{"_id":"693149b844719032e90176e6","slug":"codeine-containing-cough-syrups-in-gorakhpur-and-maharajganj-may-also-face-action-25-people-are-on-the-radar-2025-12-04","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"कोडीनयुक्त कफ सिरप: एजेंसियों के रडार पर गोरखपुर-महराजगंज के 25 धंधेबाज- बनारस की तरह गीडा में पकड़ी गई थी खेप","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
कोडीनयुक्त कफ सिरप: एजेंसियों के रडार पर गोरखपुर-महराजगंज के 25 धंधेबाज- बनारस की तरह गीडा में पकड़ी गई थी खेप
रोहित सिंह, गोरखपुर
Published by: रोहित सिंह
Updated Thu, 04 Dec 2025 02:48 PM IST
सार
त्रों के मुताबिक, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर दौरे के दौरान एक बड़े दवा व्यापारी ने इन दोनों जिलों में भी कोडीनयुक्त कफ सिरप की धंधेबाजी की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब एसटीएफ और ड्रग कंट्रोल विभाग इन धंधेबाजों पर कार्रवाई में जुट गए हैं।
विज्ञापन
भालोटिया मार्केट( सांकेतिक)
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
कोडीनयुक्त कफ सिरप के धंधेबाजों के खिलाफ प्रदेशभर में कार्रवाई के बीच गोरखपुर और महराजगंज के 25 धंधेबाज भी एजेंसियों के रडार पर हैं। इन धंधेबाजों की सूची तैयार कर ली गई है। अब दाेनों जिलों में प्राथमिकी दर्ज कर इन धंधेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर दौरे के दौरान एक बड़े दवा व्यापारी ने इन दोनों जिलों में भी कोडीनयुक्त कफ सिरप की धंधेबाजी की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब एसटीएफ और ड्रग कंट्रोल विभाग इन धंधेबाजों पर कार्रवाई में जुट गए हैं।
Trending Videos
सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर दौरे के दौरान एक बड़े दवा व्यापारी ने इन दोनों जिलों में भी कोडीनयुक्त कफ सिरप की धंधेबाजी की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब एसटीएफ और ड्रग कंट्रोल विभाग इन धंधेबाजों पर कार्रवाई में जुट गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
दरअसल, गोरखपुर में नशे की दवाओं की धंधेबाजी का मामला नया नहीं है। सात अगस्त 2022 को गोरखपुर में बड़ी कार्रवाई की गई थी। तब नशे की दवाओं के काले कारोबार का पर्दाफाश हुआ था। नारकोटिक्स, पुलिस और ड्रग कंट्रोल विभाग की संयुक्त टीम ने करीब दो करोड़ रुपये की नशीली दवाएं बरामद की थीं।
इस काले कारोबार से जुड़े छह आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। उनके पास से 15 लाख रुपये, 18 मोबाइल फोन, एक-एक कार और ट्रक व दो कंटेनर भी बरामद हुए थे। ये दवाएं गोरखपुर के रास्ते कोलकाता भेजी जानी थी, जहां से इसे बांग्लादेश भेजा जाता।
पकड़े जाने के बाद नशे के सौदागरों ने इस पूरे मामले को मैनेज करने के लिए टीम को 15 लाख रुपये रिश्वत भी भेजी, लेकिन रकम लेकर पहुंचे व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। रिश्वत के रुपये भी जब्त कर लिए गए।
इस काले कारोबार से जुड़े छह आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। उनके पास से 15 लाख रुपये, 18 मोबाइल फोन, एक-एक कार और ट्रक व दो कंटेनर भी बरामद हुए थे। ये दवाएं गोरखपुर के रास्ते कोलकाता भेजी जानी थी, जहां से इसे बांग्लादेश भेजा जाता।
