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Panipat News: एडीसी आज करेंगे जाति प्रमाण पत्र की जांच
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पानीपत। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज मंगलवार को जिला परिषद की अध्यक्ष काजल देशवाल की जाति प्रमाण पत्र की जांच करेंगे। वे इसके बाद इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को देंगे। वहीं जानकारों का कहना है कि सहारनपुर के डीएम नेे करीब 93 पेज की लंबी चौड़ी रिपोर्ट दी है।
प्रथम दृष्टया जिप अध्यक्ष की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष ज्योति शर्मा के पति प्रदीप ने गत दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि काजल देशवाल का चुनाव में नामांकन के समय लगाया जाति प्रमाण पत्र फर्जी है। पंचायत विभाग के निदेशक ने इसकी जांच के लिए उपायुक्त को आदेश दिए। निदेशक से दूसरे बार पत्र आने के बाद प्रशासन हरकत में आया। उपायुक्त ने इसकी जांच अतिरिक्त उपायुक्त को सौंपी।
अतिरिक्त उपायुक्त ने उत्तर प्रदेश के सहरानपुर के डीएम को पत्र लिखा था।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुवारंका खंड के एसडीएम से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी। जिसमें काजल के धुन्ना गांव में 11 लोगों के बयान दर्ज किए।
सरपंच सरिता रानी ने काजल को सामान्य वर्ग में होना बताया। पटवारी और कानूनगो की रिपोर्ट भी सामान्य वर्ग से होना पाया गया। काजल देशवाल ने सहारनपुर प्रशासन से इनकी दोबारा जांच की मांग की थी। प्रशासन ने इसकी पुन: जांच कराई। जिसमें धुन्ना गांव से उनके पिता व भाई की शिक्षा संबंधित रिकार्ड की भी जांच की। स्कूल से 1956 से 1963 तक रिकॉर्ड जांचा तो काजल देशवाल के पिता नरेश हिंदू राजपूत मिले हैं। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज ने बताया कि जिप अध्यक्ष के जाति प्रमाण पत्र से संबंधित जांच चल रही है।
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प्रथम दृष्टया जिप अध्यक्ष की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष ज्योति शर्मा के पति प्रदीप ने गत दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि काजल देशवाल का चुनाव में नामांकन के समय लगाया जाति प्रमाण पत्र फर्जी है। पंचायत विभाग के निदेशक ने इसकी जांच के लिए उपायुक्त को आदेश दिए। निदेशक से दूसरे बार पत्र आने के बाद प्रशासन हरकत में आया। उपायुक्त ने इसकी जांच अतिरिक्त उपायुक्त को सौंपी।
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अतिरिक्त उपायुक्त ने उत्तर प्रदेश के सहरानपुर के डीएम को पत्र लिखा था।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुवारंका खंड के एसडीएम से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी। जिसमें काजल के धुन्ना गांव में 11 लोगों के बयान दर्ज किए।
सरपंच सरिता रानी ने काजल को सामान्य वर्ग में होना बताया। पटवारी और कानूनगो की रिपोर्ट भी सामान्य वर्ग से होना पाया गया। काजल देशवाल ने सहारनपुर प्रशासन से इनकी दोबारा जांच की मांग की थी। प्रशासन ने इसकी पुन: जांच कराई। जिसमें धुन्ना गांव से उनके पिता व भाई की शिक्षा संबंधित रिकार्ड की भी जांच की। स्कूल से 1956 से 1963 तक रिकॉर्ड जांचा तो काजल देशवाल के पिता नरेश हिंदू राजपूत मिले हैं। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज ने बताया कि जिप अध्यक्ष के जाति प्रमाण पत्र से संबंधित जांच चल रही है।