{"_id":"68c5d658aa233ca1b908a847","slug":"gorakhpur-news-integrated-urban-storm-water-drainage-master-plan-is-being-prepared-to-get-rid-of-waterlogging-gorakhpur-news-c-7-hsr1010-1069590-2025-09-14","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gorakhpur News: जलभराव से निजात के लिए बन रहा इंटीग्रेटेड अर्बन स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज मास्टर प्लान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gorakhpur News: जलभराव से निजात के लिए बन रहा इंटीग्रेटेड अर्बन स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज मास्टर प्लान
विज्ञापन

विज्ञापन
शुक्रवार को बिड ओपेन हुई तो सिर्फ एक ही फर्म ने डाला है टेंडर
मास्टर प्लान शहर की मौजूदा जल निकासी व्यवस्था का आधुनिक तकनीक से आकलन करेगा
गोरखपुर। शहर में जलभराव समस्या के स्थायी समाधान के लिए नगर निगम ने ‘इंटीग्रेटेड अर्बन स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज मास्टर प्लान’ (आईयूएसडब्ल्यूडीएमपी) तैयार कराने की प्रक्रिया शुरू की है। इस परियोजना को चार माह में पूरा किया जाना था लेकिन शुक्रवार को खुले तकनीकी बिड में केवल एक फर्म का आवेदन आने पर अब फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
निगम का दावा है कि यह मास्टर प्लान आधुनिक तकनीक से शहर की मौजूदा जल निकासी व्यवस्था का आकलन कर उसे मजबूत और भविष्य के लिए सक्षम बनाएगा। इसके अंतर्गत ड्रेनेज नेटवर्क का सर्वेक्षण, अद्यतन आंकड़ों का संकलन, चालू परियोजनाओं का नए प्रस्तावों से एकीकरण और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। साथ ही नगर सीमा से बाहर के कैचमेंट एरिया को ध्यान में रखते हुए बेसिन मानचित्र, हाइड्रोलिक विश्लेषण और वर्षा की अधिकतम तीव्रता पर आधारित सिमुलेशन मॉडल भी तैयार किए जाएंगे। योजना के तहत अंतिम जल निकासी बिंदुओं पर प्रभाव का आकलन किया जाएगा ताकि जान-माल की क्षति और यातायात अवरोध को न्यूनतम किया जा सके। इसके लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली भी प्रस्तावित है।
नगर निगम और जीडीए पहले ही 6.80 करोड़ रुपये से लेडार सर्वेक्षण करा चुके हैं, जिसकी अंतिम रिपोर्ट नवंबर 2023 में मिल चुकी है। इसके बावजूद अब निगम अपने 220 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का नया सर्वेक्षण कराने जा रहा है।

Trending Videos
मास्टर प्लान शहर की मौजूदा जल निकासी व्यवस्था का आधुनिक तकनीक से आकलन करेगा
गोरखपुर। शहर में जलभराव समस्या के स्थायी समाधान के लिए नगर निगम ने ‘इंटीग्रेटेड अर्बन स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज मास्टर प्लान’ (आईयूएसडब्ल्यूडीएमपी) तैयार कराने की प्रक्रिया शुरू की है। इस परियोजना को चार माह में पूरा किया जाना था लेकिन शुक्रवार को खुले तकनीकी बिड में केवल एक फर्म का आवेदन आने पर अब फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
निगम का दावा है कि यह मास्टर प्लान आधुनिक तकनीक से शहर की मौजूदा जल निकासी व्यवस्था का आकलन कर उसे मजबूत और भविष्य के लिए सक्षम बनाएगा। इसके अंतर्गत ड्रेनेज नेटवर्क का सर्वेक्षण, अद्यतन आंकड़ों का संकलन, चालू परियोजनाओं का नए प्रस्तावों से एकीकरण और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। साथ ही नगर सीमा से बाहर के कैचमेंट एरिया को ध्यान में रखते हुए बेसिन मानचित्र, हाइड्रोलिक विश्लेषण और वर्षा की अधिकतम तीव्रता पर आधारित सिमुलेशन मॉडल भी तैयार किए जाएंगे। योजना के तहत अंतिम जल निकासी बिंदुओं पर प्रभाव का आकलन किया जाएगा ताकि जान-माल की क्षति और यातायात अवरोध को न्यूनतम किया जा सके। इसके लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली भी प्रस्तावित है।
विज्ञापन
विज्ञापन
नगर निगम और जीडीए पहले ही 6.80 करोड़ रुपये से लेडार सर्वेक्षण करा चुके हैं, जिसकी अंतिम रिपोर्ट नवंबर 2023 में मिल चुकी है। इसके बावजूद अब निगम अपने 220 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का नया सर्वेक्षण कराने जा रहा है।