{"_id":"690278405eef72572604ae99","slug":"gorakhpur-news-first-there-should-be-development-in-the-ward-then-tax-should-be-collected-gorakhpur-news-c-7-hsr1010-1117551-2025-10-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gorakhpur News: वार्ड में पहले हो विकास, उसके बाद वसूलें टैक्स","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gorakhpur News: वार्ड में पहले हो विकास, उसके बाद वसूलें टैक्स
विज्ञापन
विज्ञापन
संपत्ति कर के मुद्दे पर नगर निगम में शामिल नए वार्ड के लोग बोले
वर्ष 2024-25 से ही संपत्ति कर वसूलने की तैयारी में है नगर निगम
लोगों का कहना- वार्ड में नहीं है सड़क-नाली और पथ प्रकाश की व्यवस्था
गोरखपुर। नगर निगम में शामिल 10 नए वार्डों में भी अब संपत्ति कर की वसूली होनी है। चार वार्डों में सर्वे पूरा हो गया है। वहीं, अन्य में अभी जारी है। इन वार्ड के नागरिकों का कहना है कि पहले इलाके में विकास कार्य हों, उसके बाद टैक्स की वसूली की जाए।
वर्ष 2018-19 में हुए सीमा विस्तार के अंतर्गत नगर निगम में 31 गांव शामिल हुए। उसके बाद 10 नए वार्डों का सृजन हुआ, जिसमें रानीडीहा, खोराबार, बड़गो, संझाई, मोहनपुर, गुलरिहा, हरसेवकपुर, भरवलिया, देवी प्रसाद नगर और गायघाट वार्ड बनाया। नगर निगम के सीमा विस्तार के लिए नोटिफिकेशन की प्रक्रिया साल 2019 में ही पूरा कर ली गई थी। निगम में शामिल क्षेत्रों की पांच साल की अवधि पूरी हो चुकी है। इन वार्डों में जीआईएस सर्वे नहीं हुआ है।
लिहाजा निजी फर्म के कर्मचारियों के जरिये नगर निगम घर-घर सर्वे करवा रहा है। सर्वे में खोराबार में 4572 और हरसेवकपुर में 4214 संपत्तियां चिह्नित हुईं। इन्हें नगर निगम ने नोटिस देने के बाद बिल का भी वितरण कर दिया है। इन लोगों को वित्तीय वर्ष 2024-25 से ही संपत्ति कर देना होगा। वहीं, रानीडीहा में 3529 और गुलरिहा में 4866 मकान चिह्नित हुए हैं। जल्द इन्हें संपत्ति कर का नोटिस दिया जाएगा। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने कहा कि नए वार्डों में प्राथमिकता से विकास कार्य हो रहे हैं। जैसे-जैसे वार्डों में सर्वे पूरा होगा। उसके हिसाब से वसूली की जाएगी।
बोले लोग...
वर्ष 2017 से यहां पर मकान बनाकर रह रहे है। वार्ड बने तीन साल हो गए। अभी भी मोहल्ले की सड़क-नाली नहीं बनी हैं। पथ प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था नहीं है। नगर निगम सुविधा देगा तो टैक्स दिया जाएगा।
- बांके सिंह, हरसेवकपुर
छह महीने पहले यहां पर आए हैं। मोहल्ले में सड़क नाली नहीं है। बिजली बांस-बल्ली के सहारे लाई गई है। टैक्स के बारे में जानकारी नहीं हैं।
- राजू पांडेय, व्यापारी हरसेवकपुर
वार्ड बनने के बाद यहां पर तेजी से सड़क-नाली का काम चल रहा है। घर के पास दोनों तरफ नाली बनी है। सड़क का काम बाकी है। यहां पर सबसे बड़ी समस्या बांस-बल्ली की है। पोल न होने से पथ प्रकाश की व्यवस्था भी खराब है।
- हेमंत कुमार, लक्ष्मीपुर
