{"_id":"69010f7baed91be5b60557c8","slug":"the-workshop-focused-on-instilling-the-spirit-of-nation-building-among-the-youth-rewari-news-c-198-1-rew1001-228087-2025-10-29","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rewari News: कार्यशाला में युवाओं में राष्ट्र निर्माण की भावना जगाने पर हुआ जोर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rewari News: कार्यशाला में युवाओं में राष्ट्र निर्माण की भावना जगाने पर हुआ जोर
विज्ञापन
विज्ञापन
रेवाड़ी। केएलपी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के वाॅलंटियर्स के लिए विवेकानंद केंद्र, रेवाड़ी के सौजन्य से एक प्रेरणादायी कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उत्तिष्ठ भारत युवा प्रेरणा प्रतियोगिता के अंतर्गत आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया।
विवेकानंद केंद्र के नगर प्रमुख महेश शर्मा ने युवाओं में जागरूकता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जबकि प्रांत संपर्क प्रमुख दशरथ चौहान ने राष्ट्र पुनर्निर्माण में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया।
नगर संगठक निशिता चौधरी ने ध्यान और आसन के माध्यम से एकाग्रता बढ़ाने के उपाय बताए और विद्यार्थियों को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में ध्यान, प्रार्थना, इनडोर व आउटडोर गेम्स के साथ ‘मंथन’ सत्र भी हुआ जिसमें विद्यार्थियों ने उत्तिष्ठ भारत में मेरी भूमिका, मोबाइल वरदान या अभिशाप और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए।
तीन टीमों भगिनी निवेदिता, स्वामी विवेकानंद और शारदा ने अभिनयात्मक प्रस्तुतियां दीं। प्रोग्राम ऑफिसर महेंद्र सांभरिया ने सतत परिश्रम का महत्व बताया जबकि डॉ. पारुल मित्तल ने युवा शक्ति को सही दिशा में प्रयोग करने पर बल दिया।
प्राचार्य डॉ. कविता गुप्ता ने विद्यार्थियों को अनुशासन और आत्मविश्वास से देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
विवेकानंद केंद्र के नगर प्रमुख महेश शर्मा ने युवाओं में जागरूकता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जबकि प्रांत संपर्क प्रमुख दशरथ चौहान ने राष्ट्र पुनर्निर्माण में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
नगर संगठक निशिता चौधरी ने ध्यान और आसन के माध्यम से एकाग्रता बढ़ाने के उपाय बताए और विद्यार्थियों को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में ध्यान, प्रार्थना, इनडोर व आउटडोर गेम्स के साथ ‘मंथन’ सत्र भी हुआ जिसमें विद्यार्थियों ने उत्तिष्ठ भारत में मेरी भूमिका, मोबाइल वरदान या अभिशाप और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए।
तीन टीमों भगिनी निवेदिता, स्वामी विवेकानंद और शारदा ने अभिनयात्मक प्रस्तुतियां दीं। प्रोग्राम ऑफिसर महेंद्र सांभरिया ने सतत परिश्रम का महत्व बताया जबकि डॉ. पारुल मित्तल ने युवा शक्ति को सही दिशा में प्रयोग करने पर बल दिया।
प्राचार्य डॉ. कविता गुप्ता ने विद्यार्थियों को अनुशासन और आत्मविश्वास से देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।