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MPSP का 93वें संस्थापक सप्ताह समारोह: योगेंद्र डिमरी ने कहा- सफलता उन्हीं को मिलती है जो दृढ़ रहते हैं
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर
Published by: रोहित सिंह
Updated Thu, 04 Dec 2025 12:53 PM IST
सार
जीवन में यह मायने रखेगा कि आपने हिस्सा लिया। जीतना या हारना यह ज्यादा समय तक महत्वपूर्ण नहीं लेकिन प्रतिभाग लेने की संतुष्टि जीवन भर साथ रहती है। उन्होंने कहा कि सफलता स्थाई नहीं होती है। सफलता हर बार नहीं मिलती है, आज है लेकिन कल नहीं रहेगी। सचिन तेंदुलकर का नाम सबने सुना है, वह भी कई बार असफल रहे। आपके सामने आने वाली हर चुनौती आपको सफल बनाएगी।
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लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) योगेंद्र डिमरी
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) योगेंद्र डिमरी ने कहा कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो दृढ़ रहते हैं। परिणाम की चिंता किए बगैर परिश्रम करते रहें। योगेंद्र डिमरी बृहस्पतिवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में आयोजित संस्थापक सप्ताह समारोह के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
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उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद अपनी जड़ों को याद कर संस्थापकों के संकल्पों को आगे ले जाने का प्रयास कर रहा है, यह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से शैक्षणिक प्रतियोगिताएं शुरू हो रहीं हैं। इनमें अवश्य प्रतिभाग करें।
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जीवन में यह मायने रखेगा कि आपने हिस्सा लिया। जीतना या हारना यह ज्यादा समय तक महत्वपूर्ण नहीं लेकिन प्रतिभाग लेने की संतुष्टि जीवन भर साथ रहती है। उन्होंने कहा कि सफलता स्थाई नहीं होती है। सफलता हर बार नहीं मिलती है, आज है लेकिन कल नहीं रहेगी। सचिन तेंदुलकर का नाम सबने सुना है, वह भी कई बार असफल रहे। आपके सामने आने वाली हर चुनौती आपको सफल बनाएगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ऐसे लोगो को पसंद करती हैं, जिसके मन में जुनून, अनुशासन, ईमानदारी, समर्पण, साहस है। सेना में हम अनुशासन का पहले सीखते हैं। अनुशासन जो अपनाता है, वह कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकता है। छोटे अवसरों पर जो ईमानदारी दिखाता है, बड़े अवसरों पर भी वह नहीं डिगता है। विजय मैदान में नहीं, मन में जीती जाती है।
दो पुस्तकों का हुआ विमोचन
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम के उद्घाटन का उद्घोष किया। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें लगभग 20 संस्थाओं के 4000 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज की ओर से प्रकाशित पुस्तक दिग्विजयम और महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज, जंगल धूसड़ की ओर से प्रकाशित मिशन मंझरिया का अतिथियों ने विमोचन किया।