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Gorakhpur News: राप्ती नदी के किनारे अवैध खनन में 12 डंपर सीज
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कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के जसवल-तुर्कवलिया में अवैध खनन में सीज डंपर। स्रोत-विभाग
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- कैंपियरगंज क्षेत्र के जसवल-तुर्कवलिया में खनन विभाग ने की कार्रवाई, दो पोकलेन भी पकड़ा
- बीते शुक्रवार को जसवल में खनन में लगे डंपर की चपेट में आने से एक युवक हुआ था घायल
संवाद न्यूज एजेंसी
जंगल कौड़िया (गोरखपुर)। कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के जसवल-तुर्कवलिया में राप्ती नदी के किनारे अवैध खनन में शामिल 12 डंपर और दो पोकलेन को शनिवार को खनन विभाग ने सीज कर दिया।
बता दें कि, शुक्रवार शाम जसवल में खनन में लगे एक डंपर की चपेट में आने से एक युवक घायल हो गया था। आक्रोशित ग्रामीणों ने जसवल चौराहे पर चक्का जाम कर डंपर को रोककर घंटों विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ।
शनिवार सुबह पीपीगंज पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाले अवैध खनन में लगे पांच डंपर को कब्जे में लिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे खनन अधिकारी अमित सिंह ने जांच की और कब्जे में लिए गए पांच डंपरों के अलावा मौके से बरामद सात अन्य डंपर और दो पोकलेन को भी सीज करने की कार्रवाई की। इससे खनन माफिया में हड़कंप मच गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राप्ती नदी क्षेत्र से अनेक पोकलेन और लगभग सौ डंपरों की मदद से बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन हो रहा। अधिकांश डंपर बिना नंबर प्लेट के दिन-रात तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं। तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आकर अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं। खनन के चलते हर वर्ष राप्ती नदी अपने धारा की दिशा बदल देती है जिसके चलते बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। वहीं क्षेत्र से खरगोश, साही, नेवला, सियार समेत कई पक्षी अपना ठिकाना बदल चुके हैं, जबकि वनस्पतियों को भी भारी नुकसान हुआ है। इससे पर्यावरण और जैव विविधता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है।
दो नवंबर को डीआईजी ने किया निरीक्षण
बताते चलें कि मामले में दो नवंबर को डीआईजी एस चन्नपा ने मौके पर जाकर क्षेत्र का निरीक्षण किया था। उन्होंने स्थानीय पुलिसकर्मियों और नागरिकों से बातचीत कर मामले की जांच-पड़ताल की और अधिकारियों को अवैध खनन पर पूर्ण रोक लगाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद करीब एक महीने तक खनन बंद रहा लेकिन बीते 10 दिनों से फिर से खनन शुरू हो गया।
वर्जन
जिला खनन अधिकारी अजीत कुमार पांडेय के नेतृत्व में 12 डंपर और दो पोकलेन सीज की गई है। पूरी कार्रवाई के दौरान पीपीगंज पुलिस मौके पर मौजूद रही। किसी भी हाल में अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- अमित सिंह, जिला खनन निरीक्षक, गोरखपुर
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खजनी में अवैध खनन करते जेसीबी को पकड़ा
उनवल। खजनी क्षेत्र में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायत मिलने पर शनिवार को एसडीएम राजेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने छापा मारकर एक जेसीबी को सीज कर दिया। उसे खजनी थाने भिजवा दिया गया है।
खजनी थाना क्षेत्र के केवटली गांव में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थीं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर एसडीएम खजनी ने राजस्व विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शनिवार को दोपहर 3:30 बजे की गई कार्रवाई के दौरान जेसीबी से अवैध खनन किया जा रहा था।
जांच के दौरान खनन से संबंधित कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिस पर राजस्व विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीन को कब्जे में ले लिया।
इस संबंध में थाना खजनी प्रभारी निरीक्षक जयंत सिंह ने बताया कि जब्त जेसीबी को नियमानुसार सीज कर दिया गया है और खनन से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। संवाद
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- बीते शुक्रवार को जसवल में खनन में लगे डंपर की चपेट में आने से एक युवक हुआ था घायल
संवाद न्यूज एजेंसी
जंगल कौड़िया (गोरखपुर)। कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के जसवल-तुर्कवलिया में राप्ती नदी के किनारे अवैध खनन में शामिल 12 डंपर और दो पोकलेन को शनिवार को खनन विभाग ने सीज कर दिया।
बता दें कि, शुक्रवार शाम जसवल में खनन में लगे एक डंपर की चपेट में आने से एक युवक घायल हो गया था। आक्रोशित ग्रामीणों ने जसवल चौराहे पर चक्का जाम कर डंपर को रोककर घंटों विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ।
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शनिवार सुबह पीपीगंज पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाले अवैध खनन में लगे पांच डंपर को कब्जे में लिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे खनन अधिकारी अमित सिंह ने जांच की और कब्जे में लिए गए पांच डंपरों के अलावा मौके से बरामद सात अन्य डंपर और दो पोकलेन को भी सीज करने की कार्रवाई की। इससे खनन माफिया में हड़कंप मच गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राप्ती नदी क्षेत्र से अनेक पोकलेन और लगभग सौ डंपरों की मदद से बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन हो रहा। अधिकांश डंपर बिना नंबर प्लेट के दिन-रात तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं। तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आकर अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं। खनन के चलते हर वर्ष राप्ती नदी अपने धारा की दिशा बदल देती है जिसके चलते बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। वहीं क्षेत्र से खरगोश, साही, नेवला, सियार समेत कई पक्षी अपना ठिकाना बदल चुके हैं, जबकि वनस्पतियों को भी भारी नुकसान हुआ है। इससे पर्यावरण और जैव विविधता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है।
दो नवंबर को डीआईजी ने किया निरीक्षण
बताते चलें कि मामले में दो नवंबर को डीआईजी एस चन्नपा ने मौके पर जाकर क्षेत्र का निरीक्षण किया था। उन्होंने स्थानीय पुलिसकर्मियों और नागरिकों से बातचीत कर मामले की जांच-पड़ताल की और अधिकारियों को अवैध खनन पर पूर्ण रोक लगाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद करीब एक महीने तक खनन बंद रहा लेकिन बीते 10 दिनों से फिर से खनन शुरू हो गया।
वर्जन
जिला खनन अधिकारी अजीत कुमार पांडेय के नेतृत्व में 12 डंपर और दो पोकलेन सीज की गई है। पूरी कार्रवाई के दौरान पीपीगंज पुलिस मौके पर मौजूद रही। किसी भी हाल में अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- अमित सिंह, जिला खनन निरीक्षक, गोरखपुर
खजनी में अवैध खनन करते जेसीबी को पकड़ा
उनवल। खजनी क्षेत्र में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायत मिलने पर शनिवार को एसडीएम राजेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने छापा मारकर एक जेसीबी को सीज कर दिया। उसे खजनी थाने भिजवा दिया गया है।
खजनी थाना क्षेत्र के केवटली गांव में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थीं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर एसडीएम खजनी ने राजस्व विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शनिवार को दोपहर 3:30 बजे की गई कार्रवाई के दौरान जेसीबी से अवैध खनन किया जा रहा था।
जांच के दौरान खनन से संबंधित कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिस पर राजस्व विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीन को कब्जे में ले लिया।
इस संबंध में थाना खजनी प्रभारी निरीक्षक जयंत सिंह ने बताया कि जब्त जेसीबी को नियमानुसार सीज कर दिया गया है और खनन से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। संवाद
