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Jind News: फिजिशियन के पास बढ़ा मरीजों का भार, औसतन ओपीडी हो रही 1700
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30जेएनडी40: नागरिक अस्पताल में लगी मरीजों की भीड़। संवाद
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जींद। जिले में कड़ाके की सर्दी का असर लोगों की सेहत पर साफ दिखाई देने लगा है। सुबह के समय घना कोहरा और दिन-रात गिरते तापमान के कारण नागरिक अस्पताल में सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या दो गुना हो गई है। अस्पताल में फिजिशियन की ओपीडी में प्रतिदिन बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और युवा इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। पहले सामान्य 100 के आसपास ओपीडी होती थी तो वह अब 200 से अधिक मराजों की ओपीडी हो रही है।
नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, इस मौसम में सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर, खांसी, गले में खराश, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा की समस्या, निमोनिया, एलर्जी, आंखों में जलन और सांस संबंधी रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। धुंध में मौजूद प्रदूषक तत्व और नमी के कारण दमा और सीओपीडी के मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है।
वहीं, छोटे बच्चों में सर्दी के साथ बुखार और बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द की शिकायत भी बढ़ी है। चिकित्सकों का कहना है कि धुंध के समय दृश्यता कम होने के साथ-साथ हवा में बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। खासकर कमजोर इम्युनिटी वाले लोग जल्दी चपेट में आ रहे हैं।
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नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों लोगों को सर्दी से बचाव के लिए ठंड में गर्म कपड़े पहनें, सिर और कान ढककर रखें। सुबह-शाम धुंध के समय बाहर निकलने से बचें और जरूरत हो तो मास्क का प्रयोग करें। गर्म पानी पीना, सूप और पौष्टिक भोजन लेना लाभदायक है। बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवा से बचाएं। हाथों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और सर्दी-खांसी के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।-डॉ. रघुवीर पूनिया, पीएमओ नागरिक अस्पताल जींद
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नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, इस मौसम में सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर, खांसी, गले में खराश, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा की समस्या, निमोनिया, एलर्जी, आंखों में जलन और सांस संबंधी रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। धुंध में मौजूद प्रदूषक तत्व और नमी के कारण दमा और सीओपीडी के मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है।
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वहीं, छोटे बच्चों में सर्दी के साथ बुखार और बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द की शिकायत भी बढ़ी है। चिकित्सकों का कहना है कि धुंध के समय दृश्यता कम होने के साथ-साथ हवा में बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। खासकर कमजोर इम्युनिटी वाले लोग जल्दी चपेट में आ रहे हैं।
नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों लोगों को सर्दी से बचाव के लिए ठंड में गर्म कपड़े पहनें, सिर और कान ढककर रखें। सुबह-शाम धुंध के समय बाहर निकलने से बचें और जरूरत हो तो मास्क का प्रयोग करें। गर्म पानी पीना, सूप और पौष्टिक भोजन लेना लाभदायक है। बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवा से बचाएं। हाथों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और सर्दी-खांसी के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।-डॉ. रघुवीर पूनिया, पीएमओ नागरिक अस्पताल जींद