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अंबाला: पेपर लीक प्रकरण में रेलवे अधिकारी को मिली क्लीन चिट, विजिलेंस भी नहीं ढूंढ पाई सुराग
संवाद न्यूज एजेंसी, अंबाला (हरियाणा)
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Tue, 26 Sep 2023 11:27 PM IST
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सार
विजिलेंस भी सुराग नहीं ढूंढ पाई है। अधिकारियों ने जांच में आरोपी अधिकारी की गलती को भूलवश माना है।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : सोशल मीडिया

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विस्तार
अंबाला में चतुर्थ श्रेणी पदोन्नति परीक्षा मामले का किस्सा खत्म हो गया है। दिल्ली से आए विजिलेंस कर्मचारी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। उसने व्हाट्सएप पर आए और लिए गए पेपर का मिलान किया है जोकि बिल्कुल भिन्न पाए गए हैं। इसलिए मामले को लेकर किसी भी प्रकार की जांच की अब कोई गुंजाइश नहीं है।
अंबाला मंडल के रेल प्रबंधक मंदीप सिंह भाटिया ने बताया कि किसी ने विजिलेंस को इस मामले की सूचना दी थी। सूचना के आधार पर कर्मचारी आया था न कि मंडल द्वारा भेजे गए किसी पत्र आदि के आधार पर। विभागीय अधिकारी ने विजिलेंस कर्मचारी को जांच में पूरा सहयोग दिया और उसके साथ परीक्षा से जुड़ी प्रत्येक जानकारी साझा की। कहीं भी कोई खामी नहीं मिली, क्योंकि यह जानबूझकर की गई गलती नहीं थी बल्कि भूल वश की गई गलती थी।
इसलिए संबंधित अधिकारी को भी क्लीन चिट दे दी है। वहीं नया पेपर आगामी दो-तीन दिन में तैयार हो जाएगा और इसकी भी 7-8 दिन में घोषणा कर दी जाएगी। गौरतलब है कि आरक्षित कोटे के तहत अंबाला रेल मंडल में काम करने वाले लगभग 150 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को पदोन्नति देने के लिए वाणिज्य टिकट क्लर्क श्रेणी तीन के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया था।
इसमें अलग-अलग विभागों में कार्यरत लगभग 150 कर्मचारी शामिल थे। इनमें से कुछ ने 22 सितंबर परीक्षा दे दी थी तो कुछ ने 25 को दूसरी व 27 सितंबर को तीसरी परीक्षा में हिस्सा लेना था। 21 सितंबर को सुबह लगभग 11.40 बजे यह पेपर गलती से एक व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हो गया जोकि आधे घंटे तक ग्रुप में ही रहा।
इसे कुछ कर्मचारियों ने अपने मोबाइल पर अपलोड भी कर लिया और सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। मामला सुर्खियों में आया तो मंडल रेल प्रबंधक ने इस पर संज्ञान लेते हुए 23 सितंबर को आदेश जारी करते हुए 25 व 27 सितंबर को होने वाली दो आगामी परीक्षाओं को रद कर दिया। वहीं एहतियात के तौर पर कार्रवाई करते हुए सोमवार 25 सितंबर को मंडल कार्यालय में हुई बैठक के दौरान 22 सितंबर को ली गई परीक्षा भी रद कर दी।
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अंबाला मंडल के रेल प्रबंधक मंदीप सिंह भाटिया ने बताया कि किसी ने विजिलेंस को इस मामले की सूचना दी थी। सूचना के आधार पर कर्मचारी आया था न कि मंडल द्वारा भेजे गए किसी पत्र आदि के आधार पर। विभागीय अधिकारी ने विजिलेंस कर्मचारी को जांच में पूरा सहयोग दिया और उसके साथ परीक्षा से जुड़ी प्रत्येक जानकारी साझा की। कहीं भी कोई खामी नहीं मिली, क्योंकि यह जानबूझकर की गई गलती नहीं थी बल्कि भूल वश की गई गलती थी।
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इसलिए संबंधित अधिकारी को भी क्लीन चिट दे दी है। वहीं नया पेपर आगामी दो-तीन दिन में तैयार हो जाएगा और इसकी भी 7-8 दिन में घोषणा कर दी जाएगी। गौरतलब है कि आरक्षित कोटे के तहत अंबाला रेल मंडल में काम करने वाले लगभग 150 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को पदोन्नति देने के लिए वाणिज्य टिकट क्लर्क श्रेणी तीन के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया था।
इसमें अलग-अलग विभागों में कार्यरत लगभग 150 कर्मचारी शामिल थे। इनमें से कुछ ने 22 सितंबर परीक्षा दे दी थी तो कुछ ने 25 को दूसरी व 27 सितंबर को तीसरी परीक्षा में हिस्सा लेना था। 21 सितंबर को सुबह लगभग 11.40 बजे यह पेपर गलती से एक व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हो गया जोकि आधे घंटे तक ग्रुप में ही रहा।
इसे कुछ कर्मचारियों ने अपने मोबाइल पर अपलोड भी कर लिया और सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। मामला सुर्खियों में आया तो मंडल रेल प्रबंधक ने इस पर संज्ञान लेते हुए 23 सितंबर को आदेश जारी करते हुए 25 व 27 सितंबर को होने वाली दो आगामी परीक्षाओं को रद कर दिया। वहीं एहतियात के तौर पर कार्रवाई करते हुए सोमवार 25 सितंबर को मंडल कार्यालय में हुई बैठक के दौरान 22 सितंबर को ली गई परीक्षा भी रद कर दी।