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स्वच्छ सर्वेक्षण : 11 नगर पालिकाओं की रैंकिंग सुधारेगा निगम
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नगर निगम में आयोजित बैठक को संबोधित करते मेयर रेनू बाला गुप्ता। प्रवक्ता निगम
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माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 में अव्वल स्थान पाने के साथ नगर निगम 11 नगर पालिकाओं की रैंकिंग सुधारने के लिए भी काम करेगा। प्रदेश सरकार ने निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। जिले की छह नगर पालिकाओं और स्वच्छ शहर जोड़ी के तहत अन्य जिलों की पांच नगर पालिकाओं को करनाल नगर निगम के साथ जोड़ा गया है। स्वच्छता के साथ निर्धारित मानकों को पूरा करने वाली गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी भी नगर निगम की है।
मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में इस संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। नगर पालिका असंध, इंद्री, घरौंडा, निसिंग, तरावड़ी और नीलोखेड़ी के अलावा स्वच्छ शहर जोड़ी की ईस्माइलाबाद, सीवन, राजोंद, नारनौल और कालांवाली नगर पालिका के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। अध्यक्षता महापौर रेनू बाला गुप्ता ने की। उन्होंने कर्मचारियों को उत्साहित करते हुए स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। कहा कि स्वच्छता कार्यों में नगर निगम करनाल के मार्गदर्शन की जहां भी जरूरत हो, वह उन्हें जरूर मिलेगा। अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार व उप निगम आयुक्त अभय सिंह, नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन-शहरी टीम ने प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया।
ये दिया प्रशिक्षण
- एमआईएस (मंथली इंफोर्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर नगर पालिका की गतिविधियों को दर्ज करने के बारे में बताया।
- स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे में नागरिकों, स्कूलों व कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को जागरूक करने के बारे में बताया।
- वेस्ट टू वंडर के तहत पार्कों में विभिन्न कलाकृत्तियां स्थापित करना, रिड्यूज, रियूज़ व रिसाईकल (आरआरआर) सेंटर स्थापित करने, डोर टू डोर कचरा पृथक्करण करवाना, नियमित साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण, सफाई मित्र सम्मान अभियान और सफाई मित्र किट वितरण जैसे बिंदुओं पर जानकारी दी गई।
कर्मचारी और सफाई मित्रों की एकजुटता पर टिका परिणाम
अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार ने कहा कि कर्मचारी एवं सफाईमित्र कार्ययोजना तैयार कर एक टीम के रूप में कार्य करेंगे, तो सफलता अवश्य मिलेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता मानकों को मजबूत करना, कचरा प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और सर्वेक्षण में शीर्ष प्रदर्शन सुनिश्चित करना है। उप निगम आयुक्त अभय सिंह ने कहा कि स्वच्छता अभियान को ओर सशक्त बनाना और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए ही हर वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाता है, ताकि इस प्रतियोगिता में सभी शहर भाग लेकर अपने शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बना सकें।
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करनाल। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025-26 में अव्वल स्थान पाने के साथ नगर निगम 11 नगर पालिकाओं की रैंकिंग सुधारने के लिए भी काम करेगा। प्रदेश सरकार ने निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। जिले की छह नगर पालिकाओं और स्वच्छ शहर जोड़ी के तहत अन्य जिलों की पांच नगर पालिकाओं को करनाल नगर निगम के साथ जोड़ा गया है। स्वच्छता के साथ निर्धारित मानकों को पूरा करने वाली गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी भी नगर निगम की है।
मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में इस संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। नगर पालिका असंध, इंद्री, घरौंडा, निसिंग, तरावड़ी और नीलोखेड़ी के अलावा स्वच्छ शहर जोड़ी की ईस्माइलाबाद, सीवन, राजोंद, नारनौल और कालांवाली नगर पालिका के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। अध्यक्षता महापौर रेनू बाला गुप्ता ने की। उन्होंने कर्मचारियों को उत्साहित करते हुए स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। कहा कि स्वच्छता कार्यों में नगर निगम करनाल के मार्गदर्शन की जहां भी जरूरत हो, वह उन्हें जरूर मिलेगा। अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार व उप निगम आयुक्त अभय सिंह, नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन-शहरी टीम ने प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया।
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ये दिया प्रशिक्षण
- एमआईएस (मंथली इंफोर्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर नगर पालिका की गतिविधियों को दर्ज करने के बारे में बताया।
- स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे में नागरिकों, स्कूलों व कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को जागरूक करने के बारे में बताया।
- वेस्ट टू वंडर के तहत पार्कों में विभिन्न कलाकृत्तियां स्थापित करना, रिड्यूज, रियूज़ व रिसाईकल (आरआरआर) सेंटर स्थापित करने, डोर टू डोर कचरा पृथक्करण करवाना, नियमित साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण, सफाई मित्र सम्मान अभियान और सफाई मित्र किट वितरण जैसे बिंदुओं पर जानकारी दी गई।
कर्मचारी और सफाई मित्रों की एकजुटता पर टिका परिणाम
अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार ने कहा कि कर्मचारी एवं सफाईमित्र कार्ययोजना तैयार कर एक टीम के रूप में कार्य करेंगे, तो सफलता अवश्य मिलेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता मानकों को मजबूत करना, कचरा प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और सर्वेक्षण में शीर्ष प्रदर्शन सुनिश्चित करना है। उप निगम आयुक्त अभय सिंह ने कहा कि स्वच्छता अभियान को ओर सशक्त बनाना और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए ही हर वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाता है, ताकि इस प्रतियोगिता में सभी शहर भाग लेकर अपने शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बना सकें।