वार्ड में बिजली का पोल नहीं है, जिसकी वजह से पथ प्रकाश की व्यवस्था पूरी तरह ठीक नहीं हो पा रही है। वार्ड में कई पोखरे हैं, जिनका सुंदरीकरण जरूरी है। वार्ड में तेजी से सड़क-नाली का काम हो रहा है। इस वार्ड में एक भी पार्क नहीं है। एक-दो दिन में वार्ड में संपत्ति कर के लिए कैंप लगने वाला है।
- संत गुलाब यादव, पार्षद प्रतिनिधि, हरसेवकपुर
वर्ष 2024-25 से ही संपत्ति कर वसूलने की तैयारी में है नगर निगम
लोगों का कहना- वार्ड में नहीं है सड़क-नाली और पथ प्रकाश की व्यवस्था
गोरखपुर। नगर निगम में शामिल 10 नए वार्डों में भी अब संपत्ति कर की वसूली होनी है। चार वार्डों में सर्वे पूरा हो गया है। वहीं, अन्य में अभी जारी है। इन वार्ड के नागरिकों का कहना है कि पहले इलाके में विकास कार्य हों, उसके बाद टैक्स की वसूली की जाए।
वर्ष 2018-19 में हुए सीमा विस्तार के अंतर्गत नगर निगम में 31 गांव शामिल हुए। उसके बाद 10 नए वार्डों का सृजन हुआ, जिसमें रानीडीहा, खोराबार, बड़गो, संझाई, मोहनपुर, गुलरिहा, हरसेवकपुर, भरवलिया, देवी प्रसाद नगर और गायघाट वार्ड बनाया। नगर निगम के सीमा विस्तार के लिए नोटिफिकेशन की प्रक्रिया साल 2019 में ही पूरा कर ली गई थी। निगम में शामिल क्षेत्रों की पांच साल की अवधि पूरी हो चुकी है। इन वार्डों में जीआईएस सर्वे नहीं हुआ है।
विज्ञापन
विज्ञापन
लिहाजा निजी फर्म के कर्मचारियों के जरिये नगर निगम घर-घर सर्वे करवा रहा है। सर्वे में खोराबार में 4572 और हरसेवकपुर में 4214 संपत्तियां चिह्नित हुईं। इन्हें नगर निगम ने नोटिस देने के बाद बिल का भी वितरण कर दिया है। इन लोगों को वित्तीय वर्ष 2024-25 से ही संपत्ति कर देना होगा। वहीं, रानीडीहा में 3529 और गुलरिहा में 4866 मकान चिह्नित हुए हैं। जल्द इन्हें संपत्ति कर का नोटिस दिया जाएगा। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने कहा कि नए वार्डों में प्राथमिकता से विकास कार्य हो रहे हैं। जैसे-जैसे वार्डों में सर्वे पूरा होगा। उसके हिसाब से वसूली की जाएगी।
बोले लोग...
वर्ष 2017 से यहां पर मकान बनाकर रह रहे है। वार्ड बने तीन साल हो गए। अभी भी मोहल्ले की सड़क-नाली नहीं बनी हैं। पथ प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था नहीं है। नगर निगम सुविधा देगा तो टैक्स दिया जाएगा।
- बांके सिंह, हरसेवकपुर
छह महीने पहले यहां पर आए हैं। मोहल्ले में सड़क नाली नहीं है। बिजली बांस-बल्ली के सहारे लाई गई है। टैक्स के बारे में जानकारी नहीं हैं।
- राजू पांडेय, व्यापारी हरसेवकपुर
वार्ड बनने के बाद यहां पर तेजी से सड़क-नाली का काम चल रहा है। घर के पास दोनों तरफ नाली बनी है। सड़क का काम बाकी है। यहां पर सबसे बड़ी समस्या बांस-बल्ली की है। पोल न होने से पथ प्रकाश की व्यवस्था भी खराब है।
- हेमंत कुमार, लक्ष्मीपुर
वार्ड में बिजली का पोल नहीं है, जिसकी वजह से पथ प्रकाश की व्यवस्था पूरी तरह ठीक नहीं हो पा रही है। वार्ड में कई पोखरे हैं, जिनका सुंदरीकरण जरूरी है। वार्ड में तेजी से सड़क-नाली का काम हो रहा है। इस वार्ड में एक भी पार्क नहीं है। एक-दो दिन में वार्ड में संपत्ति कर के लिए कैंप लगने वाला है।
- संत गुलाब यादव, पार्षद प्रतिनिधि, हरसेवकपुर