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Viral News: आखिर क्यों जंगल के 7 शेरों को दी जा रही है मौत की सजा, क्या है इस दर्दनाक फैसले के पीछे की वजह?

फीचर डेस्क, अमर उजाला Published by: दीक्षा पाठक Updated Fri, 07 Nov 2025 11:09 AM IST
सार

Viral News: पार्क प्रशासन का कहना है कि ये सभी शेर अब बहुत बूढ़े हो चुके हैं। उनकी उम्र 18 से 21 साल के बीच है। यानी लगभग उतनी जितनी एक शेर की औसत जिंदगी से कहीं ज्यादा। जंगलों में शेर आम तौर पर इतनी लंबी उम्र तक नहीं जी पाते।

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Why are 7 lions of the forest being given death penalty what is the reason behind this painful decision
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : freepik.com
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विस्तार
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कभी ये शेर न्यूजीलैंड की वाइल्डलाइफ सेंचुरी की शान हुआ करते थे। लोग इनके दीदार के लिए लंबी-लंबी कतारें लगाया करते थे। बच्चे इनकी दहाड़ सुनकर रोमांचित हो जाते थे। लेकिन अब वही शेर अपनी जिंदगी की आखिरी दहलीज पर हैं और सबसे दर्दनाक बात ये है कि उनके लिए अब सजा-ए-मौत का फरमान जारी हो चुका है। वांगारेई शहर की कामो वाइल्ड लाइफ सेंचुरी ने फैसला लिया है कि उसके सात बूढ़े शेरों को अब मारना पड़ेगा। सुनने में भले ही यह क्रूर लगे, लेकिन सेंचुरी का कहना है कि उनके पास अब कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।

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सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह खबर
पार्क प्रशासन का कहना है कि ये सभी शेर अब बहुत बूढ़े हो चुके हैं। उनकी उम्र 18 से 21 साल के बीच है। यानी लगभग उतनी जितनी एक शेर की औसत जिंदगी से कहीं ज्यादा। जंगलों में शेर आम तौर पर इतनी लंबी उम्र तक नहीं जी पाते। लेकिन इन शेरों को इंसानी देखभाल में बेहतर माहौल मिला, इसलिए ये इतने साल जिंदा रहे। अब हाल ये है कि इनकी तबीयत लगातार गिर रही है, चलना-फिरना मुश्किल हो गया है और खाने में भी दिक्कत हो रही है।
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शेरों के लिए सजा-ए-मौत का फरमान
पार्क ने अपने बयान में कहा कि उन्हें ये फैसला बहुत दुख के साथ लेना पड़ रहा है। लेकिन सच्चाई ये है कि अब इनकी देखभाल कर पाना आर्थिक रूप से मुमकिन नहीं रहा। पार्क के पास इतना पैसा नहीं है कि वो हर हफ्ते तीन बड़े जानवरों का मांस खरीद सके, जो इन शेरों के खाने में लगता है। इसके अलावा स्टाफ, डॉक्टर, दवाएं और जंगल जैसा वातावरण बनाए रखना भी बहुत खर्चीला काम है।

सेंचुरी ने लोगों से की यह अपील
सेंचुरी ने लोगों से अपील की है कि अगर वे चाहें तो डोनेशन दे सकते हैं या फिर ऐसे जानवरों का मांस दान कर सकते हैं जो अब काम के नहीं हैं। पार्क का कहना है कि वे शेरों को किसी दूसरे जू या सेंचुरी में भेजने के बारे में भी सोच चुके हैं, लेकिन अब वो संभव नहीं है। इन शेरों की उम्र इतनी ज्यादा हो चुकी है कि नया माहौल इनके लिए और भी खतरनाक साबित हो सकता है। कामो वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की पहचान 2000 के दशक में तब बनी थी जब मशहूर “लायन मैन” क्रेग बुश का टीवी शो काफी लोकप्रिय हुआ था। इसी शो में इस सेंचुरी को दिखाया गया था और तब इसे पूरी दुनिया में पहचान मिली थी। हालांकि, बाद में क्रेग बुश पर जानवरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप भी लगे और विवाद खड़ा हो गया।

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