अगले साल आ सकता है जियो का आईपीओ, शेयर बाजार में होगी लिस्टेड
मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियो अगले साल के मध्य तक अपना आईपीओ लाने पर विचार कर रही है। कंपनी इसके बाद शेयर बाजार में लिस्टेड हो जाएगी, जिसके बाद वो आम निवेशकों से भी पैसे जुटा सकेगी। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक जियो इससे पहले अपनी दो इंफ्रा निवेश ट्रस्ट जोकि टावर और फाइबर बिजनेस को देखता है, उसके लिए निवेशक ढूंढने का काम किया जाएगा।
एक महीने से लगातार चल रहा है बैठकों का दौर
कंपनी के सूत्रों ने ईटी को बताया है कि आईपीओ लाने के लिए पिछले एक महीने से बैठकों का दौर जारी है। इसके लिए बैंकों को भी बता दिया गया है। इस दिशा में काम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले एक साल में ऐसा हो सकता है।
जल्द शुरू होगी गीगाफाइबर सेवा
कंपनी जल्द ही पूरे देश में अपनी गीगाफाइबर सेवा को शुरू करने जा रही है। इसके साथ ही ग्राहक संख्या के हिसाब से भी वो सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी , जिससे कमाई भी बढ़ने की उम्मीद है।
एआरपीयू घटा
हालांकि कंपनी का औसत आय प्रति यूजर (एआरपीयू) लगातार पांच तिमाही से घट रहा है, जो चिंता का विषय है। पिछले साल जहां जनवरी-मार्च में यह 131.7 रुपये था, वहीं इस साल यह घटकर 126.2 रुपये रह गया। वहीं एयरटेल और वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू बढ़ गया है।
जियो की आय में 65 फीसदी की वृद्धि
रिलायंस जियो की वित्त वर्ष 2018-19 में आय 723 करोड़ रुपये से बढ़कर 2964 करोड़ रुपये हो गई थी। इस तरह से इसकी आय में 65 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली थी। जियो का शुद्ध लाभ पिछले साल 510 करोड़ रुपये था, जो इस बार बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया था।
रिलायंस का भी शुद्ध लाभ बढ़ा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में 10300 करोड़ रुपये से ज्यादा का शुद्ध लाभ अर्जित किया। कंपनी की आय बढ़ाने में रिटेल, मीडिया और डिजिटल बिजनेस का सबसे बड़ा हाथ रहा। कंपनी को अपने कोर बिजनेस ऑयल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट में कमजोरी के बावजूद रिटेल और टेलिकॉम बिजनेस में शानदार रेवेन्यू का खासा फायदा मिला।
आय में हुआ इजाफा
रिलायंस की पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही मेंआय 1.2 लाख करोड़ रुपये थी, जो इस बार बढ़कर 1.38 लाख करोड़ रुपये हो गई। वहीं शुद्ध लाभ इस बार 10362 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त में शुद्ध लाभ 9438 करोड़ रुपये था। आरआईएल की आय में 9.79 फीसदी का इजाफा देखने को मिला।