Delhi Metro: पांच मेट्रो स्टेशनों पर मल्टी मॉडल इंटिग्रेशन का रास्ता साफ, यात्रियों को होगी सुविधा
उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सेंटर (यूटिपेक) के शासी निकाय की 66 वीं बैठक हुई। इस मौके पर झंडेवालान, राजेंद्र प्लेस और नांगलोई मेट्रो स्टेशन में एमएमआई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई।

विस्तार
पांच मेट्रो स्टेशनों पर पॉयलट आधार पर मल्टीमॉडल इंटिग्रेशन (एमएमआई) को लागू किया जाएगा। इससे यात्रियों को अधिक भीड़भाड़ वाले स्टेशनों से बस, मेट्रो, टैक्सी सहित सभी परिवहन विकल्पों के इस्तेमाल में सुविधा होगी। उपराज्यपाल ने लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग और दिल्ली विकास प्राधिकरण, एमसीडी और ट्रैफिक पुलिस को ऐसे पांच स्टेशनों की पहचान करने को कहा। एलजी ने 59 मेट्रो स्टेशनों के तहत स्वीकृत एमएमआई योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में एजेंसियों के बीच बेहतर सामंजस्य की कमी पर असंतोष जाहिर करते हुए इसे बेहतर बनाने का निर्देश दिया।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सेंटर (यूटिपेक) के शासी निकाय की 66 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए सोमवार को ये निर्देश दिए। इस मौके पर झंडेवालान, राजेंद्र प्लेस और नांगलोई मेट्रो स्टेशन में एमएमआई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई। कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन के मौजूदा एमएमआई में संशोधन, एम्स, मास्टर प्लान को विश्वस्तरीय चिकित्सा विश्वविद्यालय का रूप देने के लिए परिसर के पुनर्विकास और यातायात प्रभावों संबंधी आकलन रिपोर्ट, एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर वसहित कई परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई।
द्वारका मोड़ से पालम मेट्रो स्टेशन के बीच तैयार होगा एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर
बैठक में द्वारका (के-द्वितीय) क्षेत्र के लिए व्यापक गतिशीलता योजना को मंजूरी दी गई। इसके तहत पांच चौराहों पर सुधार योजना, चलने के लिए उपयुक्त बनाने, सार्वजनिक परिवहन में सुधार, अंतिम छोर तक की पहुंच और पार्किंग सुविधाओं को बेहतर करने संबंधी योजनाओं को भी मंजूर किया गया। साथ ही मध्यम और दीर्घकालिक सुधार योजना के तहत द्वारका से पालम मेट्रो स्टेशन के बीच एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर विकास योजना को भी मंजूरी दी गई। उपराज्यपाल ने डिप्लोमेटिक एन्क्लेव, इंटीग्रेटेड मल्टी-स्पोर्ट्स और भारत वंदना पार्क के लिए बेहतर यातायात प्रबंधन और आवागमन की सुविधा को ध्यान में रखने के लिए कहा। इस मौके पर अधिकारियों को द्वारका से दिल्ली के दूसरे हिस्सों तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक और सड़कों की निकासी की संभावनाओं की पहचान कर उसे पेश करने को कहा।
10 किमी के दायरे में बनेगा साइकिल ट्रैक
न्यू मोती बाग से केंद्रीय सचिवालय के बीच करीब 10 किलोमीटर के दायरे में साइकिल ट्रैक बनाने के प्रस्ताव को भी बैठक में स्वीकृत किया गया है। नई दिल्ली पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में इस परियोजना के तहत न्यू मोती बाग से साउथ ब्लॉक-नॉर्थ ब्लॉक-निर्माण भवन-शांति पथ-नीति मार्ग-कौटिल्य मार्ग-गोपीनाथ बारदोलोई मार्ग-तीन मूर्ति मार्ग-कुशक रोड-राजाजी मार्ग-के कामराज मार्ग मार्ग- मौलाना आजाद रोड/रफी मार्ग-रेड क्रॉस रोड-संसद मार्ग-जीआरजी रोड-पंडित पंत मार्ग तक साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जाएगा।
इंस्टीट्यूशन एरिया तक पहुंचने के लिए सड़कें होंगी चौड़ी
बैठक में उपराज्यपाल ने छतरपुर से मैदानगढ़ी, सरयूपुर और सतबड़ी सहित इंस्टीट्यूशनल एरिया तक पहुंचने वाले मार्ग की परियोजना पर हुए प्रगति पर चर्चा की। यहां सार्क विश्वविद्यालय, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल प्रबंधन विज्ञान संस्थान, एचयूपीए और एनआईसी सहित दूसरे भवनों का निमारण किया जाएगा। अधिकारियों ने एलजी को बताया कि मौजूदा सड़क को चौड़ा करने के लिए करीब 30 मीटर तक निजी भूमि के अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। वन विभाग की मंजूरी जरूरी है क्योंकि इस क्षेत्र को रूपात्मक रिज घोषित किया गया था। इस क्षेत्र में विकसित हो रहे संस्थानों तक पहुंचने के लिए सड़कों को चौड़ा करने को महत्वपूर्ण बताते हुए एलजी ने डीडीए को इसके लिए संभावनाएं तलाशने को कहा।