{"_id":"69387d92243c6767490d1d7b","slug":"approval-for-door-to-door-garbage-collection-and-disposal-rewari-news-c-198-1-rew1001-230157-2025-12-10","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rewari News: घर-घर कूड़ा उठान और निस्तारण की मिली मंजूरी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rewari News: घर-घर कूड़ा उठान और निस्तारण की मिली मंजूरी
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Wed, 10 Dec 2025 01:20 AM IST
विज्ञापन
अनाज मंडी मार्ग के पास पड़ा कूड़ा। संवाद
- फोटो : 1
विज्ञापन
रेवाड़ी। सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में घर-घर कूड़ा उठान और निस्तारण की मंजूरी मिल गई है। घर-घर से कूड़ा कलेक्शन का कार्य 5 वर्ष के लिए 24 करोड़ से होगा। कूड़ा निस्तारण पर 12 करोड़ 10 साल के लिए खर्च होंगे। टेंडर प्रक्रिया तो नप कर चुका है लेकिन सरकार की रेट अप्रूवल के बिना काम शुरू नहीं हो पा रहा था।
अभी कूड़ा कलेक्शन की अवधि समाप्त हो गई थी लेकिन नए टेंडर की रेट अप्रूवल नहीं होने से अभी पुराने ठेकेदार से ही काम लिया जा रहा है। कलेक्शन काम बंद नहीं होने दिया गया है। 10 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट को सीएम की मंजूरी की जरूरत होती है। वहां सभी तकनीकी और वित्तीय पहलुओं की जांच की जाती है।
इससे पहले केवल 1 साल तक के लिए टेंडर किए जाते रहे हैं। रेवाड़ी शहर में अभी 31 वार्ड हैं। घर-घर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ियां 31 वाडों में पहुंचती हैं। नए टेंडर में भी पूरा शहर कवर होगा। रिक्शा से छोटी गलियों में कचरा उठाया जाएगा। ट्रैक्टरों के माध्यम से कचरे को रामसिंहपुरा साइट पर भेजा जाएगा।
बाद में निदेशालय की ओर से आपत्ति आई कि जब रेवाड़ी और बावल दोनों ही शहरों का कचरा रामसिंह पुरा में एक जगह डाला जा रहा है तो निस्तारण के लिए अलग-अलग एजेंसी को ठेका देने का औचित्य नहीं है। इसलिए दोनों शहरों का एक ठेका दिया जाए।
-- -- -- -- -
दिसंबर तक के लिए शार्ट टर्म टेंडर जारी किया था
कूड़ा उठाने की गाड़ी और मैनपावर के लिए नगर परिषद ने दिसंबर तक के लिए शार्ट टर्म टेंडर जारी किया था। इस पर करीब 1.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वहीं घर-घर कूड़ा उठाने के लिए पिछले दिनों लगाए गए टेंडर में 9 बिड आई थी।
-- -- -- --
तीन लाख आबादी, सफाई कर्मचारी 320
रेवाड़ी शहर में तीन लाख की आबादी पर 320 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। आबादी को देखते हुए यह संख्या काफी कम है। करीब 170 सफाई कर्मचारियों की और जरूरत है। शहर में कुल वार्डों की संख्या 31 है। कर्मचारियों की कमी के चलते वार्डों में जगह-जगह पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। सफाईकर्मियों की कमी कूड़े, कचरे के उठान में बहुत बड़ी बाधक बनी है। नगर परिषद ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कुछ नए कदम भी उठाए थे, जिनमें घर-घर कूड़ा उठान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट चालू करना शामिल था। 90 फीसदी लोग गीले और सूखे कूड़े को अलग नहीं कर रहे हैं।
-- -- -- --
वर्जन:
सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में घर-घर कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण की मंजूरी मिल गई है। कूड़ा कलेक्शन 5 वर्ष के लिए 24 करोड़ से होगा। कूड़ा निस्तारण पर 12 करोड़ 10 साल के लिए खर्च होंगे।-पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद, रेवाड़ी।
Trending Videos
अभी कूड़ा कलेक्शन की अवधि समाप्त हो गई थी लेकिन नए टेंडर की रेट अप्रूवल नहीं होने से अभी पुराने ठेकेदार से ही काम लिया जा रहा है। कलेक्शन काम बंद नहीं होने दिया गया है। 10 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट को सीएम की मंजूरी की जरूरत होती है। वहां सभी तकनीकी और वित्तीय पहलुओं की जांच की जाती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
इससे पहले केवल 1 साल तक के लिए टेंडर किए जाते रहे हैं। रेवाड़ी शहर में अभी 31 वार्ड हैं। घर-घर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ियां 31 वाडों में पहुंचती हैं। नए टेंडर में भी पूरा शहर कवर होगा। रिक्शा से छोटी गलियों में कचरा उठाया जाएगा। ट्रैक्टरों के माध्यम से कचरे को रामसिंहपुरा साइट पर भेजा जाएगा।
बाद में निदेशालय की ओर से आपत्ति आई कि जब रेवाड़ी और बावल दोनों ही शहरों का कचरा रामसिंह पुरा में एक जगह डाला जा रहा है तो निस्तारण के लिए अलग-अलग एजेंसी को ठेका देने का औचित्य नहीं है। इसलिए दोनों शहरों का एक ठेका दिया जाए।
दिसंबर तक के लिए शार्ट टर्म टेंडर जारी किया था
कूड़ा उठाने की गाड़ी और मैनपावर के लिए नगर परिषद ने दिसंबर तक के लिए शार्ट टर्म टेंडर जारी किया था। इस पर करीब 1.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वहीं घर-घर कूड़ा उठाने के लिए पिछले दिनों लगाए गए टेंडर में 9 बिड आई थी।
तीन लाख आबादी, सफाई कर्मचारी 320
रेवाड़ी शहर में तीन लाख की आबादी पर 320 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। आबादी को देखते हुए यह संख्या काफी कम है। करीब 170 सफाई कर्मचारियों की और जरूरत है। शहर में कुल वार्डों की संख्या 31 है। कर्मचारियों की कमी के चलते वार्डों में जगह-जगह पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। सफाईकर्मियों की कमी कूड़े, कचरे के उठान में बहुत बड़ी बाधक बनी है। नगर परिषद ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कुछ नए कदम भी उठाए थे, जिनमें घर-घर कूड़ा उठान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट चालू करना शामिल था। 90 फीसदी लोग गीले और सूखे कूड़े को अलग नहीं कर रहे हैं।
वर्जन:
सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में घर-घर कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण की मंजूरी मिल गई है। कूड़ा कलेक्शन 5 वर्ष के लिए 24 करोड़ से होगा। कूड़ा निस्तारण पर 12 करोड़ 10 साल के लिए खर्च होंगे।-पूनम यादव, चेयरपर्सन, नगर परिषद, रेवाड़ी।