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Ambala News: नई तिथियां जारी, अब 29 और 30 को होगा विद्यार्थियों का आकलन
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पानीपत। निपुण हरियाणा मिशन के तहत प्रदेश में प्रारंभिक कक्षाओं के कक्षा पहली से तीसरी के विद्यार्थियों का आकलन अब 29 और 30 दिसंबर को किया जाएगा। पहली कक्षा के बच्चों का आकलन शिक्षक खुद करेंगे। पहले यह आकलन 22 और 23 दिसंबर को किया जाना था लेकिन शिक्षक संघों की मांग पर अब निदेशालय की ओर से नई तिथियां जारी की गई हैं।
मौलिक विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में ग्रेड 1 से 3 के विद्यार्थियों के लिए जनगणना-आधारित बाल-वार आकलन के दूसरे चरण के आयोजन को लेकर नया शेड्यूल जारी किया है, इसके लिए सभी मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। निर्देश दिए हैं कि विभाग की ओर से 29 और 30 दिसंबर को सेंसस ग्रुपिंग एक्सरसाइज-2 का आयोजन किया जाएगा ताकि 45 दिन की रेमिडेशन अवधि के बाद विद्यार्थियों की प्रगति का आकलन किया जा सके। यह आकलन प्रदेश के सभी स्कूलों में एक साथ कराया जाएगा। शिक्षा विभाग ने यह निर्णय विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया है, ताकि उनमें सीखने की गति और गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके। निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि यह कोई परीक्षा नहीं बल्कि पूरी तरह डायग्नोस्टिक एक्सरसाइज है, जिसका उद्देश्य बच्चों के अधिगम स्तर को समझकर उनके लिए उपयुक्त शैक्षणिक सहायता उपलब्ध कराना है।
29 को हिंदी, 30 को गणित का होगा आकलन
29 दिसंबर को हिंदी साक्षरता के तहत शब्द, वाक्य और अनुच्छेद पठन का आकलन किया जाएगा, जबकि 30 दिसंबर को गणितीय क्षमता के अंतर्गत संख्या पहचान, जोड़ और घटाव का आकलन होगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ग्रेड दो और तीन के विद्यार्थियों का आकलन पहले चरण में नियुक्त टीजीटी और पीजीटी शिक्षक करेंगे, जबकि ग्रेड एक के बच्चों का मूल्यांकन उनके कक्षा शिक्षक स्वयं करेंगे। प्रत्येक बच्चे के लिए 5 से 10 मिनट का समय निर्धारित किया गया है और पूरा डाटा निपुण हरियाणा टीचर एप पर अपलोड किया जाएगा।
200 स्कूल सी-ग्रेड में, सिर्फ 5 स्कूल ए-ग्रेड
हाल ही में हुए मूल्यांकन में जिले के 243 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में से 200 स्कूल सी-ग्रेड में पाए गए। इनमें 50 प्रतिशत से भी कम विद्यार्थी अपेक्षित दक्षता हासिल कर सके। 38 स्कूल बी-ग्रेड में रहे, जबकि केवल 5 स्कूल ही ए-ग्रेड में स्थान बना पाए। यह स्थिति प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता का विषय है।
शिक्षा विभाग कर रहा है विशेष तैयारी
शिक्षा विभाग की टीम लगातार स्कूलों में पहुंचकर मूल्यांकन कार्य की निगरानी कर रही है। विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि योजनाओं का कार्यान्वयन केवल औपचारिक न रहकर वास्तविक स्तर पर प्रभावी हो। इसके अलावा विभाग की ओर से शिक्षकों के प्रशिक्षण सत्र भी नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। विभाग को उम्मीद है कि आगामी महीनों में विद्यार्थियों के परिणामों और मूल्यांकन स्तर में बेहतर सुधार दिखाई देगा।
जिले में विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिन बच्चों को निपुण श्रेणी में शामिल नहीं किया जा सका, उन्हें दोबारा अवसर दिया जा रहा है। 29-30 दिसंबर को होने वाला आकलन शिक्षण गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम कदम है।
- सुभाष भारद्वाज, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, पानीपत।
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29 को हिंदी, 30 को गणित का होगा आकलन
29 दिसंबर को हिंदी साक्षरता के तहत शब्द, वाक्य और अनुच्छेद पठन का आकलन किया जाएगा, जबकि 30 दिसंबर को गणितीय क्षमता के अंतर्गत संख्या पहचान, जोड़ और घटाव का आकलन होगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ग्रेड दो और तीन के विद्यार्थियों का आकलन पहले चरण में नियुक्त टीजीटी और पीजीटी शिक्षक करेंगे, जबकि ग्रेड एक के बच्चों का मूल्यांकन उनके कक्षा शिक्षक स्वयं करेंगे। प्रत्येक बच्चे के लिए 5 से 10 मिनट का समय निर्धारित किया गया है और पूरा डाटा निपुण हरियाणा टीचर एप पर अपलोड किया जाएगा।
200 स्कूल सी-ग्रेड में, सिर्फ 5 स्कूल ए-ग्रेड
हाल ही में हुए मूल्यांकन में जिले के 243 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में से 200 स्कूल सी-ग्रेड में पाए गए। इनमें 50 प्रतिशत से भी कम विद्यार्थी अपेक्षित दक्षता हासिल कर सके। 38 स्कूल बी-ग्रेड में रहे, जबकि केवल 5 स्कूल ही ए-ग्रेड में स्थान बना पाए। यह स्थिति प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता का विषय है।
शिक्षा विभाग कर रहा है विशेष तैयारी
शिक्षा विभाग की टीम लगातार स्कूलों में पहुंचकर मूल्यांकन कार्य की निगरानी कर रही है। विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि योजनाओं का कार्यान्वयन केवल औपचारिक न रहकर वास्तविक स्तर पर प्रभावी हो। इसके अलावा विभाग की ओर से शिक्षकों के प्रशिक्षण सत्र भी नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। विभाग को उम्मीद है कि आगामी महीनों में विद्यार्थियों के परिणामों और मूल्यांकन स्तर में बेहतर सुधार दिखाई देगा।
जिले में विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिन बच्चों को निपुण श्रेणी में शामिल नहीं किया जा सका, उन्हें दोबारा अवसर दिया जा रहा है। 29-30 दिसंबर को होने वाला आकलन शिक्षण गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम कदम है।
- सुभाष भारद्वाज, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, पानीपत।