पानीपत में दरिंदगी का मामला: दोहरा आघात; दुष्कर्म पीड़िता का गर्भपात, पीड़िता के नहीं थम रहे आंसू
पीड़िता रो-रोकर कहती रही कि दरिंदों ने रहम किया होता तो गर्भ में पल रहे मासूम की जान न जाती। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन आज पीड़ितों से मिलकर पुलिस से रिपोर्ट लेंगी।


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राज्य महिला आयोग सात दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज है। आयोग की चेयरपर्सन बुधवार को डेरों का दौरा करेंगी। वे महिलाओं से बात करने के बाद अधिकारियों को रिपोर्ट देंगी। प्रशासन ने एसडीएम पानीपत को नोडल अधिकारी लगाया है। उत्तर प्रदेश के फरुर्खाबाद के रहने वाले एक पीड़ित ने बताया कि उसकी बेटी पांच साल की है।
उसकी पत्नी दो महीने पहले गर्भवती हुई। उन्हें उम्मीद थी कि पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी। उसने पत्नी को गांव में ही रहने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं मानी। उन्हें नहीं पता था कि 20 सितंबर की रात उनके लिए दर्दभरी होगी। दुराचार के बाद उसकी पत्नी को दिक्कत शुरू हुई और गर्भपात हो गया।
पत्नी का कहना है कि वह रो-रोकर दरिंदों से रहम की भीख मांगती रही। दरिंदों को जरा भी रहम नहीं आया। वह चाहती है कि दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। एक महिला चिकित्सक ने बताया कि दो महीने की गर्भवती का रक्त रिसाव अधिक हो जाता है तो गर्भ बच पाना मुश्किल है।
मोबाइल तोड़ कमरे में बंद कर दिया था
एक व्यक्ति ने बताया कि दरिंदों ने पकड़े जाने के डर से पहले मोबाइल तोडे़, फिर उन्हें कमरे में बंद कर दिया। इसमें भी आरोपियों को पकड़े जाने का खतरा नजर आया तो उन्होंने बाहर खड़ी बाइक में से तीन लीटर पेट्रोल निकाल लिया। दरिंदों को डर था परिवार शिकायत न कर दे।
रोजाना हो रही पूछताछ
पीड़ितों ने कहा कि पुलिस दर्जनों बार पूछताछ कर रही है। मंगलवार को पुलिस सुबह 11 बजे तक तीन बार पूछताछ कर चुकी थी। ऐसे में सोनीपत एसटीएफ के इंस्पेक्टर भी शुक्रवार को पानीपत पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे तक डेरा मालिक और लोगों से पूछताछ की। महिलाओं का कहना है कि वे कई बार बदमाशों का हुलिया बता चुकी हैं। इसके बावजूद पुलिस की जांच पीड़ितों तक टिकी है।
डेरे पर सामूहिक दुराचार और लूटपाट के मामले में पुलिस जांच कर रही है। पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा करेगी। इसमें पुलिस और दूसरी एजेंसी काम कर रही हैं। गर्भ गिरने की जानकारी नहीं है। राष्ट्रीय महिला आयोग का घटना पर कोई पत्र नहीं आया है। चेयरपर्सन के बुधवार को आने की सूचना है। -अजीत सिंह शेखावत, एसपी, पानीपत।
मतलौडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक डेरे पर तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार के मामले में सात दिन बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होना चिंताजनक है। मैं बुधवार को स्वयं मौके का मुआयना करूंगी और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों से जांच रिपोर्ट ली जाएगी। उनको पूरे मामले की रिपोर्ट देने के आदेश दिए जाएंगे। -रेणु भाटिया, चेयरपर्सन, राज्य महिला आयोग।