दो बहनों ने 51 साल के अविवाहित को बनाया शिकार: गोवा चलने की हुई बात... पार्क बुलाकर किया ऐसा कांड, पढ़ें मामला
गिरफ्तार सदस्यों ने पूछताछ में बताया कि वे पहले अविवाहित लोगों से दोस्ती करते थे, फिर उसे प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करते थे। इसी क्रम में, उन्होंने एक 51 वर्षीय अविवाहित व्यक्ति को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे 5 लाख रुपये की ठगी की थी।
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कासना कोतवाली पुलिस ने हनी ट्रैप में फंसाकर 51 वर्षीय अविवाहित व्यक्ति से 5 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गुरुवार को दो बहनों समेत तीन लोगों को सावत्री बाई इंटर कॉलेज के पास से गिरफ्तार है। आरोपियों की पहचान कस्बा कासना निवासी विनिशा (21) और उसकी छोटी बहन खुशी (19) व दनकौर के मुंजी खेड़ा निवासी दीपाशुं के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1.90 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।
गांव भनौता खेड़ी निवासी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर कई दिन पहले एक नंबर से फोन आया था। फोन करने वाली दो युवतियों ने खुद के नाम विनिशा और खुशी बताए। धीरे-धीरे दोनों ने प्रेमभरी बातें कर उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। पीड़ित ने बताया कि युवतियों ने स्वयं को अविवाहित बताया और उनसे शादी का वादा किया। बातचीत बढ़ने पर वह भी भावनात्मक रूप से जुड़ गए।
कई बार बातों में फंसाकर उनसे ऑनलाइन करीब 50 हजार रुपये भी अपने खातों में जमा करा लिए। इसके बाद युवतियों ने शादी से पहले गोवा घूमने का लालच देकर पीड़ित से 5 लाख रुपये मांगे और मिलने के लिए कासना स्थित निहाल देव पार्क बुलाया। 29 नवंबर की शाम पीड़ित निर्धारित स्थान पर पहुंचे और दोनों युवतियों से बातचीत कर रहे थे। तभी अचानक दो युवक मौके पर पहुंचे। दोनों ने पहले मारपीट की और फिर साजिशन 5 लाख रुपये छीनकर ले गए। चारों आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पुलिस में शिकायत की या परिवार को बताया तो उनकी बातचीत और फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम कर देंगे।
पीड़ित ने बताया कि उम्र अधिक होने और अविवाहित होने की वजह से वह लोक-लाज के डर से कई दिनों तक चुप रहे और परिवार को भी कुछ नहीं बताया। लेकिन जब परिवार के लोगों और भतीजों ने 5 लाख रुपये का हिसाब पूछा तब उन्होंने पूरी घटना बताई। इसके बाद ही वह अपने भतीजों के साथ कासना कोतवाली पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में बीएनएस की धारा-308 (जबरन वसूली), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने), 61 (2) आपराधिक षडयंत्र की धाराओं में मामला दर्ज किया था। वहीं कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र शुक्ला का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जिस व्यक्ति को दोनों बहनों ने शिकार बनाया है कि वह गांव में घर पर रहकर खेती करने के साथ घर काम संभालता है।
मां से लड़ाई कर अलग रह रही है दोनों बहनें
पूछताछ के दौरान पता चला है कि तीनों मिलकर किसी अविवाहित व्यक्ति को अपने जाल में फंसाते है और फिर शादी के नाम पर पैसों की मांग करते हैं। अविवाहित व्यक्ति जिसको लड़कियों से बात करने का शौक होता है। इसी बात का फायदा उठाकर विनिशा ने वादी से बातचीत करना शुरू किया था। इसके उपरांत योजना के अनुसार खुशी भी वादी के साथ बात करने लग गई थी। दोनों ने वादी को पांच लाख रूपये मंगवाए थे।
इसके बाद विनीशा, उसकी बहन और उसके बॉयफ्रेंड दीपांशु और बॉयफ्रेंड के साथी अजय द्वारा वादी के साथ मारपीट कर पैसे ले लिए गए। चैटिंग वायरल करके बदनाम करने व जान से मारने की धमकी दी गई। फरार आरोपी अजय की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दोनों बहनों ने पढ़ाई चोढ़ रखी है। वह मूलरूप से दनकौर की रहने वाली है। मां से लड़ाई के बाद कासना में कमरा लेकर अलग रह रही है। कुछ पैसे गिरोह ने खर्च कर दिए हैं। वहीं बाकी पैसे फरार आरोपी के पास है।