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Gorakhpur News: पहली बार कैंपस से बाहर हो सकता है डीडीयू-एमएमएमयूटी का दीक्षांत समारोह
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दोनों विश्वविद्यालय मिलकर गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजन का तैयार कर रहे खाका
दोनों संस्थानों ने कुलाधिपति से सितंबर में मांगा है समय, लेकिन अगस्त में समारोह के लिए भी तैयार
गोरखपुर। सत्र 2024-25 के दीक्षांत समारोह को लेकर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने योजनाबद्ध तरीके से तैयारियां शुरू कर दी हैं। पहली बार दोनों संस्थानों के कैंपस के बाहर दीक्षांत समारोह का आयोजन हो सकता है। इसे लेकर दोनों ही संस्थान वैकल्पिक स्थान पर पर विचार कर रहे हैं। विकल्प के रूप में योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजन पर सहमति लगभग बन गई है।
राजभवन की तरफ से जून महीने में सभी राज्य विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया था कि वे सितंबर में दीक्षांत समारोह कराने को लेकर प्रस्तावित समय भेजें। डीडीयू और एमएमएमयूटी ने सितंबर के दूसरे पखवाड़े में दीक्षांत के लिए कुलाधिपति का समय मांगा है। हालांकि कुलाधिपति का समय मिला तो दोनों ही संस्थान अगस्त के अंतिम हफ्ते में भी दीक्षांत के लिए तैयार हैं।
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डीडीयू में हो रहा जीर्णोद्धार, एमएमएमयूटी में जल्द
डीडीयू में अब तक दीक्षा भवन में, जबकि एमएमएमयूटी में बहुउद्देश्यीय भवन (एमपीएच) में दीक्षांत समारोह का आयोजन होता रहा है। डीडीयू के दीक्षा भवन के जीर्णोद्धार का कार्य करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये से चल रहा है। डीडीयू प्रशासन की कोशिश है कि सितंबर तक कार्य पूरे हो जाएं, लेकिन बताया जा रहा है कि पूरी तरह से तैयार होने में दिसंबर तक का समय लग सकता है। उधर, एमएमएमयूटी के इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में स्थापना के समय ही बने एमपीएच के जीर्णोद्धार को लेकर टेंडर निकल गया है। माना जा रहा है कि अगस्त तक जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण होना बेहद मुश्किल है। एमपीएच की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन वहां बिना जीर्णोद्धार कराए दीक्षांत समारोह नहीं कराना चाहता।
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एक दूसरे के संपर्क में दोनों संस्थान
हाल के वर्षों में दोनों विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह एक ही दिन या एक दिन आगे-पीछे होता रहा है। इसे देखते हुए दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति एक दूसरे के संपर्क में हैं। उनका मानना है कि दोनों संस्थान गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में ही दीक्षांत समारोह कराते हैं तो खर्च का लोड भी बंट जाएगा।
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कुलाधिपति को भी कर लिया सहमत
बताया जा रहा है कि डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन व एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल से वैकल्पिक आयोजन स्थल के बारे में चर्चा की है। कुलाधिपति ने भी इस पर सहमति जताई है।
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वर्जन
इस बार दीक्षांत समारोह के लिए वैकल्पिक स्थान पर भी विचार किया जा रहा है। डीडीयू और एमएमएमयूटी के परिसर के बाहर गंभीरनाथ प्रेक्षागृह सबसे उपयुक्त जगह है।
- प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू
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वर्जन
एमपीएच का जीर्णोद्धार कार्य जल्द शुरू होने वाला है। इसे देखते हुए बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में इस वर्ष दीक्षांत समारोह कराने को लेकर विमर्श किया जा रहा है।
- प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी
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दोनों संस्थानों ने कुलाधिपति से सितंबर में मांगा है समय, लेकिन अगस्त में समारोह के लिए भी तैयार
गोरखपुर। सत्र 2024-25 के दीक्षांत समारोह को लेकर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने योजनाबद्ध तरीके से तैयारियां शुरू कर दी हैं। पहली बार दोनों संस्थानों के कैंपस के बाहर दीक्षांत समारोह का आयोजन हो सकता है। इसे लेकर दोनों ही संस्थान वैकल्पिक स्थान पर पर विचार कर रहे हैं। विकल्प के रूप में योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजन पर सहमति लगभग बन गई है।
राजभवन की तरफ से जून महीने में सभी राज्य विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया था कि वे सितंबर में दीक्षांत समारोह कराने को लेकर प्रस्तावित समय भेजें। डीडीयू और एमएमएमयूटी ने सितंबर के दूसरे पखवाड़े में दीक्षांत के लिए कुलाधिपति का समय मांगा है। हालांकि कुलाधिपति का समय मिला तो दोनों ही संस्थान अगस्त के अंतिम हफ्ते में भी दीक्षांत के लिए तैयार हैं।
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डीडीयू में हो रहा जीर्णोद्धार, एमएमएमयूटी में जल्द
डीडीयू में अब तक दीक्षा भवन में, जबकि एमएमएमयूटी में बहुउद्देश्यीय भवन (एमपीएच) में दीक्षांत समारोह का आयोजन होता रहा है। डीडीयू के दीक्षा भवन के जीर्णोद्धार का कार्य करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये से चल रहा है। डीडीयू प्रशासन की कोशिश है कि सितंबर तक कार्य पूरे हो जाएं, लेकिन बताया जा रहा है कि पूरी तरह से तैयार होने में दिसंबर तक का समय लग सकता है। उधर, एमएमएमयूटी के इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में स्थापना के समय ही बने एमपीएच के जीर्णोद्धार को लेकर टेंडर निकल गया है। माना जा रहा है कि अगस्त तक जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण होना बेहद मुश्किल है। एमपीएच की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन वहां बिना जीर्णोद्धार कराए दीक्षांत समारोह नहीं कराना चाहता।
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एक दूसरे के संपर्क में दोनों संस्थान
हाल के वर्षों में दोनों विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह एक ही दिन या एक दिन आगे-पीछे होता रहा है। इसे देखते हुए दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति एक दूसरे के संपर्क में हैं। उनका मानना है कि दोनों संस्थान गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में ही दीक्षांत समारोह कराते हैं तो खर्च का लोड भी बंट जाएगा।
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कुलाधिपति को भी कर लिया सहमत
बताया जा रहा है कि डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन व एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल से वैकल्पिक आयोजन स्थल के बारे में चर्चा की है। कुलाधिपति ने भी इस पर सहमति जताई है।
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वर्जन
इस बार दीक्षांत समारोह के लिए वैकल्पिक स्थान पर भी विचार किया जा रहा है। डीडीयू और एमएमएमयूटी के परिसर के बाहर गंभीरनाथ प्रेक्षागृह सबसे उपयुक्त जगह है।
- प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू
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वर्जन
एमपीएच का जीर्णोद्धार कार्य जल्द शुरू होने वाला है। इसे देखते हुए बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में इस वर्ष दीक्षांत समारोह कराने को लेकर विमर्श किया जा रहा है।
- प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी