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सुप्रीम कोर्ट के आदेश से चिंता में अध्यापक : हरमेश
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Wed, 17 Sep 2025 06:53 AM IST
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश पर गहरी चिंता जाहिर की है। प्राथमिक शिक्षक संघ कुल्लू खंड-एक के पूर्व प्रधान हरमेश लाल शर्मा ने कहा कि आदेश के मुताबिक अध्यापकों के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा यानी टेट पास करना अनिवार्य होगा। शिक्षक नियुक्ति और कार्यरत रहने की न्यूनतम योग्यता के रूप में टेट आवश्यक है। पांच वर्ष से अधिक का कार्यकाल जिन अध्यापकों का शेष है, उन अध्यापकों को टेट पास करना आवश्यक किया गया है। जिन अध्यापकों का कार्यकाल पांच वर्ष से कम है, उन्हें अगर पदोन्नति लेनी है तो उन्हें भी टेट पास करना होगा अन्यथा सेवानिवृत्त किया जाएगा।
अध्यापक इस फैसले को लेकर संशय में हैं। सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह आदेश प्रदेश में सीधे लागू होंगे या नहीं। अगर लागू होंगे तो सरकार पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग पर क्या कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि अगर यह आदेश बिना संशोधन लागू हुआ तो हजारों शिक्षकों का मनोबल गिरेगा। संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होगी। शिक्षक समाज और राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं। उनकी गरिमा और सेवा की सुरक्षा करना सरकार का नैतिक दायित्व है।

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अध्यापक इस फैसले को लेकर संशय में हैं। सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह आदेश प्रदेश में सीधे लागू होंगे या नहीं। अगर लागू होंगे तो सरकार पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग पर क्या कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि अगर यह आदेश बिना संशोधन लागू हुआ तो हजारों शिक्षकों का मनोबल गिरेगा। संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होगी। शिक्षक समाज और राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं। उनकी गरिमा और सेवा की सुरक्षा करना सरकार का नैतिक दायित्व है।
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