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एसआईआर : दूसरे चरण में नए मतदाताओं का होगा सत्यापन
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- चार दिसंबर के बाद ऑनलाइन फॉर्म भरने वालों के घर पहुंचेंगे बीएलओ
- ऑनलाइन जिस दस्तावेज का जिक्र किया है उसकी देनी होगी कॉपी
अमर उजाला ब्यूरो
गोरखपुर। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत पहले चरण में चार दिसंबर तक मतदाताओं से गणना प्रपत्र लेकर डिजिटाइजेशन का काम चलेगा। इसके बाद दूसरे चरण में नए मतदाताओं के आवेदन का सत्यापन होगा। जिन लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है उनके घर 4 दिसंबर के बाद बीएलओ जाएंगे और उनसे दस्तावेज लेकर सत्यापन करेंगे।
जिले में अब तक करीब 27 प्रतिशत गणना प्रपत्रों को भरकर डिजिटाइजेशन कर दिया गया है। प्रशासन ने भी मॉनिटरिंग तेज कर दी है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में राजनीतिक दलों से नियुक्त बीएलओ कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। पार्षद बूथों पर जरूर मतदाताओं की मदद में लगे हुए हैं। उधर, नए मतदाताओं के दस्तावेज का सत्यापन के लिए चार दिसंबर के बाद अभियान चलाया जाएगा। आवेदन करते समय जिस दस्तावेज का उन्होंने जिक्र किया है कि उसे प्रस्तुत करना होगा और एक फोटो कॉपी बीएलओ को उपलब्ध कराना होगा। डीएम दीपक मीणा ने बताया कि एसआईआर का काम तेजी से कराया जा रहा है। लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी मतदाता गणना प्रपत्र जरूर भरें। लगातार शिविर भी लगवाया जा रहा है कि एक ही जगह मतदान केंद्र के सभी बीएलओ मिल जाएं।
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रहें सतर्क...किसी से नहीं मांगा जा रहा ओटीपी
गोरखपुर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान गणना प्रपत्र भरने या सत्यापन में किसी से वन टाइम पासवर्ड नहीं मांगा जा रहा है। प्रशासन ने मतदाताओं को इस बारे में आगाह भी किया है कि कुछ अराजकतत्वों की ओर से बीएलओ या निर्वाचन विभाग का प्रतिनिधि बनकर मोबाइल नंबर पर ओटीपी मांगा जा रहा है। ऐसे में सावधान रहें।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम दीपक मीणा ने बताया कि एसआईआर के गणना प्रपत्र को भरने की प्रक्रिया में बीएलओ की ओर से किसी भी प्रकार का ओटीपी नहीं मांगा जा रहा है। इस प्रकार की गतिविधियां साइबर ठगी या धोखाधड़ी के अंतर्गत संदेहास्पद हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस प्रकार की अफवाहों एवं धोखाधड़ी से निपटने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाएं। शिकायत मिलने पर संबंधित एजेंसी को सूचित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।
डीएम ने बताया कि एसआईआर कार्य में लगे बीएलओ मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना प्रपत्र के वितरण एवं संग्रह का कार्य कर रहे हैं। गणना प्रपत्र भरने में भी सहयोग कर रहे हैं, मतदाता स्वयं भी गणना प्रपत्र भरकर अपने बीएलओ को उपलब्ध करा सकते हैं।
- ऑनलाइन जिस दस्तावेज का जिक्र किया है उसकी देनी होगी कॉपी
अमर उजाला ब्यूरो
गोरखपुर। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत पहले चरण में चार दिसंबर तक मतदाताओं से गणना प्रपत्र लेकर डिजिटाइजेशन का काम चलेगा। इसके बाद दूसरे चरण में नए मतदाताओं के आवेदन का सत्यापन होगा। जिन लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है उनके घर 4 दिसंबर के बाद बीएलओ जाएंगे और उनसे दस्तावेज लेकर सत्यापन करेंगे।
जिले में अब तक करीब 27 प्रतिशत गणना प्रपत्रों को भरकर डिजिटाइजेशन कर दिया गया है। प्रशासन ने भी मॉनिटरिंग तेज कर दी है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में राजनीतिक दलों से नियुक्त बीएलओ कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। पार्षद बूथों पर जरूर मतदाताओं की मदद में लगे हुए हैं। उधर, नए मतदाताओं के दस्तावेज का सत्यापन के लिए चार दिसंबर के बाद अभियान चलाया जाएगा। आवेदन करते समय जिस दस्तावेज का उन्होंने जिक्र किया है कि उसे प्रस्तुत करना होगा और एक फोटो कॉपी बीएलओ को उपलब्ध कराना होगा। डीएम दीपक मीणा ने बताया कि एसआईआर का काम तेजी से कराया जा रहा है। लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी मतदाता गणना प्रपत्र जरूर भरें। लगातार शिविर भी लगवाया जा रहा है कि एक ही जगह मतदान केंद्र के सभी बीएलओ मिल जाएं।
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रहें सतर्क...किसी से नहीं मांगा जा रहा ओटीपी
गोरखपुर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान गणना प्रपत्र भरने या सत्यापन में किसी से वन टाइम पासवर्ड नहीं मांगा जा रहा है। प्रशासन ने मतदाताओं को इस बारे में आगाह भी किया है कि कुछ अराजकतत्वों की ओर से बीएलओ या निर्वाचन विभाग का प्रतिनिधि बनकर मोबाइल नंबर पर ओटीपी मांगा जा रहा है। ऐसे में सावधान रहें।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम दीपक मीणा ने बताया कि एसआईआर के गणना प्रपत्र को भरने की प्रक्रिया में बीएलओ की ओर से किसी भी प्रकार का ओटीपी नहीं मांगा जा रहा है। इस प्रकार की गतिविधियां साइबर ठगी या धोखाधड़ी के अंतर्गत संदेहास्पद हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस प्रकार की अफवाहों एवं धोखाधड़ी से निपटने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाएं। शिकायत मिलने पर संबंधित एजेंसी को सूचित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।
डीएम ने बताया कि एसआईआर कार्य में लगे बीएलओ मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना प्रपत्र के वितरण एवं संग्रह का कार्य कर रहे हैं। गणना प्रपत्र भरने में भी सहयोग कर रहे हैं, मतदाता स्वयं भी गणना प्रपत्र भरकर अपने बीएलओ को उपलब्ध करा सकते हैं।