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कोरबा: 50 साल पुराने हसदेव पुल पर आवागमन बंद, क्षतिग्रस्त होने से किसी भी हादसे को लेकर सावधानी
अमर उजाला नेटवर्क, कोरबा
Published by: Digvijay Singh
Updated Mon, 01 Dec 2025 12:28 PM IST
सार
कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुदुरमाल पुल को वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया,यहां तक कि पैदल चलना भी बंद कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यह निर्णय पुल के सर्वे के बाद से लिया गया है।
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पुल पर आवागमन पर लगी रोक
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुदुरमाल पुल को वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया,यहां तक कि पैदल चलना भी बंद कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यह निर्णय पुल के सर्वे के बाद से लिया गया है। सर्वे टीम जब पुल के नीचे नदी में उतर कर जांच की तो पता चला कि पुल बेहद क्षतिग्रस्त हो गया है, कभी भी टूट सकता है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है,जिस पर तत्काल प्रभाव से इस पुल से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। आज शनिवार को प्रशासन ने सम्बन्धित थाना को इसकी सूचना दी जिसके बाद बेरिकेट लगा कर आवाजाही को रोक दिया गया है।
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आपको बता दे सर्वमंगला कनवेरी मार्ग से होते हुए उरगा की ओर जाने के दौरान हसदेव नदी कुदुरमाल में बना यह पुल लगभग 50 वर्ष पुराना है,जिसमें भारी वाहनों का लगातार दबाव बना रहता है। समय रहते पुल के क्षतिग्रस्त होने की सूचना से जान माल के बड़े नुकसान की आशंका से बचाव हो सका है। जानकारी के मुताबिक पुल लगभग तीन महीने या उससे अधिक समय तक के लिए बंद रह सकता है। फिलहाल हलके वाहन कोरबा से और भारी वाहन अब दर्री होते हुए ध्यानचंद चौक से रिंगरोड बालकों होते हुए उरगा की ओर से आ और जा सकेंगे।
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पीडब्ल्यूडी के अधिकारी नरेंद्र मिश्रा ने बताया कि पूल 50 साल पुराना है जहां जर्जर हो चुका है ऐसी स्थिति में कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है जिसे देखते हुए इस मार्ग पर आवाज बंद कर दिया गया है और सांकेतिक बोर्ड लगाया गया है इसकी जानकारी संबंधित थाना चौकी और पड़ोसी जिला जांजगीर-चांपा को भी गई है वही वैकल्पिक व्यवस्था के लिए परिवर्तित मार्ग बनाया गया है। इस मार्ग पर भारी वाहनों का दबाव काफी ज्यादा बढ़ गया था वही बिलासपुर रायपुर और आसपास के गांव वाले इस मार्ग का उपयोग कर रहे थे जिसे देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया है।