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Gurugram News: आयकर विभाग का फर्रुखनगर तहसील में छापा
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छह साल में 300 रजिस्ट्री में 500 करोड़ रुपये के लेन देन का हुआ है खुलासा
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। आयकर विभाग की सात सदस्यीय टीम ने सोमवार को फर्रुखनगर तहसील में छापा मारा। आठ घंटे की छानबीन में 300 ऐसी रजिस्ट्री मिली हैं जिसमें 500 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ है। आयकर विभाग को यह जानकारी मिली है कि तहसील में तैनात कर्मचारियों की ओर से साॅफ्टवेयर में इनके पैन नंबर नहीं दिए गए हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक कर्मचारियों की लापरवाही के चलते राजस्व को करोड़ों का नुकसान पहुंच रहा है। अगर समय पर इसकी जानकारी विभाग को मिल जाती तो यह पता चल जाता कि खरीद-फरोख्त के दौरान लेन देन करने वालों के पैसे पर नजर रखी जा सके। विभाग की ओर से इस बात की जांच की जाएगी कि जिस पैसे से खरीद-फरोख्त हुई उस पैसे की आयकर अदायगी हुई या नहीं। इससे पहले आयकर विभाग की ओर से वजीराबाद और बादशाहपुर तहसील मेंं छापेमारी की जा चुकी है।
ऑन लाइन रजिस्ट्री से लगेगा अंकुश
प्रदेश सरकार की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्री चालू की गई है। प्रदेश की 10 जिले में इसे शुरू किया गया है। सबसे अधिक ऑन लाइन रजिस्ट्री हरसरु और फर्रुखनगर में हो रही थी। आयकर विभाग की ओर से बीते छह साल के आंकड़ों की जांच चल रही है।
लघु सचिवालय एसडीएम कार्यालय का साफ्टवेयर सोमवार को चल रहा था, मगर लाइसेंस देने वाले कंप्यूटर का साॅफ्टवेयर नहीं काम कर रहा था। जिन लोगों ने महीनों पहले लाइसेंस बनवा रखा था। उनको अपना लाइसेंस लेने में दिक्कत आ रही थी। उन्हें बताया जा रहा था कि सिस्टम ठप है जबकि उसी के बगल मेंं बने सरल केन्द्र में सिस्टम चालू था।
आयकर विभाग की टीम ने फर्रुखनगर तहसील से छह साल पहले हुई रजिस्ट्री के खरीद-फरोख्त करने वालों का ब्योरा लिया है।
- विजय यादव, राजस्व अधिकारी, गुरुग्राम
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गुरुग्राम। आयकर विभाग की सात सदस्यीय टीम ने सोमवार को फर्रुखनगर तहसील में छापा मारा। आठ घंटे की छानबीन में 300 ऐसी रजिस्ट्री मिली हैं जिसमें 500 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ है। आयकर विभाग को यह जानकारी मिली है कि तहसील में तैनात कर्मचारियों की ओर से साॅफ्टवेयर में इनके पैन नंबर नहीं दिए गए हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक कर्मचारियों की लापरवाही के चलते राजस्व को करोड़ों का नुकसान पहुंच रहा है। अगर समय पर इसकी जानकारी विभाग को मिल जाती तो यह पता चल जाता कि खरीद-फरोख्त के दौरान लेन देन करने वालों के पैसे पर नजर रखी जा सके। विभाग की ओर से इस बात की जांच की जाएगी कि जिस पैसे से खरीद-फरोख्त हुई उस पैसे की आयकर अदायगी हुई या नहीं। इससे पहले आयकर विभाग की ओर से वजीराबाद और बादशाहपुर तहसील मेंं छापेमारी की जा चुकी है।
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ऑन लाइन रजिस्ट्री से लगेगा अंकुश
प्रदेश सरकार की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्री चालू की गई है। प्रदेश की 10 जिले में इसे शुरू किया गया है। सबसे अधिक ऑन लाइन रजिस्ट्री हरसरु और फर्रुखनगर में हो रही थी। आयकर विभाग की ओर से बीते छह साल के आंकड़ों की जांच चल रही है।
लघु सचिवालय एसडीएम कार्यालय का साफ्टवेयर सोमवार को चल रहा था, मगर लाइसेंस देने वाले कंप्यूटर का साॅफ्टवेयर नहीं काम कर रहा था। जिन लोगों ने महीनों पहले लाइसेंस बनवा रखा था। उनको अपना लाइसेंस लेने में दिक्कत आ रही थी। उन्हें बताया जा रहा था कि सिस्टम ठप है जबकि उसी के बगल मेंं बने सरल केन्द्र में सिस्टम चालू था।
आयकर विभाग की टीम ने फर्रुखनगर तहसील से छह साल पहले हुई रजिस्ट्री के खरीद-फरोख्त करने वालों का ब्योरा लिया है।
- विजय यादव, राजस्व अधिकारी, गुरुग्राम