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Karnal News: ओडिशा ने पंजाब को 2-0 से हराकर जीती चैंपियनशिप
संवाद न्यूज एजेंसी, करनाल
Updated Mon, 24 Nov 2025 02:04 AM IST
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बॉल लेने प्रयास में घुम्मनहेड़ा हॉकी अकादमी की खिलाड़ी के मुह पर लगी कोनी संवाद
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करनाल। कर्णनगरी के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में तीसरी ऑल इंडिया महिला हॉकी अकादमी चैंपियनशिप के अंतिम दिन रविवार को तीन मुकाबले खेले गए। नवल टाटा ओडिशा हॉकी अकादमी ने राउंड ग्लास पंजाब को 2-0 से हराकर चैंपियनशिप पर कब्जा कर लिया।
पहला मुकाबला सब जूनियर मुकाबला खालसा हॉकी अकादमी और हर हॉकी अकादमी के बीच हुआ। हर हॉकी अकादमी ने 6-0 से जीत दर्ज की। जूनियर वर्ग का फाइनल मुकाबला नवल टाटा ओडिशा हॉकी अकादमी और राउंड ग्लास पंजाब हॉकी अकादमी के बीच हुआ। मैच की शुरुआत से ही पंजाब की टीम ने अपना दबदबा बना लिया। ओडिशा टीम की खिलाड़ी द्रउपती ने 18 मिनट पर पहला गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। उनका साथ देते हुए निहारिका ने भी गोल कर के अपनी टीम को 2-0 से जीत दिलवा दी।
जूनियर वर्ग में तीसरे स्थान के लिए जय भारत हॉकी अकादमी और घुम्मनहेड़ा हॉकी अकादमी के बीच मैच खेला गया। अंत समय में जय भारत हॉकी अकादमी टीम की खिलाड़ी भतेरी राम ने गोल कर दोनों टीमों का स्कोर बराबर कर मैच का रोमांच बढ़ा दिया। पेनल्टी शूटआउट से मैच का निर्णय हुआ। जय भारत हॉकी अकादमी की खिलाड़ी ने गोल मारने का प्रयास किया, लेकिन गोलकीपर ने गोल होने से रोक दिया। घुम्मनहेड़ा हॉकी अकादमी ने लगातार तीन गोल कर मैच को अपने नाम कर तीसरा स्थान हासिल किया।
हॉकी इंडिया के उपाध्यक्ष सुनील मलिक, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपिका ठाकुर, कोच गुरविंद्र सिंह और नरेंद्र गौतम, मुख्य कोच आजाद सिंह, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता राजेंद्र सिंह, हरियाणा के पहले ओलंपिक खिलाड़ी संजीव डांग, बलविंदर सिंह शम्मी मौजूद रहे।
उम्दा प्रदर्शन दिलाएगा भारतीय टीम में जगह
प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारतीय चयनकर्ता बलविंद्र शम्मी ने परखा। उनके भविष्य की भारतीय टीम में चयन की संभावना रहेगी। इस मौके अंतरराष्ट्रीय हॉकी कोच नरेंद्र गौतम ने कहा कि फाइनल मैच का स्तर अंतरराष्ट्रीय मुकाबले जैसा था। अंतरराष्ट्रीय हॉकी कोच गुरविंद्र सिंह ने कहा कि यह मंच कोच के लिए भी समान रूप से लाभकारी है क्योंकि इससे उन्हें अपनी कोचिंग क्षमता को परखने और निखारने का अवसर मिलता है। भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रीतू रानी ने अधिक से अधिक लड़कियों से खेलों में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने माताओं से विशेष अपील की है कि वे अपनी बेटियों को खेल मैदान में भेजें।
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पहला मुकाबला सब जूनियर मुकाबला खालसा हॉकी अकादमी और हर हॉकी अकादमी के बीच हुआ। हर हॉकी अकादमी ने 6-0 से जीत दर्ज की। जूनियर वर्ग का फाइनल मुकाबला नवल टाटा ओडिशा हॉकी अकादमी और राउंड ग्लास पंजाब हॉकी अकादमी के बीच हुआ। मैच की शुरुआत से ही पंजाब की टीम ने अपना दबदबा बना लिया। ओडिशा टीम की खिलाड़ी द्रउपती ने 18 मिनट पर पहला गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। उनका साथ देते हुए निहारिका ने भी गोल कर के अपनी टीम को 2-0 से जीत दिलवा दी।
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जूनियर वर्ग में तीसरे स्थान के लिए जय भारत हॉकी अकादमी और घुम्मनहेड़ा हॉकी अकादमी के बीच मैच खेला गया। अंत समय में जय भारत हॉकी अकादमी टीम की खिलाड़ी भतेरी राम ने गोल कर दोनों टीमों का स्कोर बराबर कर मैच का रोमांच बढ़ा दिया। पेनल्टी शूटआउट से मैच का निर्णय हुआ। जय भारत हॉकी अकादमी की खिलाड़ी ने गोल मारने का प्रयास किया, लेकिन गोलकीपर ने गोल होने से रोक दिया। घुम्मनहेड़ा हॉकी अकादमी ने लगातार तीन गोल कर मैच को अपने नाम कर तीसरा स्थान हासिल किया।
हॉकी इंडिया के उपाध्यक्ष सुनील मलिक, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपिका ठाकुर, कोच गुरविंद्र सिंह और नरेंद्र गौतम, मुख्य कोच आजाद सिंह, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता राजेंद्र सिंह, हरियाणा के पहले ओलंपिक खिलाड़ी संजीव डांग, बलविंदर सिंह शम्मी मौजूद रहे।
उम्दा प्रदर्शन दिलाएगा भारतीय टीम में जगह
प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारतीय चयनकर्ता बलविंद्र शम्मी ने परखा। उनके भविष्य की भारतीय टीम में चयन की संभावना रहेगी। इस मौके अंतरराष्ट्रीय हॉकी कोच नरेंद्र गौतम ने कहा कि फाइनल मैच का स्तर अंतरराष्ट्रीय मुकाबले जैसा था। अंतरराष्ट्रीय हॉकी कोच गुरविंद्र सिंह ने कहा कि यह मंच कोच के लिए भी समान रूप से लाभकारी है क्योंकि इससे उन्हें अपनी कोचिंग क्षमता को परखने और निखारने का अवसर मिलता है। भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रीतू रानी ने अधिक से अधिक लड़कियों से खेलों में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने माताओं से विशेष अपील की है कि वे अपनी बेटियों को खेल मैदान में भेजें।