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Jind News: किशोरावस्था में व्यवहार, स्पर्श व संवाद को समझना आवश्यक
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30जेएनडी41: कार्यक्रम में मुख्यवक्ता को सम्मानित करते हुए आयोजक। स्रोत: स्कूल
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संवाद न्यूज एजेंसी
जींद। जंक्शन स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में बाल सुरक्षा और प्रेरणा के लिए शिक्षा के माध्यम से कौशल विकास विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ। सेमिनार में बाल कल्याण अधिकारी रोहतक व राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि विद्यालयों में बाल सुरक्षा कौशल सिखाने का प्रयास होता है।
अनिल मलिक ने कहा कि कई बार अभिभावक बच्चों से इस विषय पर खुलकर बात नहीं करते, जबकि किशोरावस्था में व्यवहार, स्पर्श और संवाद को समझना बेहद आवश्यक है।
अनिल मलिक ने आत्म-प्रेरणा को सफलता की कुंजी बताते हुए कहा कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, डिजिटल व मीडिया साक्षरता, प्रश्न पूछने का कौशल, धैर्य और रचनात्मकता जैसे जीवन कौशल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक हैं।
परामर्शदाता नीरज कुमार ने बच्चों को अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर समाधान खोजने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्याध्यापक डॉ. रमेश धारीवाल ने बाल मनोविज्ञान की समझ को सुरक्षित व प्रेरणादायी वातावरण के लिए आवश्यक बताया। सेमिनार में सुमन जागलान, संतोष पीटीआई, प्रवीन, विकास मौजूद रहे।
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जींद। जंक्शन स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में बाल सुरक्षा और प्रेरणा के लिए शिक्षा के माध्यम से कौशल विकास विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ। सेमिनार में बाल कल्याण अधिकारी रोहतक व राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि विद्यालयों में बाल सुरक्षा कौशल सिखाने का प्रयास होता है।
अनिल मलिक ने कहा कि कई बार अभिभावक बच्चों से इस विषय पर खुलकर बात नहीं करते, जबकि किशोरावस्था में व्यवहार, स्पर्श और संवाद को समझना बेहद आवश्यक है।
अनिल मलिक ने आत्म-प्रेरणा को सफलता की कुंजी बताते हुए कहा कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, डिजिटल व मीडिया साक्षरता, प्रश्न पूछने का कौशल, धैर्य और रचनात्मकता जैसे जीवन कौशल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक हैं।
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परामर्शदाता नीरज कुमार ने बच्चों को अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर समाधान खोजने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्याध्यापक डॉ. रमेश धारीवाल ने बाल मनोविज्ञान की समझ को सुरक्षित व प्रेरणादायी वातावरण के लिए आवश्यक बताया। सेमिनार में सुमन जागलान, संतोष पीटीआई, प्रवीन, विकास मौजूद रहे।