UP: गोरखपुर सैनिक स्कूल के लिए 38.41करोड़ की तीसरी किश्त शासन से जारी, जून तक पूरा होगा निर्माण
शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जुलाई 2021 को किया था। सैनिक स्कूल के लिए 153.66 करोड़ रुपये की लागत के सापेक्ष अब तक 38.41 करोड़ रुपये की अलग अलग तीन किश्तों में 115 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जारी हो चुकी हैं।
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सैनिक स्कूल के निर्माण के लिए शासन ने तीसरी किश्त के रूप में 38.41 करोड़ रुपये जारी कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयास से 153 करोड़ 65 लाख 89 हजार रुपये की लागत से गोरखपुर में सैनिक स्कूल का निर्माण हो रहा है। इस स्कूल का निर्माण कार्य जून 2023 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
गोरखपुर का सैनिक स्कूल खाद कारखाना परिसर में आवंटित 50 एकड़ भूमि पर बन रहा है। इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जुलाई 2021 को किया था। सैनिक स्कूल के लिए 153.66 करोड़ रुपये की लागत के सापेक्ष अब तक 38.41 करोड़ रुपये की अलग अलग तीन किश्तों में 115 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जारी हो चुकी हैं।
सैनिक स्कूल मुख्यमंत्री की प्राथमिकता का विषय है। इसके दृष्टिगत इसका निर्माण तय समयावधि जून 2023 तक पूरा किया जाना है। एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्टल, एक्टिविटी रूम, हेल्थ सेंटर, ऑडिटोरियम, क्लास रूम, स्टोर, प्रिंसिपल रूम समेत सभी निर्माण कार्य तेजी से हो रहे हैं।
प्रशासनिक भवन में दिखेगी प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा
सैनिक स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक बालक-बालिकाओं को आवासीय व्यवस्था के तहत शिक्षा प्रदान की जाएगी। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल बन रहे हैं। स्कूल का प्रशासनिक भवन प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा का दर्शन कराने वाला बनाया जा रहा है। यहां बनने वाले हॉस्टल राष्ट्र नायकों के नाम से समर्पित होंगे। साथ ही परिसर के अलग-अलग स्थानों का नामकरण सेना के जांबाजों के नाम पर किया जाएगा। सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों के खेलकूद की गतिविधियों के लिए खेलों के कई कोर्ट व मैदान भी विकसित किए जा रहे हैं।
राष्ट्र रक्षा की नर्सरी बनेगा सैनिक स्कूल
सैनिक स्कूल राष्ट्र रक्षा की नर्सरी बनेगा। इसके जरिये छात्र फौज में अफसर बनेंगे। देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे। वास्तव में किसी भी जिले या क्षेत्र के लिए सैनिक स्कूल का होना बहुत गौरव की बात होती है। उस क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी उपलब्धि होती है। सैनिक स्कूल की सौगात सिर्फ युवा छात्रों के लिए ही नहीं, गोरखपुर की अपनी निजी पहचान और शान के लिहाज से भी बेहद खास है।