बिहार के सीवान में सनसनी: छत पर सो रहे युवक को लगी गोली, पास में पिस्तौल बरामद; घरवालों को भनक तक नहीं लगी
Bihar: घटना के बाद परिजन आनन-फानन में उसे स्थानीय पीएचसी ले गए। वहां से हालत गंभीर होने पर उसे सीवान सदर अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया।
विस्तार
सीवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि थाना मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर ही सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। रविवार सुबह मठिया गांव में छत पर सो रहे एक युवक को गोली मार दी गई। घायल युवक की पहचान 18 वर्षीय मो. सुभान पिता पान मोहम्मद के रूप में हुई है। उसकी कनपटी पर गोली लगी है। मौके से एक पिस्तौल भी बरामद किया गया है।
परिजनों के अनुसार, सुभान रोज की तरह शनिवार रात भी छत पर सोया था। सुबह लगभग 6 बजे उसके दोस्तों ने घरवालों को सूचना दी कि सुभान को गोली लग गई है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने कोई आवाज नहीं सुनी। इस पर सवाल उठ रहा है कि दोस्तों को घटना की जानकारी सबसे पहले कैसे हुई। चचेरे भाई आशिक अली ने बताया कि हम लोग घर में ही थे, लेकिन गोली की आवाज नहीं सुनी। जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि सुभान घायल अवस्था में पड़ा था और उसके सिर के पास पिस्तौल रखा हुआ था।
पढे़ं: पूर्णिया में राहुल गांधी ने वोट अधिकार यात्रा के आठवें दिन की शुरुआत की, खुद चलाई बाइक; तस्वीर
घटना के बाद परिजन आनन-फानन में उसे स्थानीय पीएचसी ले गए। वहां से हालत गंभीर होने पर उसे सीवान सदर अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया। बताया जाता है कि सुभान के पिता की ब्रेन सर्जरी हो चुकी है और वे मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं। परिजनों ने संदेह जताया है कि घटना में सुभान के दोस्तों की भूमिका हो सकती है। उनका कहना है कि जब घर के लोग अनजान थे तो दोस्तों को सबसे पहले कैसे जानकारी मिल गई, यह जांच का विषय है।
इस मामले में महाराजगंज एसडीपीओ अमन ने बताया कि पुलिस को घटना की जानकारी मिली है और मौके से पिस्तौल बरामद की गई है। फिलहाल आत्महत्या और हत्या दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। इस घटना से एक बार फिर बसंतपुर थाना क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल के दिनों में यहां अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत है और पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।