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पंजाब में चन्नी और सिद्धू की लड़ाई में खत्म हो रही कांग्रेस: जयराम
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चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस अपनी अंदरूनी जंग में समाप्त हो जाएगी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पार्टी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की लड़ाई जग जाहिर है। ऐसे में सूबे की जनता को कांग्रेस में अपना भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है। कांग्रेस आलाकमान ने चन्नी के चेहरे को आगे किया है। उसके बावजूद सिद्धू की बेटी चन्नी पर सियासी हमले कर रही है। ये बातें यहां हिमाचल भवन में बातचीत के दौरान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहीं।
पंजाब चुनाव की नब्ज भांपने के बाद जयराम ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह आज भी पंजाब की सियासत में हैवीवेट चेहरा हैं। यदि चन्नी और कैप्टन को जनता के सामने खड़ा करें तो लोगोें को कैप्टन का चेहरा ही प्रभावित करेगा। अमरिंदर सिंह का साथ भाजपा को लाभ देगा। लीडर के तौर पर लोग कैप्टन के चेहरे को ही पहचानते हैं।
उन्होंने बताया कि वे पंजाब में कुल छह विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार के लिए गए। आलाकमान की तरफ से जहां भी ड्यूटी लगाई जा रही है वे जा रहे हैं। पंजाब में हिमाचल प्रदेश के रहने वाले कई मतदाता हैं। किसान आंदोलन की बात करें तो एक समय ऐसा लग रहा था कि हवा विपरीत है, लेकिन अब स्थिति पहले जैसी नहीं है। कार्यकर्ता काम में जुट गए हैं। काडर एकजुट हो रहा है। भाजपा नेताओं ने भी फील्ड में जाना शुरू कर दिया है। यह मुमकिन हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से। जब प्रधानमंत्री ने यह बात कर क्षमा मांग ली कि शायद कृषि कानूनों को समझाने की कोशिश में कोई कमी रह गई। राष्ट्रहित को देखते हुए उन्होंने कृषि कानून वापस लिए। तब लोगों को यह एहसास हुआ कि प्रधानमंत्री स्वयं क्षमा मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस कदम को लोगों ने अनुग्रह पूर्वक देखा।
पंजाब में विरोध करने वाले कम हुए:
सूबे में कुछ लोग अभी विरोध कर रहे हैं, लेकिन उनकी संख्या कम हो रही है। पंजाब में अन्य भी मुद्दे हैं और केंद्र सरकार सभी मुद्दों पर बारीकी से काम कर रही है। हम पंजाब में यह पहला ऐसा चुनाव लड़ रहे हैं जो हर बार से अलग है। इस बार पंजाब में सिर्फ दो राजनीतिक दल नहीं हैं, अन्य दल भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा को इस चुनाव में आशातीत सफलता मिलेगी।
हिमाचल की राजनीति अलग:
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति पूरी तरह से अलग है। यहां दो दल ही मैदान में होते हैं। भाजपा या कांग्रेस में से जनता किसी एक दल को चुनती है। हम आने वाले चुनाव में हिमाचल में सरकार दोहराएंगे। जनता को सरकार की ओर से किए जा रहे विकास कार्य पसंद आ रहे हैं।
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पंजाब चुनाव की नब्ज भांपने के बाद जयराम ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह आज भी पंजाब की सियासत में हैवीवेट चेहरा हैं। यदि चन्नी और कैप्टन को जनता के सामने खड़ा करें तो लोगोें को कैप्टन का चेहरा ही प्रभावित करेगा। अमरिंदर सिंह का साथ भाजपा को लाभ देगा। लीडर के तौर पर लोग कैप्टन के चेहरे को ही पहचानते हैं।
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उन्होंने बताया कि वे पंजाब में कुल छह विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार के लिए गए। आलाकमान की तरफ से जहां भी ड्यूटी लगाई जा रही है वे जा रहे हैं। पंजाब में हिमाचल प्रदेश के रहने वाले कई मतदाता हैं। किसान आंदोलन की बात करें तो एक समय ऐसा लग रहा था कि हवा विपरीत है, लेकिन अब स्थिति पहले जैसी नहीं है। कार्यकर्ता काम में जुट गए हैं। काडर एकजुट हो रहा है। भाजपा नेताओं ने भी फील्ड में जाना शुरू कर दिया है। यह मुमकिन हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से। जब प्रधानमंत्री ने यह बात कर क्षमा मांग ली कि शायद कृषि कानूनों को समझाने की कोशिश में कोई कमी रह गई। राष्ट्रहित को देखते हुए उन्होंने कृषि कानून वापस लिए। तब लोगों को यह एहसास हुआ कि प्रधानमंत्री स्वयं क्षमा मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस कदम को लोगों ने अनुग्रह पूर्वक देखा।
पंजाब में विरोध करने वाले कम हुए:
सूबे में कुछ लोग अभी विरोध कर रहे हैं, लेकिन उनकी संख्या कम हो रही है। पंजाब में अन्य भी मुद्दे हैं और केंद्र सरकार सभी मुद्दों पर बारीकी से काम कर रही है। हम पंजाब में यह पहला ऐसा चुनाव लड़ रहे हैं जो हर बार से अलग है। इस बार पंजाब में सिर्फ दो राजनीतिक दल नहीं हैं, अन्य दल भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा को इस चुनाव में आशातीत सफलता मिलेगी।
हिमाचल की राजनीति अलग:
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति पूरी तरह से अलग है। यहां दो दल ही मैदान में होते हैं। भाजपा या कांग्रेस में से जनता किसी एक दल को चुनती है। हम आने वाले चुनाव में हिमाचल में सरकार दोहराएंगे। जनता को सरकार की ओर से किए जा रहे विकास कार्य पसंद आ रहे हैं।