पकड़े जाने के बाद नशे के सौदागरों ने इस पूरे मामले को मैनेज करने के लिए टीम को 15 लाख रुपये रिश्वत भी भेजी, लेकिन रकम लेकर पहुंचे व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। रिश्वत के रुपये भी जब्त कर लिए गए।
भालोटिया मार्केट तक पहुंची थी जांच की आंच
2022 में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि नशीली दवाओं के काले कारोबार का बड़ा केंद्र पूर्वांचल में गोरखपुर का भालोटिया मार्केट है। सूत्रों का दावा है कि यहां व्यापार करने वाले दो सगे भाई इस काले कारोबार से जुड़े हैं, जिनका शहर के ट्रांसपोर्टनगर सहित गीडा और संतकबीरनगर में दवाओं का डिपो है।
गोदामों में रखी थीं नशे की दवाएं
22 नवंबर 2025 में नारकोटिक्स विभाग और पुलिस ने वाराणसी में एक गोदाम में 500 पेटियों में कोडीनयुक्त कफ सिरप की 93 हजार शीशियां जब्त की थीं। यह गोदाम आगरा के एक धंधेबाज ने किराए पर लिया था।
2022 में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि नशीली दवाओं के काले कारोबार का बड़ा केंद्र पूर्वांचल में गोरखपुर का भालोटिया मार्केट है। सूत्रों का दावा है कि यहां व्यापार करने वाले दो सगे भाई इस काले कारोबार से जुड़े हैं, जिनका शहर के ट्रांसपोर्टनगर सहित गीडा और संतकबीरनगर में दवाओं का डिपो है।
गोदामों में रखी थीं नशे की दवाएं
22 नवंबर 2025 में नारकोटिक्स विभाग और पुलिस ने वाराणसी में एक गोदाम में 500 पेटियों में कोडीनयुक्त कफ सिरप की 93 हजार शीशियां जब्त की थीं। यह गोदाम आगरा के एक धंधेबाज ने किराए पर लिया था।
इसी तरह 2022 के अगस्त में तत्कालीन सहायक आयुक्त औषधि एजाज अहमद, सहायक आयुक्त बस्ती मंडल नरेश मोहन दीपक ने मुखबिर से नशीली दवाओं के खेप की तस्करी और अवैध भंडारण की सूचना मिलने पर गोरखपुर के गीडा इलाके में कार्रवाई की थी।
जांच में सामने आया कि जिस गोदाम का इस्तेमाल सिरप रखने के लिए किया था, वह भालोटिया मार्केट के व्यापारी दो सगे भाइयों के नाम पर हैं। इन दवाओं से संबंधित कोई भी कागजात नहीं मिले। इसके अलावा दवा मंगाने के नाम पर कोई भी लाइसेंस नहीं जारी किया गया था।
जांच में सामने आया कि जिस गोदाम का इस्तेमाल सिरप रखने के लिए किया था, वह भालोटिया मार्केट के व्यापारी दो सगे भाइयों के नाम पर हैं। इन दवाओं से संबंधित कोई भी कागजात नहीं मिले। इसके अलावा दवा मंगाने के नाम पर कोई भी लाइसेंस नहीं जारी किया गया था।
ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर बनाई थी बिल्टी, मंगाई कोडीनयुक्त सिरप
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान यह जानकारी मिली है कि ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर बिल्टी बनवाई गई थी। उसके नाम पर कोडीनयुक्त सिरप फेंसिडिल मंगाई थी। यह दवा आगरा से मंगाई गई थी। अब यह जांच की जा रही है कि इससे पहले दवा कितनी बार आई और कहां-कहां सप्लाई की गई।
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान यह जानकारी मिली है कि ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर बिल्टी बनवाई गई थी। उसके नाम पर कोडीनयुक्त सिरप फेंसिडिल मंगाई थी। यह दवा आगरा से मंगाई गई थी। अब यह जांच की जा रही है कि इससे पहले दवा कितनी बार आई और कहां-कहां सप्लाई की गई।