कांग्रेस नेता क्या बोले
इस बीच, कांग्रेस नेता वसीम अख्तर से पूछा गया कि इस बार यहां कौन ‘बोल्ड’ हो रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि यहां एआईएमआईएम ‘क्लीन बोल्ड’ होगा। जब उनसे कारण पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इनके नेता ओवैसी साहब यहां आकर सिर्फ लफ्फाजी करते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि 2015 से लेकर आज तक उन्होंने सिर्फ पूंजीपतियों को टिकट दिया। वो कहते हैं कि मैं गरीब को नेता बनाऊंगा, लेकिन मामला इसके उलट रहता है।

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