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Fatehabad News: मरीजों के लिए कफ सिरप तक नहीं 5 हजार की मांग, एनओसी 500 की
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहाबाद
Updated Sun, 21 Dec 2025 11:20 PM IST
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फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में दवाई के लिए लाइन में लगे मरीज संवाद
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फतेहाबाद। जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए कफ सिरप और अन्य जरूरी दवाइयों की कमी ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल दी है। अस्पताल प्रशासन ने तीन माह पहले पांच हजार शीशियों की मांग भेजी थी, लेकिन सिस्टम से केवल 500 की एनओसी मिली। एनओसी कम मिलने और पिछले ऑर्डर की बकाया राशि के कारण वेंडर नई दवाइयों की आपूर्ति नहीं कर रहे हैं।
ठंड शुरू होने के साथ ही स्थिति और गंभीर हो गई है। डॉक्टर कफ सिरप लिखते हैं, लेकिन डिस्पेंसरी में उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को इसे बाहर से खरीदना पड़ता है। अस्पताल में रोजाना 150 से 200 शीशियों की मांग रहती है। पिछले माह मंगाई गई 1200 शीशियां मात्र सात दिन में खत्म हो गईं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और पीएचसी में भी दवाओं की कमी का आलम है। दर्द निवारक और बुखार की दवाइयां अक्सर उपलब्ध नहीं होतीं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि दवाइयां आ चुकी हैं और सप्लाई भेजी जा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अस्पताल प्रशासन को वेंडरों से नई दवाइयां मंगवाना भी चुनौती बन गया है, क्योंकि वेंडरों को डेढ़ करोड़ रुपये की पिछली बकाया राशि चुकता नहीं हुई।
अस्पताल में उपचार के लिए आए मरीजों को रोजाना आवश्यक दवाओं के लिए परेशान होना पड़ता है। सरकारी व्यवस्था की यह विडंबना मरीजों, उनके परिजनों और अस्पताल स्टाफ सभी के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
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6 माह से प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र बंद
नागरिक अस्पताल में डिस्पेंसरी पर दवाइयां न मिलने पर जनऔषधि केंद्र शुरू किया गया था लेकिन पिछले 6 माह से ये केंद्र भी बंद है। मरीजों को सस्ते दामों पर यहां भी दवाई नहीं मिल पा रही है। मरम्मत कार्य के चलते जनऔषधि केंद्र को बंद कर दिया गया था। हालात ये है कि अभी तक इसके लिए जगह नहीं मिल पाई है।
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नागरिक अस्पताल में दवा लेने के लिए आए थे। डॉक्टर ने खांसी की दवा लिखकर दी, 30 मिनट तक इंतजार किया लेकिन बाद में पता चला कि दवाई यहां नही है। अगर ठीक होना है तो इसे बाहर से ही लेना पड़ेगा।
- रोहताश कुमार, निवासी धांगड़
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जिले में फार्मेसी ऑफिसर के 60 पद स्वीकृत है लेकिन यहां पर केवल 21 ही कार्यरत है। इसके चलते फार्मेसी ऑफिसर पर काम दबाव बढ़ रहा है और खरीद व वितरण में परेशानी आ रही है। सरकार को यूनियन की तरफ से मांग की जा चुकी है लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जनहित को ध्यान में रखते हुए फार्मेसी ऑफिसर के पद तुरंत प्रभाव से भरे जाएं।
-कृष्ण बिश्नोई, जिला प्रधान, फार्मेसी ऑफिसर एसोसिएशन फतेहाबाद
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नागरिक अस्पताल कफ सिरप उपलब्ध करवाने के लिए डिमांड भेजी गई है। इसके अलावा सीएचसी और पीएचसी पर भी जो दवाइयों की कमी है उसकी डिमांड भी वेयर हाउस में भेजी गई है।
- डॉ. बुधराम, सिविल सर्जन, फतेहाबाद।
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ठंड शुरू होने के साथ ही स्थिति और गंभीर हो गई है। डॉक्टर कफ सिरप लिखते हैं, लेकिन डिस्पेंसरी में उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को इसे बाहर से खरीदना पड़ता है। अस्पताल में रोजाना 150 से 200 शीशियों की मांग रहती है। पिछले माह मंगाई गई 1200 शीशियां मात्र सात दिन में खत्म हो गईं।
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और पीएचसी में भी दवाओं की कमी का आलम है। दर्द निवारक और बुखार की दवाइयां अक्सर उपलब्ध नहीं होतीं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि दवाइयां आ चुकी हैं और सप्लाई भेजी जा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अस्पताल प्रशासन को वेंडरों से नई दवाइयां मंगवाना भी चुनौती बन गया है, क्योंकि वेंडरों को डेढ़ करोड़ रुपये की पिछली बकाया राशि चुकता नहीं हुई।
अस्पताल में उपचार के लिए आए मरीजों को रोजाना आवश्यक दवाओं के लिए परेशान होना पड़ता है। सरकारी व्यवस्था की यह विडंबना मरीजों, उनके परिजनों और अस्पताल स्टाफ सभी के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
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6 माह से प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र बंद
नागरिक अस्पताल में डिस्पेंसरी पर दवाइयां न मिलने पर जनऔषधि केंद्र शुरू किया गया था लेकिन पिछले 6 माह से ये केंद्र भी बंद है। मरीजों को सस्ते दामों पर यहां भी दवाई नहीं मिल पा रही है। मरम्मत कार्य के चलते जनऔषधि केंद्र को बंद कर दिया गया था। हालात ये है कि अभी तक इसके लिए जगह नहीं मिल पाई है।
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नागरिक अस्पताल में दवा लेने के लिए आए थे। डॉक्टर ने खांसी की दवा लिखकर दी, 30 मिनट तक इंतजार किया लेकिन बाद में पता चला कि दवाई यहां नही है। अगर ठीक होना है तो इसे बाहर से ही लेना पड़ेगा।
- रोहताश कुमार, निवासी धांगड़
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जिले में फार्मेसी ऑफिसर के 60 पद स्वीकृत है लेकिन यहां पर केवल 21 ही कार्यरत है। इसके चलते फार्मेसी ऑफिसर पर काम दबाव बढ़ रहा है और खरीद व वितरण में परेशानी आ रही है। सरकार को यूनियन की तरफ से मांग की जा चुकी है लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जनहित को ध्यान में रखते हुए फार्मेसी ऑफिसर के पद तुरंत प्रभाव से भरे जाएं।
-कृष्ण बिश्नोई, जिला प्रधान, फार्मेसी ऑफिसर एसोसिएशन फतेहाबाद
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नागरिक अस्पताल कफ सिरप उपलब्ध करवाने के लिए डिमांड भेजी गई है। इसके अलावा सीएचसी और पीएचसी पर भी जो दवाइयों की कमी है उसकी डिमांड भी वेयर हाउस में भेजी गई है।
- डॉ. बुधराम, सिविल सर्जन, फतेहाबाद।